अल्मोड़ा के युवाओं ने कहा ‘नशा नहीं रोजगार दो
अल्मोड़ा में नंदा देवी परिसर में युवा और बुजुर्गों ने 'नशा नहीं रोजगार' की मांग को लेकर आंदोलन की शुरुआत की। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के अध्यक्ष पीसी तिवारी के नेतृत्व में लोगों ने बेरोजगारी और बढ़ते...
अल्मोड़ा, कार्यालय संवाददाता। राज्य में नशे और बेरोजगारी के लिए एक बार फिर से आंदोलन की शुरुआत गुरुवार को नंदा देवी परिसर में बैठक के आयोजन के साथ हुई। यहां युवाओं के बुजुर्गे भी एकजुट हुए। युवाओं ने अपने लिए तो बुजुर्गों ने आने वाली पीढ़ियों के लिए ‘नशा नहीं रोजगार की मांग की।
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी की अगुवाई में शुरू हुए जन आंदोलन में वक्ताओं ने कहा गया कि जहां एक ओर लोगों की बुनियादी जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही हैं, वहीं दूसरी ओर बेरोजगार का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। सरकार रोजगार के अवसर बढ़ाने के बजाए जगह-जगह शराब की फैक्ट्रियां और दुकानें खोल रही है। युवा वर्ग तेजी से नशे की गर्त में जा रहा है। पहाड़ में स्मैक का चलन तेजी से बढ़ रहा है। इसे रोकने की कोशिशें तक नहीं हो रही है। कई परिवार बनने से पहले ही उजड़ रहे हैं। ज्यादातर छात्र व नौजवान इसके शिकार बन चुके हैं। वक्ताओं ने कहा कि इस समय आवश्यकता युवाओं को नशा नहीं, रोजगार देने की है। प्रदेश की इस सबसे बड़ी समस्या को लेकर आंदोलन शुरू किया गया है। जिसे चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा। दो और तीन फरवरी को पूरे प्रदेश में आंदोलन को बड़ा रूप दिया जाएगा।
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