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बोले देहरादून @100 दिन : आप बोले तो हुकूमत ने सुना

‘बोले देहरादून’ ने 100 दिन में दूनवासियों की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाया। इस अभियान के माध्यम से कई मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई हुई, जैसे इलेक्ट्रिक बसों के लिए बजट मंजूरी और स्थानीय सफाई। लोगों ने...

Newswrap हिन्दुस्तान, देहरादूनThu, 24 April 2025 06:26 PM
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बोले देहरादून @100 दिन : आप बोले तो हुकूमत ने सुना

‘बोले देहरादून 100 दिन का सफर पूरा कर चुका है। इन 100 दिनों में आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान ने दूनवासियों की आवाज को हुकूमत तक पहुंचाने का काम किया। ‘बोले देहरादून में उठे कई मुद्दों को हुकूमत ने सुना और उन पर तत्काल एक्शन भी लिया। यही वजह रही कि ‘बोले देहरादून की कई कड़ी प्रभावी और असरदार भी रहीं। दून की कई बड़ी समस्याओं का हल निकालने में ‘बोले देहरादून की पहल कारगर साबित हुई। आइए देखते हैं ‘बोले देहरादून के 100 दिन के सफर को और समझते हैं कि कैसे ‘बोले देहरादून की धड़कन बनकर उभरा। दीपिका गौड़ एवं कुमुद नौटियाल की रिपोर्ट...

आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान ने इस साल 10 जनवरी को ‘बोले देहरादून का आगाज किया तो लोगों ने भी इसे हाथों-हाथ लिया। वह अपनी बात को हुकूमत तक पहुंचाने के लिए ‘बोले देहरादून को एक मंच के तौर पर देखने लगे। बोले देहरादून ने भी अपने शहर की कई समस्या को इस मंच के माध्यम से शासन-प्रशासन तक पहुंचाने काम किया। उसमें चाहे दून के भीड़ भरे बाजारों की समस्या हो या फिर रेजीडेंट वेलफेयर सोसायटी की परेशानियां। व्यापारियों की बात को भी ‘बोले देहरादून ने प्रमुखता से उठाया। इस पर सिस्टम भी जागा जमीन पर असर भी नजर आया। वह चाहे डाकरा बाजार की टूटी पुलिया का मामला हो या फिर स्मार्ट सिटी की इलेक्ट्रिक बसों के संचालन को लेकर आड़े आई बजट की समस्या। आढ़त बाजार शिफ्टिंग से लेकर पलटन बाजार और प्रेमनगर में सार्वजनिक शौचालयों की समस्या। ‘बोले देहरादून ने इन्हें प्रमुखता से उठाया और सरकार में इनकी न सिर्फ सुनवाई हुई, बल्कि समाधान का रास्ता भी निकला।

इलेक्ट्रिक बसों के लिए 6.50 करोड़ का बजट हुआ मंजूर

11 जनवरी को ‘बोले देहरादून अभियान के तहत दून में इलेक्ट्रिक बसों की हजारों सवारियों के सफर पर संकट की खबर प्रकाशित की थी, जिसमें बताया गया था कि तीन साल पहले स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत दून में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू हुआ था और इस बस से सफर करना यात्रियो के लिए बेहद आरामदायक भी है। केंद्र सरकार से मिले बजट के खत्म होने के चलते इलेक्ट्रिक बसों का संचालन पर कर्मचारी और यात्रियों को इलेक्ट्रिक बसों के बंद होने का डर सता रहा था। 12 जनवरी को ‘बोले देहरादून असर छपा था। जिसमें राज्य सरकार ने विधानसभा में पेश बजट में 6.50 करोड़ रुपयों का प्रवधान इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लिए किया। बंद चैंबरों की सफाई कर सीवर की समस्या से दी राहत: 24 मार्च को माया एन्क्लेव की खराब सड़क और सीवर लाइन की समस्या प्रमुखता से उठाया। इसके बाद 25 मार्च को जल संस्थान की टीम ने इसका संज्ञान लिया और कर्मचारियों को भेजकर चेंबरों की सफाई करवाई गई।

ये हुए बड़े असर

कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन के काम ने पकड़ी तेजी

नगर निगम के कारगी स्थित कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन पर भारी मात्रा में कूड़ा डंप होने के कारण आसपास रहने वाली 25 हजार की आबादी को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। हिन्दुस्तान ने डंपिंग साइट से सटी कॉलोनी के लोगों से बातचीत कर 12 जनवरी और 20 मार्च को इस मुद्दे को ‘बोले देहरादून अभियान में प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया। इसके बाद मेयर और नगर आयुक्त ने मैकेनाइज्ड कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन का काम कर रही कंपनी को तेजी से काम पूरा करने के निर्देश दिए।

अधिग्रहण वाहनों के मालिकों के लिए 63 लाख की पहली किस्त

लोकसभा चुनाव के दौरान देहरादून, विकासनगर और ऋषिकेश से कई वाहन अधिग्रहण किए गए थे। इसके बाद किसी भी वाहन मालिक का भुगतान नहीं किया गया। इससे वाहन मालिक उधार मांग कर अपना गुजारा करने पर मजबूर थे। 16 जनवरी को प्रमुखता से इस खबर को उठाने के बाद जिला निर्वाचन कार्यालय ने अधिग्रहण वाहन चालकों के भुगतान के लिए 63 लाख की पहली किस्त मंजूर कर दी है।

सड़कों पर लगाई गए बैरिकेडिंग

अधिवक्ताओं को जिला न्यायालय में जाने के लिए सड़क पार करनी पड़ रही है। इस दौरान वह कई बार चोटिल हो गए हैं और किसी बड़ी दुर्घटना का शिकार भी हो सकते थे। इस समस्या को एक फरवरी को प्रमुखता से उठाया गया। इसके बाद बार एसोसिएशन और सचिव ने एसपी ट्रैफिक से मुलाकात कर समस्या पर बात की। इसके बाद कोर्ट परिसर के सामने हरिद्वार रोड पर बैरियर लगा दिए गए। अब अधिवक्ताओं को आवाजाही करने में परेशानी नहीं होती है।

ट्यूबवेल की टाइमिंग बढ़ाने के आदेश

कौलागढ़ वार्ड की सैनिक कॉलोनी में पानी में पानी का प्रेशर कम आने से लोगों को परेशानी हो रही थी। चार फरवरी को इस समस्या को प्रमुखता से उठाया गया। इसके बाद जल संस्थान की ओर से इसपर काम किया गया। ट्यूबवेल की टाइमिंग बढ़ाने के आदेश दिए गए।

पेयजल लाइन के लिए मंजूर हुए 27.48 करोड़

क्लेमनटाउन की आदर्श कॉलोनी कई वर्षों से पेयजल लाइन के अभाव में रह रही थी। पेयजल लाइन न होने की वजह से लोग अपने स्तर से पानी की पूर्ति कर रहे थे। 16 मार्च को कॉलोनी की इस समस्या को प्रमुखता से उठाया गया। इस पर शासन ने संज्ञान लिए और सचिवालय में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक की। बैठक में पूरे क्षेत्र के लिए 27.48 करोड़ की योजना को मंजूरी दी गई।

आढ़त बाजार के लिए 121.50 करोड़ मंजूर

आढ़त बाजार में जाम की समस्या से परेशान होकर उसे शिफ्ट किया जाना था। इसके बाद से आढ़तियों में नई जगह को लेकर कई सवाल थे। साथ ही नई जगह का काम धीमी गति से होने पर परेशान थे। इस समस्या को 21 जनवरी को प्रमुखता से उठाया गया। इसके बाद मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में वित्त व्यय समिति की बैठक हुई। इस बैठक में नए आढ़त बाजार के लिए 121.50 करोड़ रुपये के बजट की मंजूरी दी गई।

डाकरा बाजार क्षतिग्रस्त पुलिया पर काम हुआ शुरू

क्षतिग्रस्त डाकरा पुलिया का कोई संज्ञान नहीं ले रहा था। पुलिया के क्षतिग्रस्त हो जाने से डाकरा बाजार में जाने के लिए लोगों को दो किमी दूर गढ़ी कैंट चौक से घुमके आना पड़ रहा था। इस समस्या को 10 जनवरी को प्रमुखता से उठाया गया। इसके बाद शासन स्तर से कैंट बोर्ड को पत्र भेज कर मरम्मत का दायित्व दिया गया।

शौचालय निर्माण को 1.6 करोड़ रुपये मंजूर

‘बोले देहरादून अभियान के तहत शहर के अलग अलग बाजारों में पलटन बाजार, डिस्पेंसरी रोड, राजीव गांधी कॉम्पलेक्स, बल्लूपुर चौक की शौचालय की समस्या को प्रमुखता से उठाया गया था। जिसके बाद 13 फरवरी को बोले देहरादून असर में देहरादून में शौचालयों के निर्माण के लिए 1.6 करोड़ रुपये मंजूर की खबर प्रकाशित की।

इंदिरा कॉलोनी में नगर निगम ने कराई सफाई

आठ अप्रैल को ‘बोले देहरादून अभियान के तहत इंदिरा कॉलोनी क्षेत्र में दम तोड़ स्वच्छता रैंकिंग में छाने की मुहिम खबर प्रकाशित की थी। 10 अप्रैल को बोले देहरादून असर में नगर निगम ने कर्मचारी भेज कर इंदिरा कॉलोनी में करवाई सफाई की खबर छपी। जिसके बाद देहरादून मेयर ने नगर निगम की टीम को मौके पर भेजा और इंदिरा कॉलोनी में गंदी और जाम पड़ी हुई नालियों की सफाई करवाई।

चंदरनगर में नालियों की सफाई कराई गई

16 अप्रैल को ‘बोले देहरादून अभियान के तहत चंदरनगर में नियमित सफाई नहीं होती, जल संकट से जूझते है लोग खबर प्रकाशित की थी। चंदननगर वार्ड 20, 21 और 80 में आता है। खबर प्रकाशित होने के बाद वार्ड 20 के पार्षद विरेंद्र सिंह ने नालियों की सफाई के साथ फॉगिंग भी करवाई। जिसमें 19 अप्रैल को ‘बोले देहरादून अभियान के तहत चंदन नगर वार्ड 20 में नालियां साफ की गई खबर छापी गई।

सड़क का संज्ञान लेकर मरम्मत का कार्य शुरू

शास्त्रीनगर के निवासी कई वर्षों से बदहाल सड़क से परेशान थे। कई बार संबंधित विभाग को लेकर शिकायत की जा चुकी थी इसके बाद भी निवारण नहीं हो सका था। हिन्दुस्तान ने इस खबर को प्रमुखता से उठाया। इसके बाद लोक निर्माण विभाग की ओर से इस समस्या का संज्ञान लिया गया। संज्ञान लेकर क्षेत्र में सड़क निर्माण का कार्य शुरु किया गया।

24 घंटे के भीतर सड़क मरम्मत का काम हुआ शुरू

हिन्दुस्तान ने ‘बोले देहरादून अभियान के तहत 19 अप्रैल को शहंशाही आश्रम के पास संकरी रोड के कारण दुर्घटना का खतरा शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की थी। मेयर देहरादून सौरभ थपलियाल ने समस्या का तत्काल संज्ञान लेते हुए विभागीय अधिकारियों को मौके पर जाकर निरीक्षण करने के निर्देश दिए। इसके बाद सड़क की मरम्मत का काम शुरू हो गया।

आभार जताया

मैं सभी शास्त्रीनगर के लोगों की ओर से हिन्दुस्तान समाचार पत्र का आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने हमारी समस्याओं को प्रमुखता से उठाकर प्रदेश सरकार तक पहुंचाया। -करण एस रावत

आदर्श कॉलोनी के लिए पेयजल लाइन के लिए बजट की मंजूरी से लोगों में काफी राहत है। इसके लिए हम हिन्दुस्तान अखबार के ‘बोले देहरादून अभियान का शुक्रिया करते हैं। -ईश्वर पाल शर्मा

आम जनता की आवाज उठाने के लिए हम हिन्दुस्तान अखबार का धन्यवाद करते हैं। क्षेत्र के लोग काफी समय से परेशानी से जूझ रहे थे। हिन्दुस्तान की खबर का असर हुआ है। - रमेश कुमार मंगू

हिन्दुस्तान समाचार पत्र की ओर चल रहा ‘बोले देहरादून अभियान बहुत अच्छा है। इससे शहर की कई समस्याएं उजागर हो रही हैं और शासन-प्रशासन तक भी पहुंच रहीं हैं। - सुशील त्यागी

हम काफी वर्षों से हिन्दुस्तान अखबार के नियमित पाठक हैं। हिन्दुस्तान अखबार हमेशा से ग्राउंड रिपोर्टिंग करता है और लोगों की हित की खबरों को प्रकाशित करता आ रहा है। - राजीव पंत

हिन्दुस्तान अखबार ‘बोले देहरादून अभियान के तहत आम जनता से जुड़ रहा है। हमारी समस्याओं को प्रमुखता से उठाया जा रहा है। इसके बाद इस पर असर भी हो रहा है। -मदनमोहन जुयाल

‘बोले देहरादून अभियान हिन्दुस्तान की बहुत अच्छी मुहिम है। हमें यकिन है कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ अपना काम बहुत बखुबी कर रहा है। इसके लिए हम हिन्दुस्तान अखबार का आभार जताते हैं। -प्रदीप कुकरेती

मैं हिन्दुस्तान का धन्यवाद करता हूं कि जो शहर भर की समस्याओं को प्रमुखता से उठाता है और उनका हल भी करवाता है। यह हिन्दुस्तान अखबार के ‘बोले देहरादून का बहुत अच्छा अभियान है। -अश्विनी कुमार

शहर की समस्याओं को उठाने का हिन्दुस्तान अखबार अच्छी पहल कर रहा है। हिन्दुस्तान अखबार में प्रकाशित खबरों का असर हो रहा है। -राधा तिवारी, राज्य आंदोलनकारी

हिन्दुस्तान अखबार की ओर से बहुत ही अच्छी और नेक पहल की गई है। जिसमें वह समस्याओं पर प्रमुखता से काम करते हुए उनका हल भी खोजते हैं। -आशीष नौटियाल

शहर में ऐसे बहुत सी जगह है। जिनके बारे में शायद ही लोगों ने सुना होगा। हिन्दुस्तान ने कोने-कोने में पहुंच कर वहां की समस्याओं को उठाया। -विरेन्द्र सिंह, पार्षद

मैं हिन्दुस्तान अखबार का धन्यवाद करता हूं कि इंदिरा कॉलोनी की समस्या पर विस्तृत खबर छापी थी। इसके बाद निगम ने नालियों की सफाई करवाई। -मुकेश सोनकर

मैं हिन्दुस्तान अखबार का धन्यवाद करता हूं कि ‘बोले देहरादून अभियान की बदौलत प्रेमनगर की तमाम समस्याओं का समाधान होने लगा है। -रवि भाटिया

हिन्दुस्तान हर छोटी-बड़ी खबरों को उठाता आया है। ‘बोले देहरादून में हर क्षेत्र की खबरें पढ़ने में काफी रोचक होती हैं। इसके लिए हिन्दुस्ता का आभार। -मंजू जैन

हिन्दुस्तान अखबार के ‘बोले देहरादून को पढ़ कर पाठकों की रुचि बढ़ती है। पूरे शहर में क्या कुछ चल रहा है। इसलिए मैं हिन्दुस्तान का नियमित पाठक हूं। -सौरभ गुसाईं

हिन्दुस्तान समाचार पत्र के ‘बोले देहरादून अभियान के तहत हमारी क्षेत्र की समस्याओं को प्रमुखता प्रकाशित किया। इसलिए हम हिन्दुस्तान का धन्यवाद करते हैं। -विकास शर्मा

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