बोले देहरादून : माहेश्वरी विहार में इन दिनों भी जलभराव, बरसात में क्या होगा
देहरादून के माहेश्वरी विहार में हल्की बारिश में भी सड़कों पर जलभराव हो जाता है। लोग गंदे पानी से होकर गुजरते हैं और बच्चों को स्कूल छोड़ने में कठिनाई होती है। स्थानीय निवासियों ने कई बार शिकायत की,...
देहरादून के सेवलाकलां के माहेश्वरी विहार में हल्की सी बारिश में भी सड़कों पर जलभराव हो जाता है। कॉलोनी की 300 मीटर सड़क पानी से लबालब रहती है। लोगों को इसी गंदे पानी से होकर आवाजाही करनी पड़ रही है। बच्चों की स्कूल ड्रेस खराब न हो इसके लिए बच्चों को गोदी में उठा कर गंदे पानी से पार कराया जाता है। इस समस्या के संबंध में कॉलोनी के लोग कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन इसके बाद समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। लोगों का आरोप है कि नगर निगम कॉलोनी में सफाई व्यवस्था पर भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है। कुमुद नौटियाल की रिपोर्ट...
देहरादून के पित्थूवाला के सेवला कलां क्षेत्र स्थित माहेश्वरी विहार कॉलोनी के लोग जलभराव की समस्या से परेशान हैं। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान के ‘बोले देहरादून अभियान के तहत जब लोगों से उनकी समस्याएं पूछीं, तो उन्होंने खुलकर अपनी परेशानी साझा की। लोगों ने बताया कि कॉलोनी में जल निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं है। हल्की सी बारिश होते ही सड़कें जलमग्न हो जाती हैं। स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि लोगों को घुटनों तक भरे पानी में चलकर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ता है। यह समस्या न सिर्फ आवाजाही में बाधा डालती है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक साबित हो रही है। स्थानीय निवासी बताते हैं कि उन्होंने इस समस्या को लेकर पार्षद, विधायक, जिलाधिकारी और अन्य संबंधित विभागों से कई बार शिकायत की है।
अधिकारियों से मुलाकातें की गईं, ज्ञापन सौंपे गए, लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिला। कभी कहा जाता है कि बजट पास हो गया है, तो कभी यह कि जल्द काम शुरू होगा, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई बदलाव नहीं हुआ है। पानी की निकासी के अलावा बिजली की समस्या भी क्षेत्रवासियों की चिंता का कारण बनी हुई है। कॉलोनी में अभी भी सिंगल फेज बिजली आपूर्ति की जा रही है, जिससे लोड बढ़ने पर बार-बार बिजली की कटौती होती है। लोगों का कहना है कि आबादी और उपकरणों की संख्या में बढ़ोतरी के अनुसार ट्रिपिंग की समस्या भी बढ़ गई है, ऐसे में मल्टी फेज बिजली आपूर्ति की मांग की जा रही है।
बिजली की खपत बढ़ी इसलिए ट्रिपल फेज किया जाना चाहिए
माहेश्वरी विहार के लोगों ने बताया कि यहां पर सिंगल फेज की लाइन है। इसको लेकर विभागों में शिकायत की जा चुकी है कि लोड बढ़ गया है साथ ही फेज को भी बढ़ाया जाना चाहिए। लोड के बढ़ने से ट्रांसफार्मर फूंक जाता है। इससे लाइन चली जाती है। जब लोड बढ़ रहा है तो फेज भी बढ़ना चाहिए। कहा गया था कि लोड की जांच कर फेज को बढ़ाया जाएगा। लेकिन अभी तक यहां पर विभाग की ओर से जांच के लिए कोई नहीं आया न ही यहां की फेज को बढ़ाया गया। साथ ही अंजु, कमला तिवारी, और मुन्नी देवी का कहना है कि सड़क पर पानी भर जाने से बहुत परेशानी होती है। बच्चों को स्कूल छोड़ना मुश्किल हो जाता है। पानी में स्कूल के कपड़े और जूते खराब हो जाते है। अभी बरसात का मौसम नहीं है फिर भी जो हल्की बारिश हुई थी उससे यहां पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है। सुबह सैर पर नहीं जा पा रहे है जो लोग जाते भी है वह लोगों के गेट को पकड़-पकड़ कर पानी से बचते हुए जाते हैं।
कई बार की जा चुकी है शिकायत
लोगों ने बताया कि इस समस्या को लेकर कई बार विभागों में शिकायत की जा चुकी है। वह पार्षद , डीएम, विधायक, नगर निगम और सीएम पोटल में अपनी शिकायत कर चुके है। इसके बाद भी शिकायत पर कोई कदम किसी भी विभाग की ओर से नहीं उठाया गया है। लोग चाहते है कि इस समस्या पर अगली बरसात से पहले काम हो क्योकि अभी बना बरसात के यहां पर पानी जमा रहता है तो बरसात में स्थिति और खराब हो जाएगी।
पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है
स्थानीय निवासियों ने बताया कि यहां पर पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। इस वजह से हल्की सी बारिश होने पर यहां पर पानी भर जाता है। सड़क पर पानी भर जाने से क्षेत्रवासी को आवाजाही करने में परेशानी होती है। यह समस्या चार साल से यहां पर बनी हुई है।
सुझाव
1. पानी न भरे इसके लिए निगम को उचित व्यवस्था बनानी चाहिए।
2. कॉलोनी के लोड के अनुसार यहां पर सिंग फेज से बढ़ाकर डबल या ट्रिपल फेज लगाना चाहिए।
3. कॉलोनी की नियमित सफाई होनी चाहिए साथ ही फाॅगिंग भी नियमित होनी चाहिए।
4. पानी की निकासी के लिए अधूरी नालियों का निर्माण कराएं और गहराई भी होनी चाहिए।
5. हमारी शिकायतों का संज्ञान लिया जाना चाहिए और उस पर संबंधित विभाग कार्रवाई करे।
शिकायतें
1. हल्की बरसात में भी सड़कों पर पानी भर जाता है।
2. कई बार की जा चुकी है शिकायत इसके बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई।
3. कॉलोनी में सिंगल फेज की लाइन आती है जिससे कई बार ट्रांसफार्मर बलास्ट हो जाता है।
4. चैंबर भी वहां पर बने है जहां पर पानी इकट्ठा नहीं होता है।
5. पानी की निकासी के लिए जो नालियां बनी हैं वह ज्यादा गहरी नहीं हैं। इस कारण नालियां ओवरफ्लो होने लगती हैं।
अपनी-अपनी बात
हमारी ओर से सभी विभागों में शिकायत की जा चुकी है। इसके बाद भी जलभराव की समस्या यहां पर हल नहीं हो सकी है। हम चार साल से इस समस्या को झेल कर परेशान हैं। - अभिषेक शर्मा
एक-दो बार इंजीनियर क्षेत्र का निरीक्षण करने आए। सड़क का स्लोप नीचे है इसे पांच फूट और उठाना होगा ऐसा बोल कर चले जाते हैं। इसके बाद यहां कोई नहीं आता समस्या बरकरार है। - ललित कुमार
कई बार शिकायत करने के बाद भी विभागों की ओर से केवल आश्वासन ही दिया जाता है। कभी कहते हैं बजट पास हो गया है। लेकिन इसके बाद भी अभी तक कुछ नहीं हो पाया है। - सुरेश पाल
चाल साल पहले नालियां बनाने का काम शुरू किया गया था। वह नालियां भी केवल ढेड फुट गहरी बनाई हैं। इससे पानी केवल नाम मात्र का जाता है बाकि पानी सड़कों पर ही बहता है। - गंगा प्रसाद रतूड़ी
यहां पर चैंबर का निर्माण किया गया था। वह चैंबर भी सड़क के बीच में बने हैं जहां पर पानी जमा ही नहीं होता है। नाम के लिए बने चैंबर बनाए। क्षेत्र के लोग उस चैंबर की मरम्मत खुद करा रहे हैं। - मिथलेश शर्मा
नगर निगम के सफाई कर्मचारी को क्षेत्र में सफाई करते हुए देखा ही नहीं है। कब आते हैं कब जाते हैं पता ही नहीं चलता है। जगह जगह कचरा ऐसे ही रहता है। यहां पर सफाई नहीं होती हैं। - हिमांशु
सिंगल फेज लाइन है जबकि अब घरों में बिजली का लोड बढ़ गया है। इसके साथ ही फेज को भी बढ़ाया जाना चाहिए। स्थानीय लोग इसके लिए ऊर्जा निगम में कई बार शिकायत भी कर चुके हैं। - अंकित गुप्ता
सिंगल फेज लाइन होने से अक्सर ट्रांसफार्मर जल जाता है। इससे घरों की बिजली चली जाती है। ऊपर ट्रांसफार्मर है और नीचे पानी जमा रहता है इससे लोगों को अनहोनी का खतरा रहता है। - सरिता शर्मा
जनप्रतिनिधि वोट मांगने तो समय पर आ जाते हैं लेकिन जब काम की बात आती है तो कोई सामने नजर नहीं आता। जनप्रतिनिधि समस्याओं पर भी ध्यान दें। - ममता रतूड़ी
अगर हमारी समस्याओं का हल नहीं नकला तो हम धरना देंगे। हम लोग तब तक धरना-प्रदर्शन करेंगे जब तक हमारी समस्याओं का समाधान नहीं होगा। - अंजलि ध्यानी
यहां हल्की सी बारिश में बहुत ज्यादा जलभराव हो जाता है, बरसात के सीजन में क्या हाल होता है होगा, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है। - सरिता शाह
एक तरफ तो मच्छरों को मारने के लिए फॉगिंग हो रही है। वहीं दूसरी ओर सड़क पर गंदा पानी जमा रहता है। इससे लोगों में बीमारियां फैलने का खतरा बना रहता है। -सुनीता रावत
यहां पर न तो साफ-सफाई होती है न ही फॉगिंग होती है। पानी कई कई दिनों तक ऐसे ही रहता है। यहां लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो गया है। - संध्या श्रीवास्तव
नालियां भी ऐसी बनी हैं जिसमे से सारा पानी सड़कों पर ही रहता है। नालियों को और गहरा कराना चाहिए। लेकिन यहां केवल डेढ फिट गहरी नाली बनाई गई है। - अंजू
दिन में कई चक्कर गंदे पानी से होकर काटने पड़ते हैं। बच्चों को स्कूल छोड़ना, लाना बाकि कामों के लिए भी इसी रास्ते से जाते हैं। इससे पैरों में खुजली होती है। -बबली नेगी
यहां से कभी निकलो तो पहले देखना पड़ता है कहीं कोई गाड़ी वाला तेज रफ्तार में तो नहीं जा रहा है। तेज रफ्तार वाहनों से सड़क पर का हमारे पर ऊपर गिर जाता है। - सुलेखा
जलभराव की समस्या दूर करने को ड्रेनेज प्लान तैयार हो रहा
मेयर देहरादून सौरभ थपलियाल का कहना है कि नगर निगम के समस्त वार्डों में जलभराव से प्रभावित इलाकों को चिन्हित किया जा रहा है। जलभराव की समस्या हल करने के लिए ड्रेनेज प्लान तैयार किया जा रहा है। सिंचाई विभाग के साथ ही नगर निगम के स्तर से भी राहत कार्य होंगे। लोक निर्माण अनुभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शिकायत मिलने पर मौके पर जाकर निरीक्षण करें। ताकि समस्या का समाधान हो सके। लोगों की समस्याओं का समाधान करना नगर निगम की प्राथमिकता में शामिल है।
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