विश्वनाथ धाम में दर्शन अब होगा और आसान, बनेगा एक और गलियारा; इस रास्ते पर दबाव होगा कम
- विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालु मैदागिन और गोदौलिया चौराहे से जाते हैं। गंगा के रास्ते भी उनका आवागमन होता है, लेकिन वह रास्ता बारिश के दौरान करीब-करीब बंद हो जाता है।
Kashi-Vishwanath Dham: काशी विश्वनाथ धाम तक आवागमन आसान बनाने के लिए वाराणसी में नई सड़क-दालमंडी मार्ग को चौड़ा किया जाएगा। इस मार्ग की चौड़ाई 14 मीटर तक की जा सकती है। इसका वीआईपी आवागमन के लिए इस्तेमाल होगा। क्षेत्रीय विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी की पहल पर जिला और मंदिर प्रशासन संयुक्त रूप से प्रस्ताव तैयार कर रहा है।
विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालु मैदागिन और गोदौलिया चौराहे से जाते हैं। गंगा के रास्ते भी उनका आवागमन होता है, लेकिन वह रास्ता बारिश के दौरान लगभग बंद हो जाता है। इससे दोनों मार्गों पर भक्तों का दबाव बढ़ जाता है।
विश्वनाथ धाम निर्माण के बाद बाबा दरबार में भक्तों की संख्या कई गुना बढ़ी है। वीआईपी भक्त भी बढ़ गए हैं। वीआईपी आवागमन और विशेष अवसरों पर दोनों मार्गों से श्रद्धालुओं और क्षेत्रीय लोगों का आवागमन प्रभावित होता है। करीब ढाई किमी लम्बे मार्ग पर वाहनों के प्रतिबंध से दोनों ओर के सैकड़ों दुकानदारों के कारोबार पर भी असर पड़ता है। इसे देखते हुए धाम तक आवागमन का नया विकल्प तलाशा गया है।
विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी के मुताबिक नई सड़क से दालमंडी होते हुए चौक जाने वाली करीब 1100 मीटर लम्बी सड़क कभी 10 फीट से अधिक चौड़ी थी। तब चार पहिया वाहनों का आवागमन होता था। वर्तमान में अतिक्रमण के चलते पैदल आवागमन भी मुश्किल हो गया है। इसलिए मार्ग को करीब 14 मीटर तक चौड़े गलियारे के रूप में बनाने का प्रस्ताव तैयार कराने को प्रशासन से कहा गया है। इससे मैदागिन और गोदौलिया मार्ग पर भक्तों का दबाव कम होगा। वहीं, क्षेत्रीय दुकानदारों की दिक्कतें भी कम होंगी।
वैल्यू एड
- 70 से 90 हजार श्रद्धालु पहुंचते हैं आम दिनों में विश्वनाथ धाम
01 लाख से अधिक श्रद्धालु आते हैं विशेष अवसरों पर
दशाश्वमेध थाने के सामने की गली भी चौड़ी होगी
काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने दशाश्वमेध थाने के सामने वाली गली को भी चौड़ा करने पर निर्णय लिया है। इस संबंध में स्थानीय लोगों की सहमति ली जा रही है। इसके अलावा विश्वनाथ धाम के सरस्वती फाटक से दशाश्वमेध घाट जाने वाले मार्ग के चौड़ीकरण के लिए आंतरिक सर्वे हो चुका है।