पुलिस ने नहीं सुनी तो कोर्ट को दर्ज करवाना पड़ा मुकदमा
यूपी के हवालबाग निवासी नरेंद्र चौहान को अपनी पत्नी के परिवार से जान का खतरा था। पुलिस ने उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण उन्हें न्यायालय का सहारा लेना पड़ा। न्यायालय के आदेश के बाद...
मूल यूपी हाल हवालबाग निवासी व्यक्ति थाने के चक्कर काटता रहा, लेकिन पुलिस ने एक नहीं सुनी। मजबूरन उसे न्याय के लिए कोर्ट की शरण में जाना पड़ा। अब न्यायालय के आदेश के बाद पुलिस ने पीड़ित की पत्नी के भाई और पिता के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। मिर्जापुर मऊ यूपी हाल क्वाराली हवालबाग निवासी नरेंद्र चौहान ने न्यायालय की शरण ली थी। कहना था कि उनका पत्नी के साथ आपसी विवाद चल रहे हैं, जिनमें से कुछ न्यायालय में लंबित हैं। आरोप लगाया था कि पत्नी के भाई शास्वत बिष्ट और पिता हरीश बिष्ट निवासी राजपुर रोड आईसीएस कॉलोनी काशीपुर की ओर से उन्हें जान से मारने का प्रयास किया जा रहा है। लगातार मैसेज कर उन्हें धमकाया और ऊंची पहुंच का भय दिखाया जा रहा है। कई बार उन पर जानलेवा हमले हो चुके हैं। कहना है कि दस मई को उन्होंने कोतवाली में तहरीर दी थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने थाने से लेकर एसएसपी से लेकर डीएम दफ्तर के चक्कर काटे। किसी ने नहीं सुनी। मजबूरन उन्हें न्यायालय की शरण में जाना पड़ा। अब मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
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