Hindi Newsउत्तराखंड न्यूज़हल्द्वानीUttarakhand Schools Rename Urdu Textbooks to Enhance Learning Appeal

सरकारी स्कूलों में उर्दू की किताब का नाम बदलेगा

प्रमोद डालाकोटी, हल्द्वानी। उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों में उर्दू की किताबों के नाम में

Newswrap हिन्दुस्तान, हल्द्वानीFri, 8 Nov 2024 11:58 AM
share Share

प्रमोद डालाकोटी, हल्द्वानी। उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों में उर्दू की किताबों के नाम में बदलाव किया जा रहा है। राज्य में अब अगले शैक्षणिक सत्र से कक्षा 1, 2 और 3 में उर्दू की किताबों के नाम इब्तदई के बजाय शहनाई और सितार होंगे। बताया जा रहा है कि शिक्षा विभाग ने यह कदम छात्रों को उर्दू भाषा से जोड़ने और इसे अधिक आकर्षक बनाने के उद्देश्य से उठाया है। नैनीताल जिले के प्रभारी मुख्य शिक्षाधिकारी कक्षा पुष्कर लाल टम्टा ने मुताबिक अगले सत्र से छात्रों के लिए पुस्तकों की जो डिमांड शासन से मांगी गई है। उसमें कक्षा 1 और दो में उर्दू की पुस्तक इब्तदई के बजाय शहनाई और कक्षा तीन में सितार किए जाने की योजना है। वहीं कक्षा तीन में हिन्दी की अब तक आने वाली रिमझिम की पुस्तक अगले सत्र से मल्हार नाम से आएगी

पहली बार मिलेगी पुस्तक

अफसरों ने बताया कि प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में अब कला और व्यायाम की पुस्तक को भी पहली बार लागू किए जाने पर विचार किया जा रहा है। अब कक्षा तीन में कला एवं कक्षा 6 में कला की पुस्तक कीर्ति नाम से छात्रों दी जाएगी। जबकि व्यायाम शिक्षा की पुस्तक खेल यात्रा भी अगले सत्र से छात्रों मिलेगी। कक्षा छह में हिन्दी की पुस्तक का नाम मल्हार, अंग्रेजी की पूर्वी, विज्ञान की पुस्तक का नाम जिज्ञासा होगा।

---

कुछ किताबों के नाम में बदलाव करने की योजना है। इस पर अभी कवायद की जा रही है। छात्र-छात्राओं को अच्छी शिक्षा मिले। इसके लिए तेजी से काम किए जा रहे हैं।

-आशा रानी, अपर निदेशक, राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद उत्तराखंड

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें