शीतकालीन वेतन नहीं देने पर अतिथि शिक्षकों ने जताया रोष
अतिथि शिक्षकों में शीतकालीन वेतन नहीं मिलने पर आक्रोश फैल गया है। उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी से मुलाकात की और समस्या का समाधान न होने पर बोर्ड ड्यूटी से दूर रहने की चेतावनी दी। शिक्षा मंत्री ने...
शीतकालीन वेतन नहीं देने पर अतिथि शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है। मंगलवार को अतिथि शिक्षकों ने मुख्य शिक्षा अधिकारी से मुलाकात कर नाराजगी जताई। दो दिन में निदान नहीं होने पर बोर्ड ड्यूटी में शामिल नहीं होने की चेतावनी दी। मंगलवार को भैंसियाछाना, ताकुला, हवालबाग, धौलादेवी आदि ब्लॉकों के अतिथि शिक्षकों ने मुख्य शिक्षा अधिकारी से मुलाकात की। अतिथि शिक्षकों ने कहा कि शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की ओर से अतिथि शिक्षकों को वेतन बढ़ाने और सुरक्षित भविष्य का आश्वासन दिया गया था, लेकिन नौ साल की सेवा करने के बावजूद अतिथि शिक्षकों को शीतकालीन वेतन नहीं दिया गया है। इससे अतिथि शिक्षकों को आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है। कहा कि अगर दो दिन में अतिथि शिक्षकों की समस्या का निदान नहीं किया गया तो वह न्यायालय की शरण में जाने को बाध्य होंगे। साथ ही बोर्ड ड्यूटी से भी अपने आप को अलग रखने पर मजबूर होंगे। यहां संतोष टम्टा, मनीष पांडे, राकेश लाल, हेमा आर्या, मीनाक्षी शाह, नीमा बिष्ट, योगिता तिवारी, मदन मोहन तिवारी, कमलेश पांडे, दिनेश चंद्र, बीना नयाल, फातिमा, गोपाल सिंह बोरा आदि रहे।
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