गाड़ी चलाते हुए भी नहीं छूटता नैनीताल-यूएसनगर वालों का मोबाइल मोह
हल्द्वानी कुमाऊं की पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, ऊधम सिंह नगर के लोग वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का सबसे अधिक उपयोग करते हैं, जबकि पहाड़ी जिलों में यह आंकड़ा बहुत कम है। पिछले तीन वर्षों में शराब पीकर वाहन...
संतोष जोशी। हल्द्वानी कुमाऊं में पहाड़ के लोग गाड़ी चलाते वक्त मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करते हैं, जबकि मैदानी क्षेत्र के लोगों का मोबाइल मोह गाड़ी चलाते हुए भी नहीं छूटता। ऊधम सिंह नगर और नैनीताल के लोग वाहन चलाते वक्त फोन पर बातें करने में सबसे आगे हैं। इसका खुलासा पुलिस विभाग की वार्षिक रिपोर्ट में हुआ है।
पुलिस की मोटर वाहन प्रगतिशील विवरण रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक कुमाऊं में यूएस नगर के लोग वाहन चलाते समय सबसे अधिक मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं। दूसरे नंबर पर नैनीताल जिला आता है। दोनों जिलों में तीन साल में 5523 लोग वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करते या फोन का इस्तेमाल करते पकड़े गए। इनमें अकेले 3135 मामले यूएस नगर के हैं। कुमाऊं के पहाड़ी जिलों की बात करें तो चम्पावत, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और बागेश्वर के लोग यातायात नियमों का पालन करने में मैदान के दोनों जिलों से कई गुना आगे हैं। इन चार जिलों में तीन साल के भीतर केवल 712 लोग वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग करते पकड़े गए।
वाहन चलाते समय मोबाइल फोन पर बात करने वालों का आंकड़ा कुमाऊं में साल दर साल बढ़ रहा है। 2022 में छह जिलों में फोन पर बात करने पर पुलिस ने 1836, 2023 में 2116 और इस साल 31 अक्तूबर 2024 तक 2083 मामलों में चालानी कार्रवाई की है। कुल तीन साल में 6035 लोग वाहन चलाते समय फोन का उपयोग करते पकड़े गए।
पिथौरागढ़ के लोग शराब पीकर वाहन चलाने में सबसे आगे
रिपोर्ट के अनुसार पिथौरागढ़ जिला कुमाऊं में शराब पीकर वाहन चलाने वालों में सबसे आगे है। यहाँ के 827 लोग पिछले तीन सालों में शराब पीकर वाहन चलाते पकड़े गए। दूसरे नंबर पर नैनीताल जिला है, जहाँ 811 लोगों पर कार्रवाई हुई। वहीं, यूएस नगर में 530, अल्मोड़ा में 227, बागेश्वर में 148 और चम्पावत में 104 लोगों को पुलिस ने तीन साल के भीतर शराब पीकर वाहन चलाते पकड़ा। इन सभी पर मोटर वाहन अधिनियम (एमवी एक्ट) के तहत चालान किया गया।
यूएस नगर के लोग रेड लाइट जंप करने में माहिर
यूएस नगर के लोग ट्रैफिक नियमों को तोड़ने में भी आगे हैं। रिपोर्ट के अनुसार ऊधम सिंह नगर के 309 लोगों ने तीन साल के भीतर रेड लाइट जंप की। वहीं, नैनीताल के 67 लोगों ने यह नियम तोड़ा। पुलिस ने कंट्रोल रूम की मदद से इन मामलों में ऑनलाइन चालान किया और घर भेजा। तीन साल में कुल 376 लोगों पर रेड लाइट जंप करने पर चालानी कार्रवाई की गई।
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