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चारों धामों की आंतरिक व्यवस्था और हक हकूकों से न हो छेड़छाड़

उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा प्राधिकरण का खाका प्रस्तुत किया है, जिसका उद्देश्य यात्रा से जुड़ी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना है। तीर्थ पुरोहितों ने प्राधिकरण की देवस्थानम बोर्ड से अलग पहचान की मांग...

Newswrap हिन्दुस्तान, देहरादूनThu, 2 Jan 2025 05:02 PM
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चारों धामों की आंतरिक व्यवस्था और हक हकूकों से न हो छेड़छाड़

सरकार बोली, देवस्थानम बोर्ड से पूरी तरह अलग है चार धाम यात्रा प्राधिकरण तीर्थ पुरोहित महापंचायत के समक्ष सरकार ने रखा प्राधिकरण का खाका

देहरादून, मुख्य संवाददाता।

चार धाम यात्रा प्राधिकरण को लेकर आम राय बनाने को सचिवालय में गुरुवार को अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन की अध्यक्षता में अहम बैठक हुई। तीर्थ पुरोहितों समेत अन्य हित धारकों ने साफ किया कि धामों की आंतरिक व्यवस्था, पूजा पद्धति और हक हकूकों से किसी भी तरह की छेड़छाड़ न की जाए। प्राधिकरण यदि देवस्थानम बोर्ड का दूसरा स्वरूप होगा, तो इसका विरोध होगा। एसीएस आनंद बर्द्धन की ओर से साफ किया गया कि प्राधिकरण पूरी तरह देवस्थानम बोर्ड से अलग है।

सचिवालय में हुई बैठक में सरकार की ओर से यात्रा प्राधिकरण का खाका सामने रखा गया। चारधाम यात्रा के सफल संचालन, प्रस्तावित चारधाम यात्रा प्राधिकरण पर तीर्थ पुरोहितों के संघ, संबंधित होटल एसोसिएशन, पंडा पंचायतों और इससे जुड़े हुए विभिन्न हितधारकों के साथ जानकारी साझा की गई। एसीएस आनंद बर्द्धन ने साफ किया कि यात्रा प्राधिकरण का उद्देश्य यात्रा से जुड़ी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना है। इसके लिए तीन स्तरीय व्यवस्था की गई है। पहले स्तर पर मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है। जो समय समय पर व्यवस्थाओं को अहम फैसले लेगी।

दूसरी समिति मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित की गई है। जो विभागीय समन्वय के साथ व्यवस्थाओं का एक मजबूत खाका तैयार करेगी। तीसरी समिति कमिश्नर गढ़वाल की अध्यक्षता में बनेगी। जो धरातल पर सभी विभागों के समन्वय बना कर व्यवस्थाओं को मूर्तरूप देगी। प्राधिकरण व्यवस्थाओं के क्रियान्वयन पर फोकस करेगा। सभी हित धारकों को प्राधिकरण का ड्राफ्ट जल्द उपलब्ध करा दिया जाएगा। इस पर उनके सुझाव लेकर आगे ड्राफ्ट को फाइनल रूप दिया जाएगा। प्राधिकरण चारों धामों में आवागमन की सुगम कनेक्टिविटी, पंजीकरण और आम यात्रियों के दर्शन की सहजता का इंतजाम सुनिश्चित कराएगा। पार्किंग, शौचालय, स्वच्छता और सुरक्षा की व्यवस्थाएं मजबूत करेगा। इन्हीं बिंदुओं पर सुझाव लिए गए। सचिव सचिन कुर्वे ने कहा कि किसी को भी संशकित होने की जरूरत नहीं है।

बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक एपी अंशुमान, सचिव सचिन कुर्वे, आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडेय, पुलिस महानिरीक्षक डॉ. वी मुरुगेशन, अध्यक्ष तीर्थ पुरोहित संघ बद्रीनाथ उमानंद सती, अध्यक्ष बद्रीनाथ पंडा पंचायत प्रवीण ध्यानी, अध्यक्ष उत्तराखंड तीर्थ पुरोहित महापंचायत सुरेश सेमवाल, महासचिव उत्तराखंड तीर्थ पुरोहित महापंचायत डॉ बृजेश सती, अध्यक्ष संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति नवीन चंद रमोला, अध्यक्ष होटल एसोसिएशन गंगोत्री अनिल नौटियाल, अध्यक्ष होटल एसोसिएशन यमुना घाटी शोभन सिंह राणा, सचिव मंदिर समिति यमुनोत्री सुनील उनियाल आदि मौजूद रहे।

धामों की आंतरिक व्यवस्था में न दिया जाए दखल

महापंचायत के प्रतिनिधियों ने बैठक में कहा कि धामों की आंतरिक व्यवस्था और पूजा पाठ समेत हक हकूकों में किसी भी तरह का दखल न दिया जाए। जैसा की देवस्थानम बोर्ड में किया गया था। महासचिव बृजेश सती ने कहा कि सदियों से जो आंतरिक व्यवस्था चली आ रही है, उसमें किसी तरह का दखल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महापंचायत प्राधिकरण का ड्राफ्ट मिलने के बाद अपने सुझाव देगी।

श्रद्धालुओं की संख्या न हो निर्धारित

बैठक में चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित न किए जाने की मांग की गई। महापंचायत ने कहा कि देश भर में किसी भी धाम में श्रद्धालुओं के दर्शन करने की कोई संख्या निर्धारित नहीं होती। चारों धामों में भी इसे समाप्त किया जाए। व्यवस्थाएं जुटाई जाएं। हेली सेवा से आने वालों के वीआईपी दर्शन की व्यवस्था को समाप्त किया जाए।

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