प्रकृति व आध्यात्मिक का अनुभवन लिया छात्रों ने
आईआईपी कौसानी आर्टिस्ट रेजिडेंसी कैंप के दूसरे दिन छात्रों ने कला और प्रकृति का अनोखा अनुभव किया। उन्होंने प्रकृति से प्रेरणा ली, कलाकारों की कृतियों को देखा और फाइन आर्ट्स पर प्रस्तुति सुनी। पद्मश्री...
आईआईपी कौसानी आर्टिस्ट रेजिडेंसी कैंप के दूसरे दिन छात्रों ने कला, प्रकृति और आध्यात्मिकता से भरपूर अनुभव प्राप्त किया। हिमालय की शांत और प्रेरणादायक गोद में आयोजित इस कैंप ने छात्रों को रचनात्मकता और कला के प्रति नई दृष्टि दी, जहाँ उन्हें प्रकृति से प्रेरणा लेने और अपनी कला को निखारने का मौका मिला। दिन की शुरुआत एक प्रकृति सैर से हुई, जहां छात्रों ने कौसानी की अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लिया और अपनी रचनात्मकता को नई ऊर्जा दी। इस अनुभव के बाद, छात्रों ने प्रतिष्ठित कलाकारों को कैनवास पर अपनी कला को जीवंत करते हुए, लकड़ी पर उत्कृष्ट कृतियां गढ़ते हुए, और प्रकृति को फोटोग्राफी के माध्यम से कैद करते हुए देखा। इसके बाद, आईआईपी अकादमी के संस्थापक निदेशक राजेश गोयल ने फाइन आर्ट्स इन लैंडस्केप्स पर एक प्रभावशाली प्रस्तुति दी। इस सत्र में राजेश ने अंतरराष्ट्रीय फोटोग्राफरों के कार्यों का प्रदर्शन किया और छात्रों को कला निर्माण, कहानी कहने और दृश्यात्मक व्याख्या के बारे में सिखाया। इसके बाद, पद्मश्री बिमान बिहारी दास ने अपने 50 वर्षों के अद्भुत करियर की यात्रा को साझा किया। उन्होंने अपनी रचनात्मक प्रक्रिया, कला के प्रति अपने समर्पण और इस क्षेत्र में मिली चुनौतियों व उपलब्धियों के बारे में बताया। छात्रों ने इस सत्र से प्रेरणा ली और इसे एक दुर्लभ अवसर के रूप में देखा। दोपहर के सत्र में, प्रसिद्ध फोटोग्राफर परम ग्रेवाल ने लार्ज फॉर्मेट साइनर कैमरा पर एक वर्कशॉप आयोजित की। यह कैमरा स्टूडियो, इंडस्ट्रियल, प्रकृति, आर्किटेक्चर और रिप्रोडक्शन के लिए उपयोगी है। छात्रों ने इस कैमरे के उपयोग के बारे में सीखा और व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।