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Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Who is behind the conspiracy to blow up Kalindi? 54 officers engaged in investigation, NIA team went to Azamgarh

कालिंदी को उड़ाने की साजिश के पीछे कौन-कौन? 52 अफसर जांच में जुटे, एनआईए की टीम आजमगढ़ गई.

कालिंदी एक्सप्रेस को उड़ाने की साजिश के पीछे कौन-कौन हैं? इसकी तफ्तीश में एजेंसियां लगी हैं। 52 अफसर जांच में जुटे हैं। एनआईए की एक टीम संदिग्धों की तलाश में आजमगढ़ रवाना हो गई है। दूसरी यहीं जांच कर रही है।

Deep Pandey हिन्दुस्तानFri, 13 Sep 2024 05:02 AM
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कानपुर में आठ सितंबर की रात कालिंदी एक्सप्रेस को उड़ाने की साजिश के पीछे कौन-कौन हैं इसका सुराग न तो पुलिस लगा सकी है न ही जांच एजेंसियां। 32 पुलिस अफसर और जांच एजेंसियों के 22 अफसर मामले की तफ्तीश में जुटे हैं। 500 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा चुके हैं लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं लगा है। वहीं, एनआईए की एक टीम संदिग्धों की तलाश में आजमगढ़ रवाना हो गई है। दूसरी यहीं जांच कर रही है।

10 किमी के दायरे में आए हर घर का हो रहा सत्यापन एडीशनल सीपी कानून व्यवस्था हरीश चन्दर ने बताया कि जांच का दायरा बढ़ाया गया है। घटनास्थल से 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी घरों का सत्यापन किया जा रहा है। चार किमी तक हो भी चुका है मगर कोई संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति के बारे में जानकारी नहीं मिल है। पहले पांच किमी. का टारगेट था।

25 संदिग्धों से हो रही पूछताछ एडीशनल सीपी हरीश चन्दर ने बताया आसपास के गांवों से पुलिस 70 से ज्यादा लोगों को उठा चुकी है। पूछताछ के बाद सभी को छोड़ा जा रहा है। 25 संदिग्धों से अभी भी पूछताछ चल रही है। इनमें से कई हिस्ट्रीशीटर भी हैं।

हिस्ट्रीशीटर का वीडियो वायरल

जिस हिस्ट्रीशीटर को संदिग्ध माना जा रहा था उसका वीडियो गुरुवार रात वायरल हो गया। उसमें हिस्ट्रीशीटर खुद को निर्दोष बता रहा है। आपका अपना अखबार हिन्दुस्तान वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता। वीडियो में हिस्ट्रीशीटर कह रहा है कि वह लोधनपुरवा गांव में लाइटें लगा रहा था। देर रात तक चक्की चलाई। सुबह चालक को लेने नानामऊ से गंगा पार चला गया था। गंगा पार से पुलिस ने हिरासत में लिया। पुलिस ने पूछताछ की फोन भी चेक किया। लेकिन कुछ निकला नहीं। जब पुलिस बुलाएगी तो फिर जाऊंगा।

7-8 संदिग्धों से की पूछताछ, एटीएस और पुलिस की जांच शुरू

कालिंदी एक्सप्रेस को उड़ाने की साजिश में अब जांच की आंच घुमंतुओं के डेरों तक पहुंच चुकी है। जांच एजेंसियों को शक है कुछ सेल्फ रेडीक्लाइज (आतंकवाद के वीडियो देखकर स्वप्रेरित) लोगों ने वहां पर शरण ली थी। शिवराजपुर के एक गांव को एजेंसियों ने टारगेट किया है। इस गांव में घुमंतू जाति के लोगों की संख्या अधिक है। खुफिया एजेंसियों ने 7-8 संदिग्धों को उठा पूछताछ शुरू की है। कुछ पुख्ता तथ्य सामने आ सकते हैं। मोबाइल टावर डाटा डम्प होने के बाद बाहरी नम्बरों की संख्या बढ़ गई है। 45 से अब संख्या 62 तक पहुंच गई है। एजेंसियों को इन्हीं बाहरी नम्बरों में से कुछ नम्बर शिवराजपुर के गांव में एक्टिव मिले थे। यह 8 सितम्बर की रात कालिंदी एक्सप्रेस में हुई घटना से पहले उस गांव में एक्टिव मिले हैं।

अपराधियों के गांव के नाम से मशहूर

शिवराजपुर का यह गांव अपराधियों के गांव के नाम से मशहूर है। सूत्रों के मुताबिक इस गांव में कई बार दूसरे जिलों यहां तक के राज्यों से शातिर अपराधियों ने फरारी काटी है। इसी गांव में कुछ लोग डकैती तक में जेल जा चुके हैं। नम्बरों की लोकेशन के बाद एजेंसियों ने इस पूछताछ शुरू कर दी है। हालांकि पूछताछ में कुछ खास एजेंसी के हाथ नहीं लगा है। सूत्रों के मुताबिक प्रयास जारी है घटना के खुलासे के लिए हर सम्भव कदम उठाया जा रहा है।

आजमगढ़ में तलाशेंगे हादसे के सुराग

कालिंदी एक्सप्रेस को उड़ाने की साजिश में इंटेलीजेंस इनपुट जुटा रही एनआईए की टीम गुरुवार को आजमगढ़ रवाना हो गई। टीम वहां भी संदिग्धों की तलाश में गई है। एनआईए लखनऊ के बाद बुधवार को दिल्ली से भी अधिकारी आए थे। टेरर एंगल पुख्ता होने के बाद एनआईए इसे टेकओवर करेगी। सूत्रों के मुताबिक गुरुवार दोपहर एनआईए टीम के सदस्य नेवादा टॉल प्लाजा पहुंचे और वहां सीसीटीवी फुटेज चेक किए। वहीं से टीम आजमगढ़ के लिए रवाना हो गई। सूत्रों के मुताबिक वहां पर भी कुछ संदिग्धों के होने की जानकारी मिली है। यह वे लोग हैं जिनका नाम पूर्व में भी ट्रेन में हुईं घटनाओं में शामिल रहा है। एनआईए की एक टीम कानपुर में रहकर इंटेलीजेंस इनपुट इकट्ठा कर रही है।

रेलवे पटरियों के पास गांव में सख्ती बढ़ाई

कालिंदी एक्सप्रेस को उड़ाने की साजिश की घटना के बाद से रेलवे अलर्ट हो गया है। लगातार पटरियों और पर चेकिंग की जा रही है। जिससे ट्रेनों में सवार यात्रियों को सुरक्षित सफर कराया जा सके। फिलहाल पटरियों के पास के गांव में पुलिस और आरपीएफ की टीम ने सख्ती बढ़ा दी है। ग्रामीण सुबह-शाम रेलवे पटरियों के पास अपने जानवर लाकर चरवाते थे और पटरियों के पास बैठते थे। पुलिस पटरियों के आसपास बैठने वाले लोगों से सख्ती से पेश आ रही है। शाम होते सन्नाटा छाने लगता है। पुलिस का कहना है कि सुरक्षा को लेकर यह किया जा रहा है।

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