सुबह हो या शाम हर वक्त-हर ओर मिलता है जाम
शहर में जाम की समस्या से निजात कब मिलेगी ये कहा नहीं जा सकता। तमाम कोशिशों के बाद भी ट्रैफिक पुलिस जाम से राहत दिलाने में विफल साबित हुई है। तेलियाबाग, मलदहिया, फातमान रोड, लहुराबीर, मैदागिन ,चेतगंज...
शहर में जाम की समस्या से निजात कब मिलेगी ये कहा नहीं जा सकता। तमाम कोशिशों के बाद भी ट्रैफिक पुलिस जाम से राहत दिलाने में विफल साबित हुई है। तेलियाबाग, मलदहिया, फातमान रोड, लहुराबीर, मैदागिन ,चेतगंज शहर का ऐसा कोई रास्ता नहीं है जो जाम से मुक्त हो।
साजन तिराहे से फातमान रोड, तेलियाबाग चौराहे तक तो रोजाना जाम लगा रहता है। वहीं कबीचौरा से लेकर मैदागिन तक भी यही हाल है। सुबह हो या शाम हर वक्त जाम से शहर के लोगों को गुजरना होता है। कहीं विभिन्न परियोजनाओं के नाम पर गड्डा खोद कर छोड़ा दिया गया है तो कहीं बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था। कबीरचौरा से मैदागिन का सफर दस मिनट का है जिसे पूरा करने में घंटे भर का वक्त लग जाता है।
कुछ ऐसा ही हाल सिगरा से तेलियाबाग का है। तेलियाबाग पर ट्रैफिक कंट्रोल के लिए ट्रैफिक पुलिस के छह जवान रहते हैं, बावजूद इसके जाम लगा रहता है। बादशाह बाग मोड़ से सिगरा थाने के बीच ट्रैफिक पुलिस का एक भी जवान नजर नहीं आएगा, जबकि यहां हर वक्त जाम लगा रहता है। पिपलानी कटरा तिराहे पर भी ट्रैफिक पुलिस के जवान नहीं दिखते।
लोगों की प्रतिक्रिया
जाम की समस्या से रोजाना सामना होता है। कोई नई बात नहीं है। सुधार आज होगा, कल होगा, सुनते-सुनते महीनों हो गये।
- अली खान, रामाकांत नगर
विकास कार्य का मतलब ये नहीं है कि केवल सड़क खोदकर छोड़ दिया जाए। इसे बनाया भी जाना चाहिए। आधा जाम तो इन्हीं गड्ढों से लगता है।
- नीरज, चंदुआ सट्टी
गोला दीनानाथ बाजार करने के लिए जाना होता है। लेकिन कबीरचौरा से मैदागिन तक लगे जाम से बचने के लिए रात 9 बजे निकलता हूं।
- मंजीत, गोदौलिया
ट्रैफिक पुलिस अगर जिम्मेदारी से काम करे तो जाम पर नियंत्रण पाया जा सकता है। जाम लगने के बाद ही ये लोग दिखाई देते हैं।
- निजाम खान, लल्लापुरा
शहर का विकास हो अच्छी बात है, लेकिन सड़क खोदने के बाद छोड़ दी जाती है। जाम की मुख्य वजहों में यह प्रमुख है। ट्रैफिक पुलिस वाले भी मुस्तैद नहीं दिखते। - पिंटू, सिगरा
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।