हल्द्वानी में श्री बुद्धिबल्लभ पंचांग का विमोचन
हल्द्वानी में श्री बुद्धिबल्लभ पंचांग का विमोचन हुआ, जो उत्तराखंड की प्राचीन सूर्य गणितीय गणना पर आधारित है। इसका उद्देश्य त्योहारों की तिथियों में भ्रम को खत्म करना है। कार्यक्रम में विद्वानों ने...
हल्द्वानी संवाददाता। हल्द्वानी में आचार्य पवन पाठक के तैयार किए गए श्री बुद्धिबल्लभ पंचांग का विमोचन शुक्रवार को देवलचौड़ स्थित होटल में किया गया। यह पंचांग विशेष रूप से उत्तराखंड की प्राचीन सूर्य गणितीय गणना पर आधारित है, जो लगभग विलुप्त हो चुकी हैं। इस पंचांग का उद्देश्य राज्य में त्योहारों की तिथियों को लेकर फैले भ्रम को समाप्त करना है। विमोचन कार्यक्रम का प्रारंभ छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से किया। इसके बाद ज्योतिष जगत से जुड़े विद्वानों ने सनातन ज्ञान पर विचार साझा किए। पवन पाठक ने बताया कि उनका उद्देश्य उत्तराखंड में सूर्य पर आधारित गणना से बने पंचांग की पुनर्स्थापना करना है और साथ ही सनातन परंपराओं को नई पीढ़ी के बीच लोकप्रिय बनाना है। उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्य की प्रेरणा उन्हें अपने दादाजी और पिताजी से मिली।
पंचांग का विमोचन परंपरागत और डिजिटल दोनों माध्यमों से किया गया। अब यह पंचांग ऑनलाइन वेबसाइट Panchangs.com पर भी उपलब्ध है, जहां लोग इसे देख सकते हैं और डाउनलोड भी कर सकते हैं। इस दौरान विद्वानों ने पर्वों की तिथियों के एक समान पालन की अपील की। काशी से आए विद्वानों के समक्ष पर्व निर्णय सभा के सचिव डॉ. नवीन चंद्र जोशी ने विद्वानों एवं पंचांग लेखकों से एक ही दिन त्योहार मनाने का अनुरोध किया। इस दौरान दीवाली पर चर्चा कर सर्वसम्मति से 20 अक्तूबर 2025 को शास्त्र सम्मत तिथि माना गया। कार्यक्रम में पंचांग की प्रतियां भी बांटी गईं। मुख्य अतिथि आरएसएस प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेन्द्र, डॉ. भुवन चंद्र उन्याल, डॉ. विनय पांडे, विजय कुमार ममगाईं, डॉ. हेम पांडे, भूपेन्द्र नाथ और पवन पाठक शामिल रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।