शिवरात्रि में चार प्रहर की अलग-अलग पूजाएं होतीं हैं गोपीनाथ महादेव मंदिर में
-उत्तराखंड में भगवान शंकर के सबसे प्राचीन और विराट मंदिर में एक है गोपीनाथ मंदिर

भगवान भोले शंकर की प्रिय स्थली गोपेश्वर में स्थित गोपीनाथ महादेव मंदिर में यूं तो वर्षभर निरंतर पूजा-अर्चना, अनुष्ठान और रुद्राभिषेक होता है। पर शिवरात्रि के पुण्य अवसर पर पूरा गोपेश्वर शिवमय हो जाता है। शिवरात्रि पर गोपेश्वर गोपीनाथ मंदिर में भगवान भोलेनाथ के दर्शनों के लिए हजारों की संख्या में शिव भक्त जुटते हैं। शिवरात्रि पर गोपेश्वर गोपीनाथ मंदिर में भगवान शिव शंकर की चार प्रहर की अलग-अलग पूजाएं होती हैं। परम्परा के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में गोपेश्वर गोपीनाथ के मंदिर खुलने के बाद से लेकर रात्रि भर मंदिर के द्वार खुले रहते हैं। जहां ब्रह्म मुहूर्त से लेकर रात्रि भर पूजा अर्चना अभिषेक के साथ ही मंदिर परिसर में जागरण होता है। मान्यताओं के अनुसार शिवरात्रि के दिवस और रात्रि में भगवान गोपेश्वर गोपीनाथ की अर्चना और जागरण पूजन से लोगों की मनौती अवश्य पूरी होती है।
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