सरकार की उपलब्धियां गिनाते-गिनाते आपस में भिड़ गए BJP नेता, पूर्व MLA और ब्लॉक प्रमुख में चलीं कुर्सियां
- मुरादाबाद में सरकार की उपलब्धियां गिनाने के लिए छजलैट में गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम दो भाजपा नेताओं की आपसी टशन की भेंट चढ़ गया। मुख्य अतिथि को लेकर आपस में विवाद इतना बढ़ा कि नोकझोंक के बाद भाजपाइयों में हुए घमासान से पूरा ब्लॉक परिसर अखाड़े में बदल गया।

यूपी के मुरादाबाद में सरकार की उपलब्धियां गिनाने के लिए छजलैट में गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम दो भाजपा नेताओं की आपसी टशन की भेंट चढ़ गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि को लेकर आपस में विवाद इतना बढ़ा कि नोकझोंक के बाद भाजपाइयों में हुए घमासान से पूरा ब्लॉक परिसर अखाड़े में बदल गया। दोनों के समर्थकों में जमकर पानी की बोतलें और कुर्सियां चलीं।
सरकार के आठ साल पूरे होने पर प्रत्येक ब्लॉक व तहसील में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। गुरुवार को इसी कड़ी में विकासखंड छजलैट के सभागार में कार्यक्रम किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के पूर्व विधायक कांठ राजेश चुन्नू को बुलाया गया था। जब पूर्व विधायक कांठ सभागार में पहुंचे तो वहां मंच पर पहले से ही भाजपा के ही ब्लॉक प्रमुख राजपाल सिंह अपने समर्थकों के साथ बैठे थे। उनके बैठने की कोई व्यवस्था नहीं होने पर पूर्व विधायक ने प्रभारी बीडीओ से आपत्ति जताई। इसके बाद पूर्व विधायक के बैठने के लिए आनन फानन इंतजाम किया गया। इसी बीच ब्लॉक प्रमुख ने कुछ बोल दिया। यह बात पूर्व विधायक को नागवार गुजरी और दोनों में तकरार शुरू हो गई।
बात इतनी बढ़ गई कि मंच पर दोनों नेता भिड़ गए। मारपीट शुरू हो गई। पानी की बोतलें चलने लगीं। पूर्व विधायक और प्रमुख के समर्थकों में जमकर हाथापाई और कुर्सियां चल गई। कार्यक्रम स्थल पर अचानक हुए हंगामे से वहां अफरा-तफरी सी मच गई। आनन -फानन में मौके पर मौजूद और अन्य नेताओं ने जैसे तैसे बीच बचाव किया। इस मामले में ब्लॉक प्रमुख और उनके कुछ समर्थकों को चोटें भी आई हैं। फिलहाल अभी इस मामले में किसी ओर से कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है।
बैनर में चीफ गेस्ट का नाम नहीं होने से बनी भ्रम की स्थिति: आकाश पाल
भाजपा जिला अध्यक्ष आकाश पाल ने बताया कि छजलैट ब्लाक में हुए कार्यक्रम में पूर्व विधायक राजेश चुन्नू को पार्टी ने चीफ गेस्ट बनाया था। वहां बीडीओ ने एक गलती कर दी कि पुराना बैनर लगा दिया, जिसमें सिर्फ ब्लॉक प्रमुख राजपाल सिंह का नाम था। एक ऐसा बैनर लगना चाहिए था जिसमें पूर्व विधायक का नाम मुख्य अतिथि के रूप में होना चाहिए। संयुक्त रूप से ब्लॉक प्रमुख का भी नाम रहता। बैनर से भ्रम की स्थिति बनी। इसी वजह से नेताओं में कहासुनी हो गई। घटना के बाद मेरी दोनों नेताओं से बात हो गई है, मामला आपस का है सुलझा लिया गया है।
ब्लॉक प्रमुख व भाई चोटिल, मौजूद ग्रामीण हंगामा देख भागे
छजलैट ब्लॉक सभागार में हुई हाथापाई मारपीट से छजलैट के ब्लॉक प्रमुख राजपाल सिंह और उनके भाई विजय पाल सिंह को भी चोटे आई हैं। अचानक हुए हंगामे से वहां मौजूद महिलाएं और ग्रामीण सभागार से भाग निकले। अफरा तफरी मचने पर वहां मौजूद पुलिस और पार्टी के अन्य नेताओं ने बीच बचाव कर मामले को शांत कराया।
मारपीट और हंगामे के चलते बीच में ही कार्यक्रम हो गया रद
छजलैट ब्लॉक सभागार में सरकार के आठ साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम हंगामे की भेंट चढ़ गया। सरकार की उलब्धियां गिनाने का कार्यक्रम हो ही नहीं सका। कार्यक्रम को उसी वक्त रद कर दिया गया।