बकरी का शिकार करने आया था भेड़िया, गांववालों ने घेरा फिर पीट-पीटकर मार डाला
- बहराइच के महसी के तमाचपुर में शनिवार देर रात ग्रामीणों ने एक भेड़िए को घेरकर पीटकर मार डाला। एक ग्रामीण की बकरी को उठाकर भेड़िया भागा था। ग्रामीणों ने उसका पीछा किया और जैसे ही मिला लाठियों से पीटकर मार डाला। हालांकि 'लाइव हिन्दुस्तान' इस बात का दावा नहीं करता कि कौन सा जानवर मारा गया है।
The villagers killed the wolf: यूपी के बहराइच में भेड़िए का आतंक कम नहीं हुआ है। यहां महसी के तमाचपुर में शनिवार देर रात ग्रामीणों ने एक भेड़िए को घेरकर पीटकर मार डाला। एक ग्रामीण की बकरी को उठाकर भेड़िया भागा था। ग्रामीणों ने उसका पीछा किया और जैसे ही मिला लाठियों से पीटकर मार डाला। गांववाले उसे भेड़िया बता रहे हैं। हालांकि 'लाइव हिन्दुस्तान' इस बात का दावा नहीं करता कि कौन सा जानवर मारा गया है। सूचना मिलने पर पहुंचे वनकर्मियों ने मारे गए भेड़िए को सिसैय्या चूड़ामणि में पकड़े गए पांच भेड़ियों के कुनबे का छठवां भेड़िया होने की उम्मीद जताई है। महसी में कई दिनों बाद किसी भेड़िए का हमला हुआ है।
डीएफओ अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि तमाचपुर में शनिवार की रात एक ग्रामीण की बकरी उठाया था। जिसके बाद ग्रामीण उसका पीछा कर उसे ढूंढने लगे और जैसे ही दिखा ग्रामीणों ने उसे घेर कर मार डाला। सूचना मिलते ही टीम के साथ ही मैं मौके पर पहुंचा उसकी जांच की। प्रथमदृष्टया उसके रंग रूप को देखने से यह लगता है कि सिसैय्या चूड़ामणि में ड्रोन में कैद हुए भेड़िए की हुलिया भी कुछ ऐसी दिख रही थी। उसका रंग भी व्हाइटिस था और इसका भी ऐसे ही है।
भेड़िया प्रभावित गांव सिसैय्या चूड़ामणि के आसपास 10 दिनों से कोई हमले की घटना भी नहीं घटित हुई है। इसलिए यह उम्मीद की जा रही है कि अपने कुनबे को तलाशते हुए वह भेड़िया इधर चला आया हो। मारे गए भेड़िए का पोस्टमार्टम कराया गया है अन्य पहलुओं पर भी जांच की जा रही है।
रात भर जाग रहे गांववाले
महसी में भेड़िए का खौफ ऐसा है कि गांववाले रात-रात भर जागकर पहरा दे रहे हैं। उन्हें डर है कि न जाने कब किस ओर से भेड़िया आए और हमला बोल दे। इसी आतंक के बीच शनिवार की देर रात भेड़िए के हमले की सूचना फैली तो गांववालों ने तुरंत ही उसे घेर कर मार डाला।