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UPPCS आंदोलन पर सरकार के रुख में नरमी, केशव मौर्य ने अफसरों को शीघ्र समाधान निकालने को कहा

  • छात्रों की मांगों को लेकर यूपी सरकार के रुख में नरमी देखी जा रही है। डिप्‍टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने आंदोलन पर प्रतिक्रिया के साथ ही अफसरों को छात्रों की चिंताओं का शीघ़ समाधान निकालने का निर्देश दिया है। उन्‍होंने एक्‍स पर लिखा-'छात्रों की चिंताएं गंभीर और महत्वपूर्ण हैं।

Ajay Singh हिन्दुस्तान, लखनऊ। हिन्‍दुस्‍तानTue, 12 Nov 2024 10:59 AM
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यूपी पीसीएस प्री और आरओ, एआरओ की परीक्षा दो दिन कराने के निर्णय के खिलाफ यूपीपीएससी गेट पर सोमवार की सुबह से छात्रों का प्रदर्शन चल रहा है। आज भी छात्रों का धरना लगातार जारी है। इस बीच छात्रों की मांगों को लेकर यूपी सरकार के रुख में नरमी देखी जा रही है। डिप्‍टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने आंदोलन पर प्रतिक्रिया के साथ ही अफसरों को छात्रों की चिंताओं का शीघ़ समाधान निकालने का निर्देश दिया है।

सोशल मीडिया प्‍लेटफार्म 'एक्‍स' पर एक पोस्‍ट में डिप्‍टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने लिखा-'यूपी पीसीएस परीक्षा में एक से अधिक दिन की परीक्षा, निजी संस्थानों को केंद्र न बनाने और मानकीकरण प्रक्रिया को लेकर छात्रों की चिंताएं गंभीर और महत्वपूर्ण हैं। छात्रों की मांग है कि परीक्षाएं पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी हों, ताकि उनकी मेहनत का सम्मान हो और भविष्य सुरक्षित रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में, भाजपा सरकार ने 2017 से भर्ती माफियाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाकर निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया की मिसाल पेश की है। लगभग 7 लाख युवाओं को नियुक्ति पत्र देकर सरकार ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय दिया है। सभी सक्षम अधिकारी छात्रों की मांगों को संवेदनशीलता से सुनें और शीघ्र समाधान निकालें। यह सुनिश्चित करें कि छात्रों का कीमती समय आंदोलन में नहीं, बल्कि उनकी तैयारी में लगे। न्यायालय में लंबित मामलों का भी शीघ्र समाधान निकाला जाए ताकि किसी छात्र का भविष्य अंधकार में न रहे।'

अखिलेश यादव पर बोला हमला

'एक्‍स' पर एक अन्‍य पोस्‍ट में डिप्‍टी सीएम केशव मौय ने पूर्व मुख्‍यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अखिलेश यादव पर हमला बोला। उन्‍होंने लिखा-' यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को छात्रों के मुद्दों पर बोलने का नैतिक अधिकार नहीं है। उन्हें अपने शासनकाल में हुई भर्तियों में भ्रष्टाचार को याद रखना चाहिए।2012 से 2017 तक सपा सरकार में क्या क्या हुआ था यह पूरा प्रदेश जानता है।'

छात्रों पर बल प्रयोग न हो

डिप्‍टी सीएम ने प्रयागराज प्रदर्शन के दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों से संयमित व्‍यवहार रखने की बात कही है। उन्‍होंने 'एक्‍स' पर लिखा- 'अधिकारी संयमित व्यवहार करें और छात्रों पर बल प्रयोग न हो। प्रतियोगी छात्रों से अनुरोध है कि वे अपनी समस्याओं को शांतिपूर्ण तरीके से उठाएं और सपा की राजनीति का शिकार न बनें। आपकी न्याय की लड़ाई में सरकार और मैं सदैव आपके साथ हूं।'

क्‍यों हो रहा है आंदोलन

छात्र, उत्‍तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। उनका कहना है कि पिछले दो सालों से आयोग परीक्षा कराने में विफल साबित हो रहा है। उत्‍तर प्रदेश सिविल सिर्विसेज का नोटिफिकेशन इसी साल जनवरी महीने में जारी किया गया था। इसकी परीक्षा मार्च महीने में होनी थी। लेकिन पहले इसे अक्‍टूबर तक के लिए टाल दिया गया। फरवरी में आयोग द्वारा कराई गई आरओ, एआरओ की परीक्षा पेपर लीक के चलते निरस्‍त कर दी गई थी। इन दोनों परीक्षाओं को अक्‍टूबर में कराया जाना था लेकिन फिर अचानक आरओ-एआरओ परीक्षा को दिसम्‍बर में कराने की घोषणा कर दी गई। इसके साथ ही दो पालियों में परीक्षा देने के लिए कहा गया। छात्रों का कहना है कि यह पूरी तरह से गलत है।

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