Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़wife teaching a lesson to violent husband used to become chudail when returned from office

हिंसक पति को सबक सिखाने को पत्‍नी ने आजमाया आईडिया, ऑफिस से आते ही बन जाती थी 'चुड़ैल'

  • महिला पिछले एक साल से घर में ‘चुड़ैल’ बनने का नाटक कर रही थी। इसके कारण उसके साथ घरेलू हिंसा तो बंद हो गई, मगर महिला एक्टिंग करते-करते उसी जीवन में ढल गई। हर रोज पति के ऑफिस से आने के बाद उसके सिर पर भूत सवार हो जाता। वह अजीब हरकतें करने लगती।

Ajay Singh हिन्दुस्तान, गोरखपुर। वरिष्‍ठ संवाददाताWed, 6 Nov 2024 03:34 PM
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Husband-Wife Story: घरेलू हिंसा से जूझ रही महिला ने अपने पति को सबक सिखाने के लिए कुछ अलग ही आईडिया आजमा लिया। महिला पिछले एक साल से घर में ‘चुड़ैल’ बनने का नाटक कर रही थी। इसके कारण उसके साथ घरेलू हिंसा तो बंद हो गई, मगर महिला एक्टिंग करते-करते उसी जीवन में ढल गई। रोजाना पति के ऑफिस से आने के बाद उसके सिर पर भूत सवार हो जाता। वह अजीब हरकतें करने लगती। इस दौरान उसने दो बार पति पर हमला भी किया। परेशान पति उसका इलाज कराने के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज पहुंचा। जहां मानसिक रोग विशेषज्ञों ने जब महिला की काउंसलिंग की, तो उन्हें माजरा समझ में आया। इसके बाद मनोरोग चिकित्सकों ने महिला के साथ उसके पति की भी काउंसलिंग की। मानसिक रोग विभाग में इलाज से महिला के हालात में काफी सुधार है।

बताया जा रहा है की दंपती गोपालगंज का रहने वाला है। पति रेलवे में लोको पायलट है। उसके विवाह को पांच वर्ष हो गए हैं। जानकारी के अनुसार, शादी के बाद से ही पति अक्सर पत्नी से मारपीट करता था। ससुराल वाले भी महिला की मदद नहीं कर रहे थे। इससे परिवार में उसकी स्थिति बदतर होती जा रही थी। मेडिकल कॉलेज के मानसिक रोग के विभागाध्यक्ष डॉ तपस आइच ने बताया कि यह मानसिक रोग है। इसे पोजेजन सिंड्रोम कहते हैं। काउंसलिंग के दौरान पता चला कि महिला को सिर पर भूत सवार होने का आईडिया किसी सीरियल को देखकर आया था। कुछ दिन तो उसने नाटक किया। फिर नाटक को ही उसने जीवन में ढाल लिया।

ग्रामीण परिवेश में मिलते हैं अधिक मामले

डॉ. तपस आइच ने बताया कि घरेलू हिंसा से बचने के लिए महिला घर में अजीब हरकतें करने लगी। धीरे-धीरे यह उसकी आदत में शुमार हो गया। ऐसे मामले ग्रामीण परिवेश में ज्यादा मिलते हैं।

काउंसलिंग के साथ दी गई दवाई

डॉ. आइच ने बताया कि दो राउंड काउंसलिंग के बाद यह समझ में आने लगा कि महिला ने इसकी शुरुआत ड्रामे से की। बाद में यह उसके आदत में आ गया। इस मामले में महिला के साथ ही उसके पति की भी काउंसलिंग की गई। उन्हें व्यवहार सुधारने की हिदायत दी गई। अब दंपती को कोई दिक्कत नहीं है। महिला का इलाज चल रहा है। उसकी दवा की डोज काफी कम हो गई है।

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