नगर पालिका के विरोध में आए ग्रामीण
ग्रामीण क्षेत्र को नगर पालिका में शामिल किए जाने पर कई गांवों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। नाराज ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय में प्रदर्शन कर...
ग्रामीण क्षेत्र को नगर पालिका में शामिल करने पर कई गांवों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। नाराज ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय में प्रदर्शन कर सरकार के निर्णय पर विरोध जताया। मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर निर्णय वापस लेने की मांग की है।
भकुनखोला, सिल्ली तथा गढ़खेत आदि गांवों को पालिका में मिलाने पर ग्रामीणों ने कड़ी आपत्ति जताई है।
नाराज ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय में विरोध जताया। ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांवों में एक साल पहले ही प्रधान चुने गए हैं। उनके माध्यम से गांव के विकास के लिए कई प्रस्ताव गए हैं। अब गांव को नगर पालिका में मिलाने से उन्हें इसका नुकसान होगा। पालिका में शामिल होने पर उन्हें सिर्फ टैक्स भरना होगा। किसी तरह का लाभ नहीं मिलेगा। विकास के नाम पर उनकी ऊपजाऊ भूमि को खराब किया जाएगा। इसके बावजूद भी यदि उनके गांव को पालिका में शामिल किया गया तो ग्रामीण आमरण अनशन करेंगे। चेतावनी देने वालों में सिल्ली की ग्राम प्रधान संगीता, भकुनखोला के हिमांशु खाती के अलावा गढ़सेर आदि गांवों के राजेंद्र खोलिया, नितीश, दीपा, आशा, सरस्वती, संगीता, दया, रेनू आदि शामिल थे।
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