छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर कॉलेज के भीतर लगाया टेंट, धरना शुरू
छात्र संघ चुनाव फोटो समाचार :::::::: - तीसरे दिन भी छात्र संघ
छात्र संघ चुनाव -एमबीपीजी कॉलेज में छात्रों ने कहा, लोकतांत्रिक अधिकार को कुचल रही सरकार
-कहा, छात्र संघ चुनाव कराने का निर्णय आने तक जारी रहेगा धरना-विरोध प्रदर्शन
30 से ज्यादा पुलिस कर्मी एमबीपीजी कॉलेज परिसर में रहे तैनात
हल्द्वानी, वरिष्ठ संवाददाता। छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग को लेकर सोमवार को भी एमबीपीजी कॉलेज में छात्रों ने टेंट लगाकर धरना दिया। छात्रों का कहना है कि उन्होंने छात्रसंघ चुनाव को लेकर आंदोलन के रूप में अपनी ताकत झोंक रखी है। छात्रों ने कहा कि सरकार उनके लोकतांत्रिक अधिकार को कुचलने में लगी हुई है। छात्र आंदोलन को देखते हुए सोमवार को कॉलेज परिसर में 30 से ज्यादा पुलिस कर्मी तैनात रहे।
छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग को लेकर छात्रनेता दिनभर कॉलेज परिसर में डटे रहे। सोमवार को छात्रों ने टेंट लगाकर शांतिपूर्वक धरना दिया। कोई अराजकता नहीं दिखी। छात्रनेताओं ने कहा कि जब तक छात्रसंघ चुनाव कराने का निर्णय नहीं आएगा, उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। अध्यक्ष पद के दावेदार रक्षित सिंह बिष्ट अपने कपड़े, बर्तन और अन्य जरूरी सामान साथ लेकर धरने पर बैठे। रक्षित ने बताया कि उन्हें एक उपद्रवी के तौर पर पेश कर उनकी छवि खराब की जा रही है। बताया कि वह किराए के जिस कमरे में रहता है, रविवार को मकान मालिक ने कमरा खाली करवा दिया। बताया कि यह छात्रों के अधिकारों की लड़ाई है लेकिन पुलिस का इस्तेमाल कर छात्रों की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है। धरना देते हुए छात्रनेताओं ने उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के विरुद्ध नारेबाजी भी की। छात्र आंदोलन को देखते हुए कॉलेज परिसर में 30 से ज्यादा पुलिस कर्मी तैनात रहे। कॉलेज के बाहर एक अग्निशमन वाहन भी मुस्तैद रहा।
मंत्री खुद छात्र राजनीति से यहां तक पहुंचे
छात्र नेता हर्ष शर्मा ने कहा कि शासन-प्रशासन की ओर से छात्रों पर मुकदमे लगाए जाने का डर दिखाया जा रहा है। कहा कि अपनी मांग को लेकर विरोध करना छात्रों का लोकतांत्रिक अधिकार है लेकिन उन्हें इससे रोका जा रहा है। कहा कि उच्च शिक्षा शिक्षा मंत्री स्वयं छात्र राजनीति से मौजूदा मुकाम पर पहुंचे हैं लेकिन आज छात्रसंघ चुनाव बंद करवाने की कोशिशें की जा रही हैं। कहा कि छात्रसंघ के गठन से सरकार को विश्वविद्यालयों में हो रहे कारनामों का पर्दाफाश होने का डर है। ऐसे में युवाओं को छात्र राजनीति करने से रोका जा रहा है।
छात्र का प्रवेश निरस्त करने की मांग
एमबीपीजी कॉलेज के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सुरेंद्र सिंह रौतेला ने छात्र नेता रक्षित सिंह बिष्ट के लगाए गए आरोपों को निराधार और झूठा बताया है। एसएओ रौतेला ने इससे संबंधित वायरल वीडियो की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उन्होंने संबंधित छात्र का कॉलेज से एडमिशन निरस्त करने की भी मांग की है।
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