अपने ही हाथों सुहाग उजाड़ने वाली पत्नियों को हो रहा पछतावा, करवाचौथ पर सलाखों के पीछे प्रायश्चित व्रत
- कुछ मामले ऐसे हैं, जिनमें पति की हत्या का आरोप उनकी पत्नी पर ही लगा और वह पतिहंता बन गईं। अपने सुगाह उजाड़ने की आरोपी पत्नियों को अब सलाखों के पीछे जाने पर पछतावा हो रहा है। खासतौर पर पति की दीर्घायु के लिए रखे जाने वाले करवाचौथ व्रत पर पति की ज्यादा याद आती है।
Karvachauth fast in Jail: सात फेरे लेकर सात जन्मों तक साथ देने का वादा करने वाले दंपतियों के जीवन में खटास आने पर परिवार टूट रहे हैं। कुछ मामले तो ऐसे हैं, जिनमें पति की हत्या का आरोप उनकी पत्नी पर ही लगा और वह पतिहंता बन गईं। अपने सुगाह उजाड़ने की आरोपी पत्नियों को अब सलाखों के पीछे जाने पर पछतावा हो रहा है। खासतौर पर पति की दीर्घायु के लिए रखे जाने वाले करवाचौथ व्रत पर पति की ज्यादा याद आती है। अब भले पति इस दुनिया में नहीं रहे मगर, अपने किए का प्रायश्चित करने के लिए आरोपी कई महिलाएं बुलंदशहर जेल में करवाचौथ का व्रत रख रही हैं।
75 महिला बंदी जिला जेल में बंद
जिला जेल में वर्तमान में 75 महिला बंदी हैं। इनमें से छह महिला बंदी अपने पति की हत्या के मामले में बंद हैं। इनमें से पति हत्या की आरोपी चार महिलाएं भी करवाचौथ का उपवास रख रही हैं। जेल प्रशासन को इन महिला बंदियों ने बताया कि करवाचौथ पर पति की बहुत याद आती है। इसलिए वह भी व्रत रख रही हैं।
साड़ी, शूट, शृंगार का दिया सामान
जेल प्रशासन ने करवा चौथ पर महिला बंदियों को साड़ी, शूट-सलवार के साथ उन्हें श्रृंगार का सामान, करवा आदि भी मुहैया कराया है। जेल प्रशासन की ओर से उपवास रखने वाली महिला बंदियों के लिए खाद्यान्न पदार्थ भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
क्या बोले जेल अधिकारी
जेल अधीक्षक बुलंदशहर राजेन्द्र कुमार जायसवाल ने बताया कि करवाचौथ का व्रत जेल में कई महिला बंदी रखेंगी। इन महिला बंदियों को साड़ी, शूट, श्रृंगार का सामान, करवा आदि दिए गए हैं। साथ ही उनके लिए विशेष व्यंजन करवा चौथ पर बनवाए जाएंगे।