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बोले देहरादून : चकराता रोड पर गाड़ियां पार्क होने से व्यापारी और स्थानीय लोग परेशान

देहरादून के चकराता रोड पर जाम की समस्या बढ़ती जा रही है, जिससे व्यापारियों और स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही है। यहां पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे दुकानों के सामने वाहन खड़े हो जाते हैं।...

Newswrap हिन्दुस्तान, देहरादूनTue, 4 March 2025 04:31 PM
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बोले देहरादून : चकराता रोड पर गाड़ियां पार्क होने से व्यापारी और स्थानीय लोग परेशान

दून स्थित चकराता रोड का बाजार शहर के पुराने बाजारों में से एक है। यहां करीब 200 से ज्यादा व्यापारी रोजगार कर रहे हैं। चकराता रोड पर लगने वाले जाम के कारण व्यापारियों के साथ स्थानीय लोग भी परेशान हैं। यह रोड घंटाघर से शुरू होते हुए बल्लूपुर-बल्लीवाला-प्रेमनगर के लिए निकलती है। शहर का मुख्य मार्ग होने के कारण इस रोड पर वाहनों की अधिक आवाजाही होती है। यहां पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। इस वजह से विक्रम, मैजिक और बस चालक अपने वाहनों को दुकानों के आगे पार्क कर देते हैं। इससे यहां रोज जाम की समस्या बढ़ती जा रही है। पेश है दीपिका गौड़ की रिपोर्ट... आपके अपने ‘हिन्दुस्तान अखबार ने ‘बोले देहरादून अभियान के तहत देहरादून स्थित चकराता रोड के व्यापारियों से बातचीत की। इस दौरान व्यापारियों ने हिंदुस्तान की टीम को बताया कि दून के चकराता रोड पर लगने वाले जाम से व्यापारी व स्थानीय लोग परेशानी में पड़ गए हैं। व्यापारी बताते हैं कि साल 2019 में देहरादून को स्मार्ट सिटी बनाने का कार्य शुरू हुआ था। आज पांच साल बीत जाने के बाद भी चकराता रोड के हालत नहीं सुधरे। स्मार्ट सिटी के वादे के अनुसार पैदल चलने वालों के लिए ना फुटपाथ बना, ना यहां के व्यापारियों को कोई सुविधा दी गई। सड़क पर बनाई गई व्हाइट लाइन ही परेशानी का कारण बन गई है। लोनिवि द्वारा चकराता रोड पर बनी व्हाइट लाइन को गलत दर्शाया गया है। जिस कारण आसपास की जगहों पर जाने वाले लोगों सहित विक्रम, मैजिक और बस चालक दुकानों के आगे तो कभी गलियों में घरों के आगे गाड़िया घंटों तक खड़ी करके चले जाते हैं।

व्यापारियों ने बताया कि इस रोड से ज्यादा आवाजाही होने के कारण जाम बढ़ने लगा है और चालक भी तीव्र गति से वाहनों को चलाते हैं। कई बार तो लोग हादसे का शिकार भी हो चुके हैं। इस डर के कारण व्यापारी और ग्राहकों को हेलमेट पहनकर सड़क को पार करना पड़ता है। साथ ही सड़क पर बढ़ रहे जाम से यहां के स्थानीय लोगों को भी अपने घरों की गलियों में पहुंचने के लिए जगह नहीं बचती है। चकराता रोड के व्यापारियों का कहना है कि हम लंबे समय से इन समस्याओं का सामना कर रहे हैं, लेकिन हमारी समस्याओं के समाधान पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, इससे व्यापारी भी प्रभावित हो रहे हैं और बाजार में खरीदारी करने आने वाले लोग भी। व्यापारियों का कहना है कि शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाना पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी है। इसलिए पुलिस और स्थानीय प्रशासन को चकराता रोड पर लगने वाले जाम से मुक्ति दिलाने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए। साथ ही सड़क किनारे वाहन पार्क करने वाले वाहन स्वामियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

जाम के कारण गंतव्य तक नहीं पहुंच पाते मालवाहन

चकराता रोड पर लगने वाले जाम के कारण व्यापारियों को अपनी दुकान में माल की आपूर्ति में परेशानियां हो रही हैं। जाम के कारण ट्रक और अन्य मालवाहन गंतव्य तक समय पर नहीं पहुंच पाते, जिससे व्यापारी समय पर आवश्यक सामान प्राप्त नहीं कर पाते। इससे व्यापार में रुकावट आती है और नुकसान होता है। व्यापारियों को अपनी दुकान में खाली स्थान का सामना करना पड़ता है, और ग्राहकों की मांग पूरी करने में परेशानी होती है। इसके परिणामस्वरूप, उन्हें ग्राहकों की नाराजगी का सामना करना पड़ता है, जो उनके व्यवसाय के लिए नुकसानदायक है।

ग्राहकों को दुकान तक पहुंचने में होती है परेशानी

चकराता रोड पर लगातार जाम लगने के कारण ग्राहक दुकान तक पहुंचने में असमर्थ होते हैं। जाम की वजह से यातायात का बहाव धीमा हो जाता है, और लोग तय समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुँच पाते। परिणामस्वरूप, व्यापारी ग्राहकों की कमी का सामना करते हैं, जिससे उनकी बिक्री में गिरावट आती है। इसके अलावा, लोग जाम से परेशान होकर शॉपिंग करने का विचार ही छोड़ देते हैं, जिससे व्यापारियों को आय में कमी होती है। यह समस्या व्यापारियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है।

व्यापारियों के लिए सड़क पार करना भी मुश्किल

जाम की समस्या से हम सभी इतने परेशान हो चुके हैं कि दुकानों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। जाम इतना बढ़ने लगा है कि अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, हमें हेलमेट लगा कर सड़क को पार करना पड़ता है। क्योंकि इस सड़क से ज्यादा लोगों की आवाजाही होती है। आए दिन हादसे हो रहे हैं। तो हर पल हमे जाम के साए में जीना पड़ता है और डर बना रहता है। इसलिए अधिकारियों को लगातार बढ़ रहे जाम की समस्या का निस्तारण करना चाहिए।

नालियों में लंबे समय से जमा है कूड़ा

चकराता रोड शहर के बीच में स्थित होने के बावजूद यहां सफाई व्यवस्था न के बराबर है। नालियों में लंबे समय से कूड़ा जमा हुआ है। जिसकी शिकायत करते करते-करते व्यापारी थक गए हैं। इसके बावजूद यहां कोई सफाईकर्मी नहीं पहुंचता। साथ ही कूड़ा उठाने की यहां कोई नियमित व्यवस्था नहीं है। यहां कूड़ा फैला होने के कारण राहगीरों का चलना मुश्किल हो जाता है।

महिला और बच्चे अंधेरे में आवाजाही करने को विवश

चकराता रोड बाजार में कुछ जगहों पर स्ट्रीट लाइट लगी है लेकिन वहीं गलियों की ओर जाते हुए रास्ते पर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था न के बराबर है। जिस कारण देर-सवेर आने जाने वाले लोगों को अंधेरे से होकर गुजरना पड़ता है। महिलाओं और बच्चों को अंधेरे में आवाजाही करने में परेशानी होती है। हम चाहते हैं कि महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए। जहां-जहां स्ट्रीट लाइट नहीं है। वहां पर स्ट्रीट लाइट की समुचित व्यवस्था की जाए।

बाजार में पुलिस की गश्त होनी चाहिए

चकराता रोड के व्यापारियों की सबसे बड़ी समस्या यहां होने वाली चोरी भी बन चुकी है। व्यापारी मांग करते-करते थक गए है कि पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाए। यदि बाजार में पुलिसकर्मी गश्त करेंगे तो इससे बाजार में होने वाली चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगेगा।

बोले व्यापारी

जाम यहां की बड़ी परेशानी है। कई बार इसकी शिकायत कर चुके हैं। जाम से निजात दिलाने के लिए यहां ट्रैफिक पुलिस की तैनाती होनी चाहिए। -शमशेर सिंह चौहान

हमें ही सड़क पार करने में डर लगता है। ऊपर से चालक सार्वजनिक वाहनों को सड़क पर खड़ा कर देते हैं। इस कारण यहां के व्यापारी बहुत परेशान रहते हैं। -मनोज

दून में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत पैदल चलने के लिए फुटपाथ का काम बिंदाल से शुरू होकर वहीं पर खत्म होकर रह गया, आगे नहीं बढ़ा। -सुनील

शहर का मुख्य बाजार होने के बावजूद भी यहां कभी पुलिस की गश्त देखने को नहीं मिलती। इसलिए यहां चोरी की घटनाएं बढ़ने लगी हैं। -नितेश अग्रवाल

लोगों को जाना पलटन बाजार होता है। लेकिन गाड़ियां लोगों के घरों के सामने खड़ी करके घंटों तक वापस नहीं आते। इससे यहां के लोग परेशान हैं। -सरमु जिंदल

यहां विक्रम, मैजिक और बस चालक अपने वाहन पार्क करते हैं। इस कारण चकराता रोड पर जाम की समस्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। -मुर्शलिन शेख

बाजार में तो कई स्थानों पर स्ट्रीट लाइट तक नहीं है। जिस कारण शाम होते ही गलियों में अंधेरा सा छा जाता है और आवाजाही करने वालों को दिक्कतें होती हैं। -विशाल

चकराता रोड पर जाम की समस्या बनी रहती है। व्यापारियों का सड़क पर निकलना मुश्किल हो जाता है। स्कूली बच्चे सड़क पार नहीं कर सकते। - मोहम्मद राशिद

चकराता रोड के व्यापारी केवल सड़क के जाम से ही परेशान नहीं हैं। यहां के लोग बाजार में सफाई न होने से भी परेशान हैं। बगल की गली में ही कूड़ा जमा हुआ है। -अभिषेक शर्मा

चकराता रोड के व्यापारी केवल सड़क के जाम से ही परेशान नहीं हैं। यहां के लोग बाजार में सफाई न होने से भी परेशान हैं। बगल की गली में ही कूड़ा जमा हुआ है। -अभिषेक शर्मा

यहां लगने वाले जाम से व्यापार पर भी असर पड़ रहा है। बाजार में आने वाली समान की गाड़ी को भी जाम की दिक्कतों सामना करना पड़ता है। -विपिन राणा

बाजार की समस्याओं के संबंध में कई बार अधिकारियों समेत मुख्यमंत्री से रुबरु हो चुके हैं। बावजूद इसके व्यापारियों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। -बृजेश ठाकुर

बाजार में कुछ व्यापारियों ने अपनी दुकानों के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। मगर वहीं मुख्य बाजार में सीसीटीवी कैमरे तक नहीं लगाए गए हैं। -सुरेंद्र सिंह रावत

चकराता रोड पर दुकानों के बाहर सड़क पर गाड़ियां पार्क होंगी तो चालान काटेंगे

ट्रैफिक इंस्पेक्टर जितेंद्र जोशी ने कहा कि शहर में ट्रैफिक सुधार के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। चकराता रोड पर यदि दुकानों के बाहर सड़क पर गाड़ियां पार्क हो रही हैं तो चालान की कार्रवाई की जाएगी। सड़क पर लगने वाली कॉम्पलेक्स की गाड़ियों पर कार्रवाई की जाएगी। यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए व्यापारियों के साथ बाजार में खरीदारी के लिए आने लोग भी अपने वाहनों को सड़क पर पार्क न करें।

सड़क पार करना तक हो जाता है मुश्किल

चकराता रोड के स्थानीय व्यापारी सुशील बिरमानी बताते हैं कि उन्हें यहां काम करते हुए कई वर्षों का समय हो गया है। लेकिन कभी भी उन्होंने ऐसा जाम अपने जीवन में नहीं देखा, जैसा चकराता रोड में लगता है। लोगों की आवाजाही ज्यादा होने के कारण सड़क छोटी पड़ गई है और जाम बढ़ गया है। ना ही यहां के लोगों के लिए पार्किंग की उचित जगह है। पैदल चलने वाले लोगों को सड़क पार करने के लिए काफी देर तक रुकना पड़ता है और पैदल चलने वालों के लिए जो फुटपाथ बनना था। वो भी अब तक नहीं बना। उन्होनें दो बार स्मार्ट सिटी को शिकायत पत्र लिखा है। लेकिन इसके बाद भी ना जबाव मिला ना हल हुआ।

जब से रिडेवलपमेंट प्लान आया, तब से परेशानी है

चकराता रोड के स्थानीय व्यापारी देवाशीष मित्रा बताते हैं कि जब से यहां रिडेवलपमेंट प्लान शुरू किया गया है। तब से ही व्यापारियों की और दिक्कतें बढ़ गई हैं। विभाग के अधिकारियों द्वारा घर और दुकानों के नक्शे पास ही नहीं किए जा रहे हैं। ऐसे में कोई भी अपना काम आगे कैसे बढ़ाएगा। मानो ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यहां व्यापार करते हुए व्यापारी लोग फंस चुके है। संपत्ति की कीमत भी घट चुकी है और कोई खरीदने वाला भी तैयार नहीं होगा। सरकार को हम जैसे व्यापारियों के हित में फैसला लेने की जरुरत है। व्यापारियों की समस्याओं के समाधान पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

शिकायतों के बाद भी हमें अनदेखा किया जा रहा

चकराता रोड के स्थानीय व्यापारी कुनाल गुप्ता बताते हैं कि जब से यहां व्यापार शुरू किया है तब से ही दिक्कतें महसूस कर रहे हैं। कुछ साल पहले सड़क चौड़ीकरण का काम पूरा हुआ। तो लगा कि सड़क चौड़ी होने के बाद समस्या हल हो जाएगी। लेकिन चौड़ीकरण के बाद दुकानों या घर की जो रजिस्ट्री होनी थी। उसमें भी एमडीडीए का 15 साल बाद वाला मुद्दा हल नहीं हुआ। इस कारण करोड़ों की संपत्ति की कीमत कम हो गई है। जिसमें सारा नुकसान व्यापारियों का ही हो रहा है। शिकायतें करने के बाद भी हमारी समस्याओं को अनदेखा किया जा रहा है।

जाम से निपटने को ट्रैफिक पुलिसकर्मी की तैनाती हो

चकराता रोड के स्थानीय व्यापारी सुमित वाधवा बताते हैं कि बढ़ रहे जाम से निपटने के लिए वह कई बार सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवा चुके हैं। लेकिन यहां के व्यापारियों को गंभीरता से नहीं लिया जाता है। अभी हाल ही में उन्होंने सितंबर में शिकायत की थी कि जाम की समस्या से निपटने के लिए ट्रैफिक पुलिसकर्मी की तैनाती होनी चाहिए। ना ही कभी शिकायतों का जवाब आता है ना ही कभी शासन प्रशासन का कोई व्यक्ति व्यापारियों की तकलीफ सुनने उनके पास आता है। सरकार को व्यापारियों के साथ दोहरा मापदंड नहीं अपनाना चाहिए। चकराता रोड के व्यापारियों को भी अन्य बाजारों जैसी सुविधा मिले।

सुझाव

1. चकराता रोड पर बढ़ रहे जाम को रोकने के लिए, कॉम्प्लेक्स के अंदर पार्किंग संचालित की जाए।

2. बाजार के अंदर बढ़ रही चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सुरक्षाकर्मी की तैनाती की जाए।

3. चकराता रोड के बीचोंबीच पार्किंग लगाने वाले लोगों पर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए।

4. चकराता रोड पर फुटपाथ का काम भी जल्द पूरा किया जाए।

5. बाजार की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाने चाहिए।

शिकायतें

1. चकराता रोड के व्यापारी विक्रम, मैजिक और बस के दुकानों के आगे पार्किंग से परेशान हैं।

2. चकराता रोड के मुख्य मार्ग से अंदर गलियों के लिए जा रहे रास्ते पर स्ट्रीट लाइट नहीं हैं।

3. व्यापारी और ग्राहक बाजार के अंदर शौचालय नहीं होने के कारण काफी परेशान हैं।

4. आरजीएम प्लाजा में लिफ्ट के लिए जो जगह दी गई थी। उसमें व्यापारियों ने दुकानें खोली हैं।

5. चकराता रोड में बढ़ रहे जाम को संभालने के लिए ट्रैफिक पुलिस की तैनाती नहीं की गई है।

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