दून में जुटे देश के 32 लॉ विवि व कालेजों के छात्र
उत्तरांचल विश्वविद्यालय के ला कालेज में तीन दिवसीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता की शुरुआत हुई। इसमें 32 लॉ विश्वविद्यालयों के छात्र शामिल हैं। उद्घाटन में न्यायमूर्ति राजेश टंडन और अन्य ने भाग लिया।...
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उत्तरांचल विश्वविद्यालय के ला कालेज में शुक्रवार से तीन दिवसीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता शुरू हो गई। इसमें देश भर के 32 लॉ विश्वविद्यालय और कालेजों के छात्र शामिल हो रहे हैं। मूट कोर्ट का उद्घाटन नैनीताल हाईकोर्ट के पूर्व न्यायधीश और हाईकोर्ट की लोक अदालत के सदस्य न्यायमूर्ति राजेश टंडन ,विवि के कुलपति प्रो. धर्मबुद्धि और उप कुलपति प्रो. राजेश बहुगुणा ने किया। मणिपुर हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायधीश और दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायधीश न्यायमूर्ति सिद्वार्थ मृदुल उदघाटन में आनलाइन शामिल हुए। प्रो. राजेश बहुगुणा ने कहा कि संविधान विधि पर आयोजित इस राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता में देशभर की 76 टीमों ने नामांकन किया था। जबकि प्रथम राउण्ड के बाद 32 टीमों को मौखिक राउण्ड के लिए आंमत्रित किया गया है। न्यायमूर्ति टंडन ने लॉ कालेज की ओर से से ‘हमारा संविधान हमारा स्वाभिमान कैम्पेन में अर्थपूर्ण भागीदारी की सराहना की। उन्होंने संविधान बैंच के सामने बहस करने के महत्व को बताते हुए उन्होंने छात्रों को कई टिप्स भी दिए। न्यायमूर्ति सिद्धार्थ मृदुल ने कहा कि एक अधिवक्ता के लिए अच्छा श्रोता होना जरूरी है जो उसे तर्कशील व प्रबुद्ध बनाता है।
प्रो. धर्मबुद्वि ने कहा कि यह मूट कोर्ट प्रतियोगिता छात्रों के लिए अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का एक अच्छा अवसर है।
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