गैरसैंण आंदोलन : श्रीनगर में अनशनकारियों को जबरन उठाया, पुलिस से झड़प- VIDEO
गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने के लिए गढ़वाल में आंदोलन और तेज हो गया है। गैरसैंण, श्रीनगर, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग के बाद अब टिहरी में भी आंदोलनकारी सड़क पर उतर गए हैं। स्थायी राजधानी...
गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने के लिए गढ़वाल में आंदोलन और तेज हो गया है। गैरसैंण, श्रीनगर, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग के बाद अब टिहरी में भी आंदोलनकारी सड़क पर उतर गए हैं।
स्थायी राजधानी गैरसैंण बनाने और क्षैतिज आरक्षण लागू करने की मांग को लेकर गुरुवार को नई टिहरी में धरना दिया गया। उधर, श्रीनगर और गैरसैंण में अनशन पर बैठे आंदोलनकारियों को जबरन उठाने पर आंदोलनकारी भड़क गए हैं। दूसरी तरफ चिह्नित राज्य आंदोलनकारी समिति ने 20 मार्च को गैरसैंण में विधानसभा का घेराव करने का ऐलान किया है।
श्रीनगर में गैरसैंण को स्थायी राजधानी की मांग को लेकर अनशन पर बैठे अनशनकारी संजय घिल्डियाल और प्रवीण सिंह को बुधवार देर रात करीब 12 बजे अनशन स्थल से जबरन उठाकर बेस अस्पताल श्रीकोट में भर्ती कराने पर आंदोलनकारी भड़क गए। अनशनकारी प्रवीण सिंह की हालत नाजुक होने पर उन्हें पुलिस की मौजूदगी में फोर्स फीडिंग कराई गई। जबकि संजय घिल्डियाल ने अस्पताल में भी अपना अनशन जारी रखा।
अस्पताल में दिया धरना
गुरुवार दोपहर तक बेस अस्पताल से डिस्चार्ज न करने पर आंदोलनकारियों ने बेस अस्पताल की इमरजेंसी में ही धरना शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच नोक-झोंक भी हुई। अस्पताल द्वारा डिस्चार्ज लेटर देने के बाद भी पुलिस द्वारा उन्हें बाहर नहीं जाने दिए जाने पर प्रवीण सिंह जबरन इमरजेंसी से बाहर आ गए। डिस्चार्ज होने के बाद आंदोलनकारी गोलापार्क में धरना देने लगे। जहां पर 13 दिन से अनशन कर रहे संजय घिल्डियाल के साथ ही उमा घिल्डियाल भी अनशन पर बैठ गईं।
रौथांण को जबरन उठाया
गैरसैंण। गैरसैंण स्थाई राजधानी की मांग को लेकर 11 दिन से रामलीला मैदान में अनशन कर रहे खीम सिंह रौथांण को गुरुवार सुबह छह बजे प्रशासन ने जबरन उठा लिया। इसके बाद अनशनकारी रौथांण को सीएचसी में भर्ती करवाकर उनका जबरन अनशन तुड़वा दिया। प्रशासन की इस कार्रवाई की आंदोलनकारियों ने निंदा की और रैली निकाकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
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