गोरखपुर में ग्रामीणों ने चौकी प्रभारी और सिपाही को बंधक बनाकर पीटा, बेहोश हुए दरोगा
गोरखपुर में मारपीट और पथराव की सूचना पर देर से पुलिसवालों के पहुंचने पर एक पक्ष ने दूसरे पक्ष से मिलीभगत का आरोप लगाकर चौकी इंचार्ज और सिपाही को पीट दिया। इससे चौकी इंचार्ज बेहोश हो गए। सूचना मिलने पर थाने की फोर्स मौके पर पहुंचकर किसी तरह मुक्त कराया।
यूपी के गोरखपुर में दो पक्षों में मारपीट और पथराव की सूचना पर देर से पुलिसवालों के पहुंचने पर एक पक्ष ने दूसरे पक्ष से मिलीभगत का आरोप लगा चौकी इंचार्ज दुघरा राकेश कुमार और सिपाही विनीत कुमार को बंधक बना कर पिटाई कर दी। पिटाई से चौकी इंचार्ज अचेत हो गए सूचना पर पहुंची थाने की फोर्स ने किसी तरह से उन्हें मुक्त कराया। घायल पुलिस कर्मियों को पास के एक अस्पताल में ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल ले जाया गया। वहां से डॉक्टर ने मेडिकल कालेज रेफर कर दिया।
ये घटना सिकरीगंज थाना क्षेत्र के कनहौली गांव का है। श्रवण यादव रविवार को दिन में दुघरा चौराहे पर कंबाइन का बेयरिंग लेने अपने बुलेट मोटरसाइकिल से जा रहे थे। दूसरे तरफ से उनके पट्टीदार राजन बाइक से आ गए। दोनों आमने-सामने आ गए और बाइक आगे-पीछे करने को लेकर कहासुनी के बाद गाली गलौज हो गई। श्रवण यादव ने 112 नंबर पर पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची डायल 112 नम्बर की पीआरवी के पुलिसवालों ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया और चले गए। हालांकि उसके बाद भी बवाल शांत नहीं हुआ। आरोप है कि दोनों पक्ष के लोग इकट्ठा हो गए और देर शाम विवाद बढ़ गया। दोनों तरफ से पथराव शुरू हो गया। श्रवण यादव ने इसकी सूचना दोबारा पुलिस को दी।
आरोप है कि इस बार पुलिसवालों ने पहुंचने में देर कर दी। मौके पर पहुंचे चौकी इंचार्ज दुघारा और एक सिपाही को श्रवण पक्ष ने जानबुझ कर देर से आने का आरोप लगाकर मारपीट कर कमरे में बंद कर दिया। पुलिसवालों ने इसकी सूचना थाने पर दी जिसके बाद हड़कंप मच गया। सिकरीगंज के अलावा आसा-पास के थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह से चौकी इंचार्ज और सिपाही मुक्त कराया गया। चौकी इंचार्ज मारपीट में अचेत हो गए थे उन्हें टांग कर घर से निकालने के बाद अस्पताल ले गए। वहां से डॉक्टरों ने प्रथमिक इलाज के बाद जिला अस्पताल रेफर किया। वहां के डॉक्टरों ने मेडिकल कालेज रेफर कर दिया।