केदारनाथ उपचुनाव कांग्रेस की नहीं उत्तराखंडियत की हार: रावत
अल्मोड़ा पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत ने प्रेस वार्ता में गिनाए हार के कारण केदारनाथ उपचुनाव कांग्रेस की नहीं की हार: रावत केदारनाथ उपचुनाव कांग्रेस की
अल्मोड़ा, कार्यालय संवाददाता। केदारनाथ उपचुनाव कांग्रेस की नहीं, पूरे उत्तराखंड की हार है। जनता उत्तराखंडियत को बचाने की आवाज उठाने वालों को नहीं समझ पाई। जो चिंताजनक है। यह बात शनिवार को अल्मोड़ा पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत ने प्रेस वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया, जिसने अपना पूरा जीवन उत्तराखंड को बचाने में लगा दिया। मनोज रावत वही शख्स हैं जिन्होंने 2018 में पहली बार भू कानून और मूल निवास के लिए आवाज उठाई थी। उन्होंने प्रदेश में पलायन, रोजगार और महिला सुरक्षा के मुद्दे भी उठाए। कांग्रेस को पूरी उम्मीद थी कि जनता अपना आशीर्वाद मनोज रावत को देगी, लेकिन उत्तराखंड को बचाने की बात करने वाले को जनता नहीं समझ सकी। जनता का यह फैसला बेहद ही चिंताजनक है।
हरीश रावत ने कहा कि भाजपा ने जीत के लिए धन-बल और सरकारी मशीनरी का प्रयोग किया। कहा कि सीएम ने आठ साल में पहली बार गैरसैंण जाकर पलायन पर चिंतन का नाटक किया। उन्होंने कहा कि अगले एक साल तक जगह-जगह जनसंपर्क कर लोगों से पूछुंगा कि इस प्रकार का जनादेश क्यों दिया। यहां पूर्व विस अध्यक्ष गोविंद कुंजवाल, जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज, निवर्तमान पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी। महिला जिलाध्यक्ष राधा बिष्ट, शोभा जोशी, तारा चंद्र जोशी, मनोज सनवाल, शरद साह आदि मौजूद रहे।
'बंटोगे तो कटोगे' का नारा खतरनाक
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मिली शर्मनाक हार पर भी पूर्व सीएम ने बात रखी। कहा कि महाराष्ट्र में 'बंटोगे तो कटोगे' का नारा देश के लिए एक विस्फोटक स्थिति है। कहा कि यह लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय है। जिस देश में विभिन्न धर्म, सम्प्रदाय और जाति के लोग रह रहे हैं, वहां ऐसे भड़काने वाले भाषणों को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
'उत्तराखंड को नशे का अड्डा बना दिया'
पूर्व सीएम ने कहा कि उत्तराखंड को नशे का अड्डा बना दिया गया है। अब उड़ता पंजाब नहीं उड़ता उत्तराखंड हो गया है। प्रदेश के बेरोजगार युवा नशे की गिरफ्त में है। करीब आठ फीसदी युवा पीने, फूंकने और सूंघने वाले नशे में लिप्त हो चुके हैं। सरकार नशे पर लगाम लगाने के बजाय बढ़ावा देने में तुली है। यह आने वाली पीढ़ी के लिए खतरे के संकेत हैं।
क्वारब और कैंची धाम को लेकर निकालें ठोस समाधान
प्रेस वार्ता में पूर्व सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार में स्थानीय सांसद के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री होने के बाद भी एनएच की बदहाली दुर्भाग्यपूर्ण है। राज्य मंत्री को चाहिए कि अपनी सरकार से वार्ता कर दोनों जगहों के लिए उचित वैकल्पिक व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि क्वारब में हाईवे बाधित होने और कैंची धाम में जाम को लेकर सरकार ठोस समाधान निकाले।
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परिचय- अल्मोड़ा में शनिवार को पूर्व सीएम हरीश रावत ने प्रेस वार्ता की।
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