आदेश के बाद भी स्कूलों का एकीकरण नहीं होने पर रोष
बल्टा क्षेत्र के अभिभावकों ने डीएम को ज्ञापन सौंपा और स्कूलों के अलग-अलग संचालन पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि 2014 में जूनियर हाईस्कूल का उच्चीकण किया गया था, लेकिन 2020 में स्कूलों को अलग-अलग...
बल्टा क्षेत्र के अभिभावकों ने डीएम को ज्ञापन सौंपा। शासनादेश के बावजूद राजकीय जूनियर हाईस्कूल और राजकीय उत्तचर माध्यमिक विद्यालय बल्टा के अलग-अलग संचालित होने पर नाराजगी जताई। जल्द स्कूलों का एकीकरण नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। अभिभावकों का कहना है कि 2014 में राजकीय जूनियर हाईस्कूल का उच्चीकण किया गया था। इसके बाद शिक्षकों की नियुक्ति भी की गई थी, लेकिन
2020 में तात्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जूहा बल्टा में प्रधानाध्यापक भेजकर स्कूलों को अलग-अलग संचालित कर दिया। तब से जूनियर हाईस्कूल बल्टा और राउमावि बल्टा अलग-अलग संचालित हो रहे हैं। कहना है कि शासनादेश में भी दोनों स्कूलों को एक साथ संचालित करने की बात कही गई है, लेकिन विभागीय आदेशों के बाद भी जूनियर हाईस्कूल अलग से संचालित किया जा रहा है। इसका खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। कहा कि कई बार शिक्षा विभाग को इससे अवगत कराने के बावजूद स्कूलों का एकीकरण नहीं हो सका है। उन्होंने डीएम से जल्द स्कूलों के एकीकरण के लिए कार्रवाई करने की मांग की। अन्यथा आंदोलन की चेतावनी दी। यहां पूर्व प्रधान अर्जुन सिंह, चंदन सिंह मेहता, पूनम मेहता, जानकी देवी, ममता देवी, मंजू मेहता, विमला देवी, सीमा देवी आदि रहीं।
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