Hindi Newsउत्तराखंड न्यूज़हल्द्वानीCrime Statistics in Kumaon Nainital District Reports 1583 Cases

पहाड़ के चार जिलों के बराबर अकेले नैनीताल में हो गए अपराध

चम्पावत, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और बागेश्वर में इस साल दर्ज हुए 1162 मुकदमे नैनीताल जिले

Newswrap हिन्दुस्तान, हल्द्वानीSat, 23 Nov 2024 11:31 AM
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चम्पावत, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और बागेश्वर में इस साल दर्ज हुए 1162 मुकदमे नैनीताल जिले में 1583 आपराधिक मुकदमे हुए दर्ज, पहाड़ के जिलों से 400 ज्यादा

कुमाऊं में ऊधमसिंह नगर में सर्वाधिक 5,278 आपराधिक मुकदमों का रिकॉर्ड

पुलिस विभाग के सीसीटीएनएस पोर्टल की रिपोर्ट के हैं आंकड़े

संतोष जोशी, हल्द्वानी।

पहाड़ के जिलों में आबादी के लिहाज से अपराध की स्थिति नियंत्रित है। इसका उदाहरण पुलिस विभाग के आंकड़े बयां कर रहे हैं। कुमाऊं में पहाड़ के चार जिलों में जितने अपराध इस साल अब तक हुए हैं, उससे अधिक अपराध के मामले अकेले नैनीताल जिले में दर्ज हो चुके हैं। जबकि यूएस नगर तो इस मामले में काफी आगे है।

कुमाऊं में अपराधों के मामले में यूएस नगर हमेशा से आगे रहा है। इसका कारण आबादी का अधिक होना भी है, लेकिन नैनीताल जिला भी अब अपराधों के मामलों में आगे बढ़ रहा है। पुलिस विभाग के सीसीटीएनएस से मिले आंकड़ों के अनुसार कुमाऊं के पहाड़ी जिलों चम्पावत, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और बागेश्वर में जनवरी 2024 से 21 नवंबर 2024 तक 1162 आपराधिक मामले दर्ज किए गए, जबकि अकेले नैनीताल जिले में 1583 मुकदमे दर्ज हुए है। यह पहाड़ के चार जिलों से 400 से अधिक हैं। इससे साफ है कि पूरे पहाड़ पर अपराधों के मामले में नैनीताल जिला भारी पड़ रहा है। वहीं बात करें ऊधमसिंह नगर की तो यहां 11 महीने में अब तक सर्वाधिक 5278 अपराध के मामले दर्ज किए गए हैं। यह हत्या, चोरी, दहेज प्रताड़ना, छेड़खानी, मारपीट, गोलीबारी, मादक पदार्थों की तस्करी, जुआ खेलने, दुष्कर्म, पॉक्सो अधिनियम के अपराध शामिल हैं।

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गुंजी थाने में एक भी मुकदमा दर्ज नहीं

पिथौरागढ़ जिले के अंतर्गत आने वाले चीन सीमा के नजदीकी गांव गुंजी थाने में इस साल भी कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है। यह थाना समुद्र तल से 10,498 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। अंतिम बार एक मुकदमा 2017 में इस थाने में दर्ज किया गया था। वहीं बागेश्वर के कौसानी का थाना भी इस साल अब तक अपराध मुक्त रहा है। इसके अलावा पिथौरागढ़ के पांगला थाने में इस साल एक और नाचनी थाने में सिर्फ तीन केस दर्ज हुए।

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साइबर थाने में बढ़ा अपराध का ग्राफ

रुद्रपुर स्थित साइबर थाने में इस साल पिछली बार के मुकाबले अपराध का ग्राफ बढ़ा है। इस बार यहां के साइबर थाने में 32 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। जबकि पिछली बार इसकी संख्या सिर्फ 10 थी। इससे साफ है कि अपराध जगत में साइबर क्राइम की भूमिका बढ़ रही है। हालांकि इस थाने में बढ़े मामलों में केस दर्ज किए जाते हैं। वहीं जीआरपी में भी केसों की संख्या काफी कम है। काठगोदाम रेलवे ने अब तक अपराध के मामले में 26 केस दर्ज किए हैं।

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कुमाऊं रेंज के अंदर आते हैं 65 थाने

कुमाऊं रेंज के अंतर्गत 65 थाना कोतवाली आते हैं। जिन पर पहाड़ और मैदान के सुरक्षा की जिम्मेदारी है। इनमें से 14 ऐसे थाने हैं जहां 10 या इससे कम ही मुकदमे दर्ज हुए हैं। जिनमें से दो या तीन थाने चीन और नेपाल सीमा से सटे हैं। पूरे कुमाऊं में डेढ़ हजार से अधिक पुलिस सिपाही, 351 पुरुष सब इंस्पेक्टर, 85 महिला दरोगा के अलावा कई निरीक्षक, सीओ व बड़े पदों पर अफसर तैनात हैं।

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कुमाऊं में पुलिस सुरक्षा के लिहाज से हमेशा ही तैनात रहती है। अपराध करने वालों को सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है। किसी भी अपराध करने को बख्शा नहीं जाएगा।

- डॉ. योगेंद्र सिंह रावत, डीआईजी कुमाऊं

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