बोले देहरादून : चोइला और भुत्तोवाला की जनता सस्ता राशन पाने के लिए परेशान
देहरादून के चंद्रबनी क्षेत्र के चोइला-भुत्तोवाला में करीब 900 परिवार सरकारी राशन के लिए दो किलोमीटर की दौड़ लगाने को मजबूर हैं। लोग कई बार उच्चस्तर पर
देहरादून के चंद्रबनी क्षेत्र के चोइला-भुत्तोवाला में करीब 900 परिवार सरकारी राशन के लिए दो किलोमीटर की दौड़ लगाने को मजबूर हैं। यहां साल 2022 में राशन की दुकान बंद हो गई थी। तब से यहां के उपभोक्ताओं को पट्टियोंवाला की राशन की दुकान से अटैच किया गया है। लोग कई बार उच्चस्तर पर क्षेत्र में दुकान फिर से खोलने की मांग उठा चुके हैं, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। प्रस्तुत है कुमुद नौटियाल की रिपोर्ट...
शहर के प्रवेशद्वार पर स्थित चोइला और भुत्तोवाला की जनता कई साल से क्षेत्र में राशन की दुकान खोलने की मांग कर रही है। स्थानीय जनप्रतिधियों एवं समाजसेवियों के साथ कई बार आपूर्ति विभाग, एसडीएम, डीएम स्तर तक मांग उठाई गई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ है। इस कारण लोगों को दो किलोमीटर दूर राशन के लिए जाना पड़ रहा है। क्षेत्रवासी चाहते हैं कि उनके क्षेत्र में खोला जाए, क्योंकि पट्टियोंवाला की दुकान पर पहले से ही उस क्षेत्र के उपभोक्ताओं का दबाव है। इसके अलावा उस पर चोइला और भुत्तोवाला क्षेत्र के करीब नौ सौ राशन कार्डों का भी अतिरिक्त दबाव बढ़ गया है। लोगों का आरोप है कि पट्टियोंवाला का राशन डीलर समय से पहले ही दुकान बंद कर देता है। इस कारण कई परिवार राशन लेने से वंचित रह जाते हैं। कई बार लंबी लाइन में खड़े रहने के बाद भी लोगों को राशन नहीं मिल पाता है। राशन न मिलने पर लोग खाली हाथ घर लौटते हैं। कई बार तो उन्हें राशन आने की सूचना तक नहीं मिल पाती है। नाले की क्षतिग्रस्त दीवार की जल्द हो मरम्मत: क्षेत्र के लोगों के अनुसार, आबादी क्षेत्र के पीछे नाले की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त है। इस कारण बारिश के दिनों में नाले से पानी सड़को और घरों में आ जाता है। इसके साथ गंदगी भी आती है। इस कारण मलेरिया, डेंगू आदि बीमारियों का खतरा भी बना रहता है। नाले की क्षतिग्रस्त दीवार की जल्द मरम्मत की जानी चाहिए, जिससे आगामी बरसात में परेशानी का सामना न करना पड़े।
सुझाव
1. राशन की दुकान को क्षेत्र में स्थापित किया जाए। इसके लिए जल्द ठोस कदम उठाए जाएं।
2. राशन विक्रेता को दुकान खोलने का दिन और समय दोनों बढ़ाने चाहिए, जिससे परेशानी न हो।
3. छुट्टी के दिन भी खुली रहे राशन की दुकान और सिर्फ उपभोक्ता को ही राशन मिले।
4. बरसात में नदी के पानी को रोकने के लिए उचित व्यवस्था बनाई जाए।
5. अधूरे बने नालों का निर्माण हो और नियमित साफ-सफाई होनी चाहिए।
शिकायतें
1. राशन की दुकान क्षेत्र से करीब दो किलोमीटर दूर होने से आने-जाने में परेशानी होती है।2. राशन लेने के लिए लंबी लाइन में खड़ा होना पड़ता है। ऐसे में कई बार राशन नहीं मिल पाता है।
3. राशन की दुकान में जाते हैं तो कई बार सर्वर नहीं चलता तो कई बार अंगूठे का निशान नहीं लग पाता है।
4. बरसात के मौसम में आसन नदी का पानी घरों में आ जाता है।
5. नाले आधे बने है आधे नहीं बने है इससे सारा पानी सड़कों पर जमा रहता है।
लोगों को राशन के लिए जाना पड़ता है पट्टियोंवाला
राशन की दुकान को केवल छह महीने तक अटैच किया जाता है, लेकिन पट्टियोंवाला में दुकान को अटैच हुए दो साल से भी ज्यादा का समय हो गया हैं। फिर भी चोइला और भुत्तोवाला में नई दुकान नहीं खुल पाई है। -आशीष तोमर
राशन की दुकान पहले नजदीक थी अब हमें करीब दो किलोमीटर दूर पट्टियोंवाला जाना पड़ता है। दुकान दूर होने से पता नहीं चलता है की कब राशन मिलता है और कब नहीं। कई बार लोग ऐसे ही खाली हाथ लौट आते हैं। -विकास कश्यप
राशन की दुकान दूर होने से बुजुर्गों और महिलाओं को दिक्कतें होती हैं। राशन को हाथ में लाना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसके लिए कभी अपने साथ किसी को ले जाना पड़ता है या ई-रिक्शा में लेकर आना पड़ता है। -अनीष भटनागर
राशन की दुकान को छुट्टी के दिन भी खोलना चाहिए। इससे महिलाएं घर का काम करके आराम से राशन लेने जा सकेंगी। स्थायी समाधान समस्या का तभी होगा जब क्षेत्र में नई दुकान खुलेगी। इसके लिए ठोस कदम उठाए जाएं। -पुष्पा भंडारी
राशन विक्रेता का व्यवहार भी हम लोगों के साथ ठीक नहीं रहता है। कभी राशन कम कर देता है। अगर बोलो तो ढंग से बात नहीं करता है। क्षेत्र में नई राशन की दुकान जल्द से जल्द खुलनी चाहिए। तभी दिक्कत दूर होगी। -दुलारी उनियाल
कई बार जब राशन की दुकान में जाते हैं तो सर्वर काम नहीं करता है तो कई बार फिंगरप्रिंट नहीं हो पाते हैं। इससे भी हमें कभी राशन मिलता है तो कभी नहीं। दुकान को हमारे चोइला में ही होना चाहिए। -नीलम थपलियाल
राशन की दुकान सुबह आठ बजे खुलती है। लोग सुबह आठ बजे से पहले ही लाइन में लग जाते है। लाइन इतनी लंबी होती है कि आधे लोगों को ही राशन ही नहीं मिल पाता है। राशन की दुकान खुलने का समय बढ़ाया जाना चाहिए। -राजीव भदोरिया
राशन की दुकान में लाइन में लगने के लिए लोग सुबह छह बजे या उससे पहले से खड़े हो जाते हैं। तब जाकर कहीं राशन मिल पाता है। राशन न मिलने पर कई बार राशन कि दुकान के बाहर कहासुनी भी हो जाती है। -अजय कुमार गोयल
राशन लेने के लिए कई दिन दुकान के चक्कर काटने पड़ते है तब जाकर कभी राशन मिल पाता है। वरना तो दुकान कब बंद हो जाए कुछ पता नहीं चलता है। ऐसी दिक्कतें जब से राशन की दुकान अटैच हुई है तब से आ रही है। -सुषमा खेड़ा
राशन की दुकान को अटैच हुए दो साल से अधिक का समय हो गया है जबकि दुकान सिर्फ छह माह तक ही अटैच की जा सकती है। इसके बाद भी अभी तक दुकान अटैच है जो नहीं होनी चाहिए। लोगों की सहूलियत के लिए दुकान जल्द बनाई जानी चाहिए। -रवि धामी
बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या रहती है। क्षेत्र की नालियां भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त हैं। साथ ही कचरे से पटी रहती हैं। बारिश के दिनों में क्षेत्र में जलभराव होता है। इससे परेशानी का सामना करना पड़ता है। -मदन सिंह
एक दुकान पर दो दुकानों का लोड पड़ रहा है। उस हिसाब से दुकानदार को भी अपने नियमों में बदलाव लाने की जरूरत है। केवल कुछ घंटे दुकान खोलने से लोगों को राशन नहीं मिलता है। उन्हें दुकान खोलने का समय बढ़ाना चाहिए। -अंबिका
कई बार नहीं मिल पाती है राशन आने की सूचना
स्थानिया निवासी गायत्री देवी बताती हैं कि राशन एक मूलभूत जरूरत है। इसके लिए भी क्षेत्र के लिए लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। यहां की दुकान बंद होने से राशन लेने के लिए घर से दो किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। अक्सर वह घरों का काम निपटाने के बाद राशन लेने जाते है। दुकान तक जाने में ही काफी समय लग जाता है। वहां पहुंचकर लंबी लाइन में लगना पड़ता है। कई बार लाइन में लगने के बाद भी राशन नहीं मिलता है। दुकान के दूर हो जाने से सुबह जल्दी घरों से निकलना पड़ता है। कई बार तो उन्हें राशन के आने की सूचना ही नहीं मिलती है। कभी राशन ले लेते है तो कभी नहीं ले पाते हैं।
विक्रेता को बढ़ाना होगा दुकान खोलने का समय
शोभा पोखरियाल का कहना है कि दूसरी दुकान की जिम्मेदारी बढ़ गई है। दुकानदारों को 800-900 और नए परिवारों को राशन बांटना है। इतने परिवार होने के बाद भी दुकानदार पहले के ही तरह सुबह आठ बजे दुकान खोलता है और 11 बजे बंद कर देता है। राशन भी कभी मिल जाता है तो कभी नहीं। सुबह से लाइनों में खड़े रहने के बाद भी स्थानीय लोगों को राशन नहीं मिल पाता है। इससे लोगों को बड़ी परेशानी हो रही है। कई बार क्षेत्र के लोगों ने राशन विक्रेता से दुकान खोलने का समय बढ़ाने की मांग की, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिला पूर्ति अधिकारी को इस समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए। ताकि जल्द समाधान किया जा सके।
बारिश के दिनों में घरों तक आ जाता है पानी
अनिल शर्मा बताते है कि यहां पर बारिश के समय इस क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात देखने को मिलते हैं। क्षेत्र के बाहर बने नाले की दीवार क्षतिग्रस्त है, इससे सारा पानी आबादी वाले क्षेत्र की तरफ आ जाता है। ऐसे में बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस जाता है। जिससे सामान भी खराब हो जाता है। सड़को पर चलना मुश्किल हो जाता है। लोगों को अपना घर छोड़कर रिश्तेदारों के यहां शरण लेनी पड़ती है। नाले की क्षतिग्रस्त दीवार की मरम्मत अगली बरसात से पहले हो जानी चाहिए। ताकि क्षेत्र के लोगों को जलभराव का सामना न करना पड़े। जिला प्रशासन को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
पूर्ति कार्यालय को देना होगा समस्या पर ध्यान
अमित भूषण का कहना है कि करीब तीन साल पहले चोइला क्षेत्र के दुकानदार ने राशन की दुकान छोड़ दी थी। इसके बाद से चोईला और भुत्तोवाला के लोगों को राशन लेने के लिए दो किलोमीटर दूर पट्टीयोंवाला में जाना पड़ता है। पहले तो यह दुकान सिर्फ छह महीने के लिए अटैच थी। अब दुकान को अटैच हुए दो साल का समय बीत गया है, लेकिन इस बीच क्षेत्र में नई दुकान नहीं खुली है। जिला पूर्ति कार्यालय को इस पर ध्यान देना चाहिए। नई दुकान की मांग की जा रही है। इसको लेकर क्षेत्रवासियों ने पिछले दिनों को जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा था।
सुबह 11 बजे दुकान बंद कर देता है राशन डीलर
पार्षद सुमन बुटोला बताती हैं कि क्षेत्र में राशन कि दुकान न होने से लोगों को परेशानी हो रही है। करीब दो किलोमीटर दूर जाकर लाइनों में खड़ा होना पड़ता है। इसके बाद भी राशन मिलेगा की नहीं मिलेगा इसका कुछ पता नहीं रहता। राशन वाला सुबह आठ बजे दुकान खोलकर 11 बजे बंद कर देता है। उसे अपने नियमों पर बदलाव करना चाहिए। 11 बजे की बजाय समय सीमा को थोड़ा और बढ़ाना चाहिए। इससे चोइला के लोगों को लंबी लाइनों में खड़ा नहीं रहना पड़ेगा। वहीं, स्थायी तौर पर क्षेत्र में राशन की दुकान होनी चाहिए। जिससे यहां लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
राशन के लिए दुकान के लगाने पड़ते हैं चक्कर
सुनीता नेगी का कहना है कि चोइला और भुत्तोवाला के क्षेत्रवासियों के लिए पट्टियोंवाला स्थित राशन की दुकान बहुत दूर हो जाती है। इससे कब राशन मिल रहा है इसका पता नहीं चल पाता है। राशन से वंचित रहना पड़ जाता है। राशन का पता करने के लिए लोगों को दुकान के चक्कर काटने पड़ते है। इससे क्षेत्रवासियों को परेशानी होती है। घर में और भी काम होते हैं। लोगों की सहुलियत के लिए राशन विक्रेता को राशन की दुकान को दस दिनों तक खोलना चाहिए। ताकि यहां कोई भी अपनी सहुलियत के हिसाब से दुकान में आकर अपना राशन लेकर आ सकता है। इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
राशन लाने में महिलाओं और बुजुर्गों को होती है दिक्कत
अशोक सिंह चौहान का कहना है कि राशन की दुकान बहुत दूर हो गई है। वहां से राशन लाने में बुजुर्गों और महिलाओं को दिक्कत आती है। राशन हाथ में लाना मुश्किल हो जाता है। अकेले वह राशन नहीं ला सकते हैं, इसलिए हमेशा कोई साथ में चाहिए होता है। कई बार तो वहां से राशन लाने के लिए ई-रिक्शा बुक करना पड़ता है। इतना तो राशन नहीं मिलता जितना खर्चा राशन को घर तक पहुंचाने में लग जाता है। राशन की दुकान को जल्द से जल्द क्षेत्र में लाया जाए। इसके लिए जिला पूर्ति कार्यालय को ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि क्षेत्र के लोगों की इस समस्या का समाधान हो सके।
बारिश के दौरान और भी विकट हो जाती है समस्या
सुखबीर बुटोला ने बताया कि क्षेत्र में बारिश के समय जलभराव की बड़ी समस्या रहती है। क्षेत्र के पीछे से नदी बहती है जो बारिश के समय ऊपर आ जाती है। नदी पर तट बंद न होने से क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो जाते हैं। क्षेत्र में जलभराव होने से गंभीर समस्या होती है। उस समय बच्चे स्कूल तक नहीं जा पाते हैं। आवाजाही बाधित हो जाती है। ऐसे में नदी के दोनों तरफ तटबंध बनाए जाने बहुत जरूरी हैं। इससे यहां के लोगों को बारिश के दौरान जलभराव की समस्या का सामाना नहीं करना पड़ेगा। लोग अपने घरों में सुरक्षित रह सकेंगे। जिला प्रशासन को इस मामले में ठोस कदम उठाने चाहिए।
चोइला-भुत्तोवाला के लोगों की समस्या का जल्द किया जाएगा समाधान
जिला पूर्ति अधिकारी कैलाश चंद्र अग्रवाल का कहना है कि चोइला-भुत्तोवाला में राशन की दुकान नहीं होने का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। इस बाबत स्थानीय लोगों की ओर से अभी तक मुझे कोई शिकायत नहीं मिली है। इस मामले में कल ही जिला पूर्ति कार्यालय से टीम को मौके पर भेजा जाएगा। लोगों की समस्या को सुना जाएगा। इसके बाद कदम उठाए जाएंगे। लोगों की अगर यह शिकायत है कि राशन डीलर कम समय के लिए दुकान खोलता है तो इस संबंध में राशन डीलर से दुकान खोलने का समय बढ़ाने के निर्देश दिए जाएंगे। ताकि क्षेत्र के लोगों को परेशानी न हो।
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