न भारत में रह पाएगी और पाक में नहीं मिली एंट्री, वाघा बॉर्डर पर दो बच्चों संग फंसी सना
पाकिस्तान के नागरिकों को डिपोर्ट किये जाने का फरमान जारी होने के बाद मेरठ प्रशासन ने सना से संपर्क साधा और वीजा रद्द करते हुए पाकिस्तान लौटने के लिए कह दिया। सना पुलिस संग बॉर्डर पहुंची लेकिन पाकिस्तान में प्रवेश नहीं मिला।

यूपी के मेरठ में सरधना के मोहल्ला घोसियान निवासी पीरुद्दीन की पुत्री सना की शादी पाकिस्तान में हुई है। करीब एक सप्ताह पहले सना अपने दो बच्चों को लेकर भारत आई थी। सना को 45 दिन का वीजा मिला था, लेकिन इसी बीच पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला हो गया। पाकिस्तान के नागरिकों को डिपोर्ट किये जाने का फरमान जारी होने के बाद मेरठ प्रशासन ने सना से संपर्क साधा और वीजा रद्द करते हुए पाकिस्तान लौटने के लिए कह दिया। पुलिस की एक खुफिया टीम सना को दोनों बच्चों के साथ लेकर शुक्रवार सुबह बाघा बॉर्डर के लिए रवाना हो गई। सूत्र बताते हैं कि सना और उसके दोनों बच्चों को बाघा बॉर्डर बंद होने के कारण पाकिस्तान में प्रवेश नहीं मिल पाया है और उनको अमृतसर में रोका गया है।
गौरतलब हो कि सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द किए गए हैं और उन्हें वापस भेजा जा रहा है। सरकार के आदेश जारी होने के बाद पुलिस की टीमें लोगों से संपर्क करके उन्हें सकुशल बॉर्डर तक पहुंचा रही हैं। ऐसे में सना को भी वापस भेजा गया लेकिन पाकिस्तानी बॉर्डर बंद होने से सना भारत में ही अटक गई है। उच्च अधिकारियों से संपर्क कर सना को वापस भेजने की कोशिश की जा रही है।
150 पाकिस्तानी वापस भेजे गए मेरठ जोन से
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद सरकार ने शॉर्ट टर्म वीजा पर भारत आए पाकिस्तानियों को वापस भेजना शुरू कर दिया है। मेरठ जोन से शुक्रवार शाम तक 150 पाकिस्तानी नागरिकों को डिपोर्ट किया गया है। एडीजी जोन भानु भास्कर ने बताया कि सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, मेरठ, बागपत, हापुड़ व बुलंदशहर को मिलाकर लगभग 150 से ज्यादा पाकिस्तानी नागरिकों को शुक्रवार शाम तक डिपोर्ट किया जा चुका है। बता दें कि यूपी में 1000 से ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक हैं जिन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया जारी है।