आक्रोश: छात्राओं ने कहा, हम लड़कों के साथ नहीं पढ़ेंगे आक्रोश: छात्राओं ने कहा, हम लड़कों के साथ नहीं पढ़ेंगे आक्रोश: छात्राओं ने
हल्द्वानी के इंदिरा प्रियदर्शिनी राजकीय महिला महाविद्यालय की छात्राओं ने कॉलेज को क्लस्टर मोड में चलाने का विरोध किया। छात्राओं ने प्राचार्य का घेराव कर उच्च शिक्षा निदेशक को ज्ञापन भेजा, जिसमें...

महिला कॉलेज की छात्राओं ने कॉलेज को क्लस्टर मोड में संचालित करने का किया विरोध प्राचार्य का घेराव कर उच्च शिक्षा निदेशक को पत्र भेजा
हल्द्वानी,वरिष्ठ संवाददाता। इंदिरा प्रियदर्शिनी राजकीय महिला महाविद्यालय में बालकों के प्रवेश और कॉलेज को क्लस्टर मोड में संचालित करने की योजना का छात्राओं ने कड़ा विरोध दर्ज किया है। आक्रोशित छात्राओं ने शुक्रवार को प्राचार्य डॉ.आभा शर्मा का घेराव कर रोष जताया। मामले में उच्च शिक्षा निदेशक को ज्ञापन भेजकर आपत्ति दर्ज की। छात्राओं का कहना है कि छात्राएं छात्रों के साथ पढ़ने को तैयार नहीं हैं और सरकार को महिला कॉलेज की विशिष्टता बरकरार रखनी चाहिए।
इसलिए विरोध कर रही हैं छात्राएं
उच्च शिक्षा निदेशालय ने एमबीपीजी कॉलेज और महिला महाविद्यालय को क्लस्टर मोड में चलाने की तैयारी एक बार फिर शुरू कर दी है। इसके तहत एमबीपीजी कॉलेज में कला और विज्ञान संकाय, जबकि महिला महाविद्यालय में वाणिज्य, बीबीए और बीसीए संकाय संचालित करने पर विचार किया जा रहा है। निदेशालय ने दोनों कॉलेजों के प्राचार्यों को इस मामले में प्रस्ताव मांगा है। इस मामले को आपके अपने प्रिय समाचार पत्र हिन्दुस्तान ने प्रमुखता से उठाया था।
पहले भी हो चुका है विरोध
बीते साल भी क्लस्टर मोड की योजना पर छात्र-छात्राओं ने कड़ा विरोध किया था। इसके बाद सरकार को योजना स्थगित करनी पड़ी थी। इस बार फिर से इस प्रस्ताव ने छात्राओं के आक्रोश को हवा दी है। महिला कॉलेज की छात्राओं का कहना है कि कॉलेज को केवल छात्राओं के लिए रखा जाए, ताकि उनकी सुरक्षा और सहजता बनी रहे।
इनका कहना:
महिला कॉलेज की विशिष्टता खत्म करना गलत है। कॉलेज की छात्राएं छात्रों के साथ पढ़ाई करने को तैयार नहीं है। सरकार महिला कॉलेज में छात्राओं को ही पढ़ाने की सुविधा दे।
सुमन बिष्ट, बीए द्वितीय सेमेस्टर
क्लस्टर मोड हमारी सहजता और गोपनीयता के खिलाफ है। महिला कॉलेज को सिर्फ छात्राओं के लिए रखा जाए। हमारी मांग साफ है कि कॉलेज का मूल स्वरूप बरकरार रहे।
खुशनुमा, बीए द्वितीय सेमेस्टर
पहले भी हमने विरोध किया था। महिला कॉलेज हमारी पहचान है। क्लस्टर मोड लागू कर हमारी स्वतंत्रता छीनने की कोशिश न हो। इसका कड़ा विरोध किया जाएगा।
रश्मि भट्ट, बीए द्वितीय सेमेस्टर
हमारी पढ़ाई के माहौल को बिगाड़ने वाला कोई फैसला स्वीकार नहीं होगा। सरकार हमारी बात सुने। क्लस्टर मोड कॉलेज में पढ़ाई के माहौल को बिगाड़ेगा।
अंजलि उप्रेती, छात्रा एमकॉम
छात्राओं ने जो नाराजगी जताई। उसकी जानकारी उच्च शिक्षा निदेशालय को दे दी गई है।
प्रो. आभा शर्मा, प्राचार्य महिला महाविद्यालय हल्द्वानी
--
अभी एमबीपीजी कॉलेज और महिला डिग्री कॉलेज के प्राचार्य से प्रस्ताव मांगा है। अभी प्रस्ताव नहीं आया है। इसके बाद ही शासन को पूरे मामले की जानकारी दी जाएगी।
प्रो.अंजू अग्रवाल,निदेशक उच्च शिक्षा
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।