योगी ने मेरे बारे में मेरे ससुर से ज्यादा होमवर्क कर लिया; गोरखपुर में ऐसा क्यों बोले जगदीप धनखड़?
- गोरखपुर में पूर्वांचल के पहले सैनिक स्कूल का लोकार्पण करने पहुंचे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सीएम योगी की जमकर तारीफ की। उन्होंने हंसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी की दृष्टि पैनी है। मेरी पढ़ाई के बारे में इन्होंने इतना बड़ा होमवर्क कर लिया जितना मेरे ससुर ने भी नहीं किया था।
गोरखपुर में पूर्वांचल के पहले सैनिक स्कूल का लोकार्पण करने पहुंचे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सीएम योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी की दृष्टि पैनी है। मेरी पढ़ाई के बारे में इन्होंने इतना बड़ा होमवर्क कर लिया जितना मेरे ससुर ने भी नहीं किया था। उन्होंने कहा कि जब देश के सबसे बड़े प्रांत के मुख्यमंत्री ने मेरे निवास पर आकर मुझे इस कार्यक्रम के लिए निमंत्रित किया तो मैं बहुत भावुक हो गया। इनका निमंत्रण पत्र असाधारण था। वैसे तो योगी जी की हर बात असाधारण है लेकिन इन्होंने मुझे यहां एक पुरातन सैनिक स्कूल छात्र की हैसियत से निमंत्रित किया। साथ में एक बड़ा संदेश दिया कि आप जो भी, जिस स्थिति में राष्ट्र की सेवा कर रहे हो, आपका आधार सैनिक स्कूल है। ज्ञान करवाया कि शिक्षा वो माध्यम है जो समाज में बदलाव लाता है। समानता पैदा करता है और जो असमानताएं हैं उन पर कुठाराघात करता है। उपराष्ट्रपति ने मंच से सीएम योगी को सम्बोधित करते हुए कहा कि आपने मुझे यह मौका देकर मेरे जीवन में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। यह मैं कभी नहीं भूलूंगा। उन्होंने हंसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी की दृष्टि पैनी है। इन्होंने मेरे बारे में इतना बड़ा होमवर्क कर लिया जितना मेरे ससुर ने भी नहीं किया था।
उपराष्ट्रपति ने 11: 40 बजे बटन दबाकर सैनिक स्कूल का लोकार्पण किया। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। करीब 25 मिनट के अपने संबोधन में उपराष्ट्रपति ने कहा कि उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश है। सिर्फ 7 सालों में मुख्यमंत्री ने चमत्कारी काम किए हैं। उन्होंने डर को खत्म किया है। जो अकल्पनीय है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि गोरखपुर में सैनिक स्कूल एक करिश्मा है। गोरखपुर की विरासत यहां पढ़ने वाले बच्चों में गूंजेगी। लखनऊ के सैनिक स्कूल का भी जीर्णोद्धार सीएम योगी ने किया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बिना बदलाव नहीं हो सकता है। यहां की रोशनी पूरे देश में फैलेगी। 30 साल पहले गोरखपुर में योगी, गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी बने। इसके बाद संसद में गोरखपुर को प्रतिनिधित्व मिला। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को दुनिया में एक नई पहचान दी है। इसमें उत्तर प्रदेश का अहम योगदान है। 2017 से पहले प्रदेश में कानून का राज नहीं था। यह किसी से छिपा नहीं है। राष्ट्रीयता हमारी पहचान है। निजी स्वार्थ से ऊपर राष्ट्र को रखना होगा। 10 साल पहले का भारत आज नहीं है। आज देश विकसित है। कभी देश का सोना गिरवी रखा गया था। आज भारत एक आर्थिक शक्ति है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद से कभी समझौता नहीं किया जा सकता है। भारत में प्रजातंत्र है। यहां पड़ोसी देश जैसी स्थिति नहीं हो सकती है। इसे लेकर कोई भ्रम नहीं हो सकता है। कहा, विकसित राष्ट्र बनाने के हवन में सभी को अपनी आहुति देनी होगी। अपने जीवन संघर्ष के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि गांव से सैनिक स्कूल गया था। जहां सारी सुविधाएं थीं। सैनिक स्कूल की शिक्षा से ही आज यहां खड़ा हूं। डर का डर निकलना होगा। असफलता ही सफलता की शुरुआत है।
इसके पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह सैनिक स्कूल अनुशासन और समर्पण का केंद्र बनेगा। देश और प्रदेश के लिए आज महत्वपूर्ण दिन है। गोरखपुर का गौरवशाली इतिहास रहा है। आजादी में यहां के वीरों ने लड़ाई लड़ी। यह सनातन और साहित्य का केंद्र है। यहां से कुछ ही किलोमीटर पर बुद्ध, कबीर, भगवान राम और बाबा विश्वनाथ की पावन नगरी है। गोरखपुर आसपास की तीन करोड़ की आबादी का केंद्र है। गोरखपुर विकास की नई गाथा लिख रहा है। योगी ने कहा कि जहां सैनिक स्कूल बना है वहां बंद कारखाना था। कारखाना दोबारा दोगुनी क्षमता से चल रहा है। यहां गन्ना उत्पादन को प्रोत्साहन मिला है। चीनी मिलों में रोजगार के अवसर बने हैं। एक्सप्रेस वे और फोरलेन से नए उद्योग आ रहे हैं। गोरखपुर ड्रीम डेस्टिनेशन बन कर उभरा है।
सैनिक स्कूल के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए सीएम योगी ने बताया कि इसे यहां 50 एकड़ में स्थापित किया गया है। सैनिक स्कूल में देश के पहले सीडीएस विपिन रावत के नाम पर 1000 सीटों का प्रेक्षागृह बना है। एकलव्य शूटिंग रेंज भी यहां है। राइडिंग और स्विमिंग की सुविधा भी यहां है। उन्होंने कहा कि यूपी में बेसिक शिक्षा में 1.56 लाख स्कूल मौजूद हैं। यहां बुनियादी सुविधाएं नहीं थी। 2017 के बाद इन स्कूलों का कायाकल्प हुआ है। यहां बुनियादी सुविधाएं बढ़ी हैं। 1.34 लाख स्कूलों को कायाकल्प योजना से सुविधायुक्त किया गया है। योगी ने कहा कि 18 कमिश्नरी में आवासीय विद्यालय संचालित है। अन्य जिलों में भी इस योजना को बढ़ाया जा रहा है। सीनियर सेकेंड्री के विद्यालय के लिए योजना बनाकर विकसित किया जा रहा है। सैनिक स्कूल इसी परंपरा को आगे बढ़ा रहा है। 1960 में पहला सैनिक स्कूल लखनऊ में स्थापित हुआ था। गौरव की बात है कि उप राष्ट्रपति भी सैनिक स्कूल के छात्र हैं। चित्तौड़ सैनिक स्कूल के पुरातन छात्र से सैनिक स्कूल का लोकार्पण गौरव की बात है। उनका मार्गदर्शन हमें मिला है। हम उनके आभारी हैं।
माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि गोरखपुर में सैनिक स्कूल के साथ नई यात्रा शुरू की जा रही है। यह संस्थान देश और सरहद की सुरक्षा के लिए अहम है। प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। यहां बच्चों को किताबी नहीं बल्कि अनुशासन और देश की एकता और अखंडता की शिक्षा मिलेगी। देश के प्रहरी यहां तैयार होंगे। परिवार त्याग कर देश के समर्पण की शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने बच्चों से आह्वान करते हुए कहा कि मोबाइल का सदुपयोग करें। वरना यह खतरनाक है। समय का सदुपयोग करें। यह आपके सपनों को पूरा करेगा।
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री कमलेश पासवान, सांसद रविकिशन शुक्ल सहित कई अन्य वरिष्ठ नेता और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।