Hindi Newsउत्तराखंड न्यूज़हल्द्वानीPressure from MPs and Ministers for admission to private schools in Haldwani

हल्द्वानी के निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए सांसद और मंत्रियों का दबाव

सिफारिश एक्सक्लूशिव--- -सांसद और मंत्रियों की भी नहीं सुन रहे स्कूल वाले -नगर के...

Newswrap हिन्दुस्तान, हल्द्वानीMon, 5 April 2021 05:50 PM
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सिफारिश

एक्सक्लूशिव---

-सांसद और मंत्रियों की भी नहीं सुन रहे स्कूल वाले

-नगर के नामी स्कूलों में सांसद और मंत्रियों की सिफारिश के बाद भी नहीं हो रहे प्रवेश

-स्कूल वालों को मिले मंत्री और सांसद के पत्र

हल्द्वानी। तरेन्द्र बिष्ट

शिक्षा का हब बन चुके हल्द्वानी के निजी स्कूलों में अब हर कोई अपने बच्चों को पढ़ाना चाहता है। इसीलिए स्कूलों में छात्रों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आलम यह है कि सांसद और मंत्री भी बच्चों प्रवेश को लेकर स्कूलों पर लगातार दबाव बना रहे हैं। यहां तक कि सांसद और मंत्रियों की लिखित सिफारिश तक स्कूलों को मिल रही हैं।

नगर के नामी स्कूल बिड़ला, इंस्प्रेशन, ऑरम, सिंथिया, निर्मला और थैरेसा, निमोनिक आदि में बच्चों के प्रवेश के लिए काफी दबाव है। इन स्कूलों में कमोबेश सभी कक्षाओं में सीटें पूरी हो चुकी हैं। पहली अप्रैल यानी आज से सीबीएसई मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में नया सत्र शुरू होने वाला है। इससे पहले ऐसे नामी स्कूलों में प्रवेश को लेकर खूब मारामारी मची है। एक कबीना मंत्री ने नैनीताल रोड स्थित एक स्कूल प्रबंधन को पत्र भेजकर नर्सरी में एक बच्चे को प्रवेश देने की सिफारिश की है। वहीं दूसरे कबीना मंत्री ने नैनीताल रोड के ही एक नामी स्कूल को पत्र भेजकर जूनियर की कक्षाओं में दो बच्चों को प्रवेश देने की सिफारिश की है। जबकि एक सांसद ने भी नैनीताल रोड के स्कूल में दो बच्चों को प्राइमरी कक्षाओं में प्रवेश देने की सिफारिश की है। इसके बावजूद इन बच्चों को प्रवेश होगा या नहीं अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। हालांकि स्कूल वालों का साफ कहना है कि सीटें खाली होने पर ही विचार किया जा सकता है।

फीस माफी के लिए भी मंत्री की सिफारिश

लामाचौड़ स्थित एक नामी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे की फीस माफी को लेकर एक मंत्री ने सिफारिशी पत्र भेजा है। स्कूल प्रबंधक का कहना है कि ऐसे मंत्री की सिफारिश पर फीस माफ करेंगे तो स्कूल चलाना मुश्किल हो जाएगा। हालांकि कोरोना के कारण वास्तव में प्रभावित अभिभावकों की समस्या पर वह खुद ही विचार कर रहे हैं।

कोड

हर माता-पिता का प्रयास होता है कि उनका बच्चा अच्छे स्कूल में पढ़े। इसीलिए वह अपने पसंदीदा स्कूल में प्रवेश के लिए पूरा जोर लगा रहे होंगे। स्कूलों को बिना किसी भेदभाव के सक्षम बच्चों को प्रवेश देना चाहिए।

मणि पुष्पक जोशी महासचिव पीएसए हल्द्वानी

फोटो---

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