हे गौरा, कैलाशा, सौड़, भादो को महिना जात की तैयारी से गूंजी बाबा की नगरी
बागेश्वर में उत्तरायणी मेले के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। लोक कलाकारों ने दर्शकों का मनोरंजन किया। कार्यक्रम में दर्शन फर्स्वाण, श्वेता महरा, दीपा नगरकोटी ने प्रस्तुति दी। चार...
बागेश्वर, संवाददाता उत्तरायणी मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दौर जारी है। बीते बुधवार की रात लोक कलाकार दर्शन फर्स्वाण, श्वेता महरा, दीपा नगरकोटी तथा अन्य कलाकारों के नाम रही। चार घंटे तक इन कलाकारों ने मेला देखने आए लोगों का जबरदस्त मनोरंजन किया।
रात नौ बजे नुममाईशखेत में बने सांस्कृतिक मंच पर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। सबसे पहले दैंणा होया खोली का नरैंणा हो से कार्यक्रम की शुरूआत की गई। इसके बाद दर्शन फर्स्वाण ने हे गौरा, कैलाशा, सौड़ भादो को महीना, जात की तैयारी जागर पेश किया। इसके बाद उन्होंने मोतिमा तू गोरी फनारी, लाल डोरी कम लगाए समेत कई कुमाउंनी व गढ़वाली गीत गाए। इसके बाद मंच पर श्वेता महरा ने अपने डांस का जादू बिखेरा। उन्होंने दूर बड़ी दूर बर्फिलो डानो, मै न जानि नौकरी मां, दिल्ली भौते दूर, चहाक होटल खोलुल इत्ती टनकपुर समेत बबली तेरा मोबाइल, काली गंगा को कालो पाड़ि कैलो कैलो छैलो, छैलो, मन लागिगो मेरो पिंगली साड़़ी में गीत पर जमकर डांस किया। उनके साथ गीत में दीपा नगरकोटी, अजय चंदोला ने साथ दिया। चार घंटे तक चले कार्यक्रम के दौरान दर्शकों ने भी जमकर डांस किया। कलाकारों ने खुद दर्शकों को मंच के करीब बुलाकर नृत्य करवाया। इस दौरान मेला संरक्षक व डीएम आशीष भटगांई, एसपी चंद्रशेखर घोडके, मेलाधिकारी मोनिका, सीओ अंकित कंडारी, पूर्व जिपं उपाध्यक्ष नवीन परिहार, हरीश सोनी, मो. यामिन ईओ नगर पालिका, भुवन कांडपाल, रघुवीर दफौटी आदि मौजूद रहे।
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