योगी के मंत्री नंदी का दो करोड़ से ज्यादा उड़ाने वाले गिरफ्तार, बरामदगी 10 प्रतिशत भी नहीं
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी का 2.08 करोड़ रुपये उड़ाने वाले पांच साइबर शातिरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि बरामदगी के नाम पर पुलिस के हाथ खाली हैं।
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी का 2.08 करोड़ रुपये उड़ाने वाले पांच साइबर शातिरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों से 14 एंड्रायड मोबाइल फोन, 10 एटीएम कार्ड और 10 सिम कार्ड बरामद हुआ है। हालांकि पुलिस उड़ाए गए रुपयों में से दस प्रतिशत की भी बरामदगी नहीं कर सकी है। साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने केवल 12.22 लाख रुपये फ्रीज कराया है।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों को सिविल लाइंस में रविवार को घेराबंदी कर पकड़ा गया। इनमें दिव्यांशु निवासी तिलक नगर, थाना कंकड़बाग पटना (बिहार), पुलकित द्विवेदी निवासी खंडेरायपुर बगली पिजारा रानीपुर, मऊ, संजीव कुमार निवासी वीरपुर मकरूका भोजीपुरा, बरेली, सुरजीत सिंह निवासी इटउआ धुरा बहेड़ी, बरेली और विजय कुमार निवासी इंडिया बीरम नंगला नवाबगंज, बरेली शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए बदमाशों ने पूछताछ में बताया है कि हम लोग टेलीग्राम के माध्यम से बाहरी देशों में बैठे साइबर ठगों से जुड़े हुए हैं। हमारा गिरोह दो स्तर पर काम करता है। पहले स्तर पर दूसरे देशों में बैठे शातिर भारत के लोगों से विभिन्न प्रलोभन देकर संपर्क करते हैं। निवेश, ऑनलाइन गेमिंग के अलावा डिजिटल अरेस्ट, बड़े बिजनेसमैन/नेताओं की फर्जी व्हाट्सएप पर डीपी लगाकर ठगी करते हैं।
वहीं दूसरे स्तर पर भारत में बैठे एजेंट विभिन्न राज्यों के लोगों को पैसे कमाने का लालच देकर उनके नाम से चालू बचत खाता खुलवाते हैं। इसके बाद खाते से संबंधित चेकबुक, एटीएम कार्ड आदि लेकर ओटीपी फॉरवर्ड एप को संबंधित बैंक में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर वाले फोन में इंस्टॉल करते हैं। इससे बैंक द्वारा ट्रांजेक्शन के दौरान आने वाली ओटीपी साइबर ठगों के पास पहुंचती है।
इसके बाद शातिर साइबर ठगी में खाते का इस्तेमाल करके उनमें रकम मंगाते हैं। इसके बाद क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से भारत में बैठे एजेंटों को उनका कमीशन दे देते हैं। गिरफ्तारी व अपनी पहचान गोपनीय रखने के लिए आरोपी वीपीएन और आईपी बाउंस कराने जैसी तकनीक का इस्तेमाल करते हैं।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार तिवारी, आरक्षी लोकेश पटेल, रणवीर सिंह सेंगर, अतुल त्रिवेदी, प्रदीप कुमार यादव, रूप सिंह, अनुराग यादव और अभिषेक यादव शामिल रहे।
एकाउंटेंट के व्हाट्सएप पर मैसेज के बाद ठगी
कैबिनेट मंत्री नंदी के एकाउंटेंट को अज्ञात व्हाट्सएप नंबर से मैसेज आया। व्हाट्सएप पर मंत्री के बेटे की डीपी लगी थी। मैसेज में कहा गया कि मैं एक मीटिंग में हूं और एक बिजनेस डील फाइनल कर रहा हूं। इसके लिए एकाउंट नंबर भेज रहा हूं। इसमें रकम भेज दो। बताए गए खाते में एकाउंटेंट ने तीन बार में 2.08 करोड़ रुपये स्थानांतरित कर दिए थे। बाद में जब मंत्री के बेटे से बात की तो ठगी का पता चला। इसके बाद साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया गया था।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।