Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़VIDEO of MiG 29 plane falling from the sky and pilot landing by parachute surfaced in Agra

आगरा में आसमान से गिरते मिग-29 विमान और पैराशूट से उतरते पायलट का VIDEO आया सामने

आगरा में आकाश से जमीन पर गिरते विमान और पैराशूट से कूदते पायलट का वीडियो सामने आया है। वीडियो में दिख रहा है कि किस तरह से हवा में लहराता विमान जमीन की ओर गिर रहा है। पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा टला है। अगर विमान खाली खेत की जगह रिहाइशी इलाके में गिरता तो काफी नुकसान हो सकता था।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानTue, 5 Nov 2024 09:55 PM
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आगरा में बहा सोनिगा गांव में सोमवार को क्रैश हुए लड़ाकू विमान मिग 29 की घटना की जांच शुरू हो गई है। मंगलवार को वायुसेना के विशेष दल ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया। मलबे को देखा। टेक्निकल चीजों को समझा। प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों से बातचीत की। रिपोर्ट तैयार की। इस बीच आसमान से गिरते विमान और पैराशूट से कूदते पायलट का वीडियो सामने आया है। वीडियो में दिख रहा है कि विमान किस तरह से हवा में पल्टी खा रहा है। पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा टला है। विमान अगर खाली खेत की जगह रिहाइशी इलाके में गिरता तो काफी नुकसान हो सकता था।

सोमवार को पंजाब के आदमपुर से उड़ा लड़ाकू विमान मिग-29 शाम लगभग 4:20 बजे क्रैश हो गया था। मौके पर पुलिस फोर्स के साथ हेलीकॉप्टर से वायु सेना के अधिकारी भी पहुंच गए थे। घटना स्थल पर सुरक्षा घेरा बना लिया था। रस्सी लगाकर बैरिकेडिंग कर दी गई थी। ब्लैक बॉक्स को कब्जे में लिया था। रात होने के कारण जांच रोक दी गई थी।

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कैंपिंग कर वायुसेना की इंडियन एयर फोर्स पुलिस और गरुण फोर्स ने हादसे का शिकार हुए लड़ाकू विमान के मलबे की पूरी रात सुरक्षा की। मंगलवार को तड़के ही वायु सेना के अधिकारियों का आवागमन शुरू हो गया। विमान के मलबे की गहनता से जांच की। टेक्निकल पहलुओं को समझा। तीव्रता और ऊंचाई के बारे में पता करने की कोशिश की। दूसरी ओर वायु सेना पुलिस ने ग्रामीणों से बातचीत कर बयान दर्ज किए।

ब्लैक बॉक्स डिकोड होने में लगेंगे तीन से चार दिन

लड़ाकू विमान मिग 29 के क्रैश होने के कारणों का पता लगाने के लिए वायुसेना ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दे दिए हैं। जिसकी रिपोर्ट आने में लगभग दो-तीन माह का समय लग जाएगा। वहीं, चर्चित और अहम ब्लैक बॉक्स वायुसेना को मिल गया है। जिसे जांच के लिए भेजा गया है। इसके रिकॉर्ड को डिकोड करने में लगभग तीन से चार दिन का समय लगेगा। बता दें कि ब्लैक बॉक्स दो हिस्सों में बंटा रहता है। एफडीआर और सीबीआर। एफडीआर में इंजन संबंधी जानकारी और पायलट द्वारा लिया गया एक्शन कोडिंग भाषा में रिकॉर्ड होता है। वहीं, सीबीआर में कॉकपिट में बोला हुआ और पायलट की गतिविधियां रिकॉर्ड होती हैं।

ग्रामीण क्षेत्र में दिन भर होती रही चर्चा

लड़ाकू विमान के क्रैश होने के बाद क्षेत्र में चर्चाओं का माहौल गर्म है। मंगलवार को हादसे का शिकार हुए लड़ाकू विमान के मलबे को देखने के लिए आसपास के गांवों के लोगों का तांता लगा रहा। हर कोई विमान को पास से देखने की चाहत में था। इंडियन एयर फोर्स पुलिस के जवानों उन्हें बैरिकेडिंग से आगे नहीं बढ़ने दिया। ग्रामीणों में चर्चा है कि पायलट की सूझबूझ से गांव से बड़ा हादसा टल गया है।

एमएच से डिस्चार्ज हुए विंग कमांडर मनीष मिश्रा

मिग 29 विमान को विंग कमांडर मनीष मिश्रा उड़ा रहे थे। उन्होंने इजेक्ट कर पैराशूट से लैंडिंग की थी। प्राथमिक उपचार के बाद घटनास्थल से विंग कमांडर को मिलिट्री हॉस्पिटल ले जाया गया था। जहां उनका उपचार और जांच की गई। एक रात हॉस्पिटल में रहे। जिन्हें मंगलवार दोपहर लगभग 11:30 बजे एमएच से डिस्चार्ज कर दिया गया।

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