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बोले काशी : पांडेयपुर बाजार के चौराहे से हटे जाम तो कारोबार को मिले उड़ान

Varanasi News - वाराणसी के पांडेयपुर चौराहे पर जाम, अवैध ठेला व्यवसाय और शराबियों की मौजूदगी से व्यापारियों और महिलाओं की सुरक्षा प्रभावित हो रही है। स्थानीय व्यापारियों ने पुलिस प्रशासन की अनदेखी और डिवाइडर के कारण...

Newswrap हिन्दुस्तान, वाराणसीTue, 14 Jan 2025 08:19 PM
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वाराणसी। सारनाथ, पहड़िया (गाजीपुर रोड), लालपुर-लमही (आजमगढ़ रोड), हुकुलगंज, कचहरी-अर्दली बाजार का जंक्शन पांडेयपुर चौराहा जाम से कराह रहा है। इसका कारण फेरी-पटरी, ठेला व्यवसायी और ऑटो, ई-रिक्शा चालक हैं। चौराहे पर पुलिस का एक बोर्ड लगा है जिस पर चौराहे से 100 मीटर दायरे में ऑटो और ई-रिक्शा न खड़ा होने का निर्देश है। पुलिस के लोग ही उस निर्देश को नहीं मानते। वहीं प्राचीन हनुमान मंदिर के नजदीक जुटने वाले नशेड़ियों के कारण महिला सुरक्षा बड़ा सवाल बन गया है। हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन करने वालों के लिए भी वे मुश्किलें खड़ी करते हैं। पांडेयपुर बाजार के व्यापारियों ने आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से एक प्रतिष्ठान में चर्चा के दौरान कई समस्याओं का जिक्र किया। उनमें जाम सबसे प्रमुख समस्या बनकर उभरी। व्यापारियों का कहना है कि जाम के कारण ग्राहक खासकर महिलाएं खरीदारी से बचने लगी हैं जिसका सीधा असर कारोबार पर पड़ने लगा है। नगर निगम, पुलिस प्रशासन की अनदेखी के चलते फ्लाइओवर के नीचे की जगह अब तक पार्किंग के रूप में विकसित नहीं हो सकी है।

डिवाइडर बन रहा मौत का कारण

आजमगढ़ रोड पर लमही से पांडेयपुर आते समय बना डिवाइडर मौत का कारण बन रहा है। हाल के वर्षों में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। आए दिन तीन और चार पहिया वाहनों के साथ ही ट्रक और बस भी टकरा जाते हैं। स्थानीय लोगों ने कई बार पुलिस के आला अधिकारियों से डिवाइडर को हटाने की मांग की लेकिन पुलिस अधिकारी इस मामले पर गंभीर नहीं हुए। श्रीव्यापार मंडल पांडेयपुर के अध्यक्ष हृदय गुप्ता, महामंत्री शैलेष गुप्ता बमबम ने कहा कि स्थानीय व्यापारियों ने दुर्घटना से बचाव के लिए एक पुतला रखा है, फिर भी वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त होते हैं। इसे हटाना बहुत जरूरी हो गया है। …

जेल की दीवार पीछे होनी चाहिए

व्यापार मंडल के पदाधिकारी और सदस्यों ने कहा कि हुकुलगंज में जेल की दीवार को पीछे होना चाहिए। इससे रोड जाम की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी।

पांडेयपुर पोखरी पर हो रहा कब्जा

चौराहे के पास हनुमान मंदिर के सामने की प्राचीन पोखरी पर भूमाफिया कब्जा कर रहे हैं। उसमें मलबा गिराकर पाटा जा रहा है। व्यापारियों का कहना है कि एक तरफ नगर निगम जलाशयों का सुंदरीकरण करा रहा है वहीं पुराने जलाशय पर कब्जा किया जा रहा है। इस पोखरी का जीर्णोद्धार होने से कई फायदे होंगे।

वीआईपी मूवमेंट तक रहता है असर

श्रीव्यापार मंडल, पांडेयपुर के सदस्य संतोष दुबे, प्रदीप कुमार गुप्ता, हरिकिशन सिंह, उत्कर्ष पाण्डेय ने कहा कि वीआईपी मूवमेंट के समय चौराहे पर न तो जाम लगता है न ही अतिक्रमण दिखता है। पुलिस की सक्रियता से असामाजिक तत्व भी हट जाते हैं। इसी तरह एक बार पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल यहां जाम में फंसे थे, उनकी फटकार पर एक-दो दिन चौराहा जाममुक्त दिखा था।

हमारे-उनके क्षेत्र में उलझीं चौकियां

व्यापारियों का कहना है कि शराबियों का जमावड़ा, अतिक्रमण और छेड़खानी के समाधान के लिए पांडेयपुर पुलिस चौकी से शिकायत की जाती है तो कहा जाता है कि कुछ क्षेत्र अर्दली बाजार चौकी के अधिकार क्षेत्र में आता है। इसलिए पुलिस की ड्यूटी उसी चौकी से लगेगी और वहीं शिकायत करिए। व्यापारियों के अनुसार पुलिस कमिश्नर को चौकी के अधिकार क्षेत्र के संबंध में स्पष्ट निर्देश देना चाहिए। अर्दली बाजार चौकी दूर है। वहां बार-बार जाकर शिकायत करना संभव नहीं है। पांडेयपुर चौकी को हनुमान मंदिर तक की जिम्मेदारी मिलनी चाहिए।

मीटिंग का भी फायदा नहीं

व्यापारियों ने कहा कि एक सप्ताह पहले कैंट थाने में सीओ के साथ बैठक हुई थी। उसमें जाम, फ्लाइओवर के नीचे शराबियों के जमावड़े, महिलाओं के साथ चेन स्नैचंग, छेड़खानी की समस्याएं प्रमुखता से उठाई गई थीं। इसके बाद दो तीन-दिन पुलिस की गश्त हुई लेकिन फिर वही समस्याएं खड़ी हो गई हैं।

व्यापारी आयोग का हो गठन

श्रीव्यापार मंडल पाण्डेयपुर के कोषाध्यक्ष मोहनलाल केशरी ने कहा कि व्यापारियों की समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए सरकार को व्यापारी आयोग का गठन करना चाहिए। व्यापारियों को जिससे समस्या रहती है, उसी विभाग के अधिकारियों से शिकायत करनी पड़ती है। उसी विभाग के अधिकारी के खिलाफ उच्च अधिकारी कार्यवाही से बचते हैं और केवल टालमटोल करते रहते हैं। समस्या जस की तस बनी रहती है।

हर शाम परोसी जाती है शराब

पांडेयपुर चौराहे के पास प्राचीन हनुमान मंदिर है जहां हर रोज सैकड़ो श्रद्धालु दर्शन पूजन के लिए आते हैं। मंगलवार और शनिवार को मंदिर में ज्यादा भीड़ होती है। शाम को आरती के समय फ्लाइओवर के नीचे नशेड़ी उत्पात मचाते हैं। पुलिस के जवान मूकदर्शक बने रहते हैं।

स्ट्रीट लाइट न होने से परेशानी

पांडेयपुर-लालपुर मार्ग पर लालपुर पुलिस चौकी तक अंधेरा रहता है। स्ट्रीट लाइटें न होने के कारण हाल में कुछ मकानों में चोरी की घटनाएं हुई हैं। सड़क दुर्घटनाएं भी होती हैं।

पीडब्ल्यूडी और निगम उड़वा रहे धूल

व्यापारियों का कहना है कि सड़क किनारे नालों का निर्माण दिन में हो रहा है। पहले पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने रात में काम कराने को कहा था। काम के चलते दिनभर धूल उड़ती है और दुकानों में ग्राहक नहीं आते। इसका सीधा असर कारोबार पर पड़ रहा है। वहीं, नगर निगम नाले से सिल्ट निकालकर कई दिनों तक वहीं छोड़ देता है। सिल्ट नाले में चला जाता है या धूल बन कर उड़ता है।

राज्य कर विभाग की नोटिसों से परेशान

व्यापारियों ने कहा कि राज्यकर विभाग से पिछले वित्तीय वर्षों की नोटिसें आ रही हैं। ऑनलाइन जवाब देने के बाद भी अधिकारी कार्यालय बुलाते हैं। इसकी शिकायत आला अधिकारियों से की गई लेकिन कोई असर नहीं हुआ। राज्यकर विभाग के अधिकारी मानवीय भूलों को भी बड़ी गलती मानकर भारी जुर्माना लगा देते हैं। वे व्यापारियों की व्यावहारिक दिक्कतों को नहीं समझते हैं। सचल दल के सदस्य मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं। हमारी गाड़ियों को जहां-तहां रोक लिया जाता है। पिछले दिनों पोर्टल न चलने के कारण ई-वे बिल नहीं बन पा रहा था, लेकिन अधिकारी हमारी सुनने को तैयार नहीं थे।

शिकायत

1. पांडेयपुर चौराहे के आसपास बहुत जाम लगता है। ग्राहकों को समस्याएं होती हैं और वे दोबारा आने से कतराते हैं। इसका कारोबार पर असर पड़ता है।

2. पांडेयपुर चौराहे पर अवैध फेरी पटरी ठेला विक्रेता कब्जा किए रहते हैं। अतिक्रमण से वाहनों का आवागमन मुश्किल होता है। शाम के समय पैदल चलना दूभर है।

3. हनुमान मंदिर के सौ मीटर के दायरे में ही शराब और बियर की तीन दुकानें हैं। एक महिला कॉलेज भी पास में ही है।

4. हनुमान मंदिर के पास शराबी जुटते हैं। कई बार चेन स्नेचिंग, महिलाओं-युवतियों से छेड़खानी होती है।

5. आजमगढ़ रोड पर पांडेयपुर आते समय चौराहे से सौ मीटर दूर डिवाइडर खतरनाक है। इस जगह अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं।

सुझाव

1. पांडेयपुर क्षेत्र में यातायात नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए। चौराहे के 100 मीटर दायरे से ऑटो-ई-रिक्शा हटाए जाएं, पुलिस गश्त नियमित हो।

2. अवैध फेरी-पटरी व्यवसायियों को अभियान चलाकर हटाया जाए। दोबारा अवैध वेंडिंग रोकी जाए।

3. फ्लाईओवर के नीचे शराब की बिक्री प्रतिबंधित करते हुए दुकानों को दूर शिफ्ट किया जाए। मंदिर के पास शराब न बिके।

4. फ्लाइओवर के नीचे, हनुमान मंदिर के आसपास शराबियों का जमावड़ा रोका जाए। इसके लिए पुलिस रोज शाम 5 से रात 10 बजे तक गश्त करे।

5. पांडेयपुर-लालपुर मार्ग पर डिवाइडर या हटाया जाए अथवा इसे आगे बढ़ाया जाए। इस प्वाइंट पर एक तरफ सड़क भी ऊंची है। इसे एक समान होना चाहिए।

बोले व्यापारी

लमही से पांडेयपुर रोड पर बना डिवाइडर तत्काल हटे। यह तीन मौत और कई दुर्घटनाओं का कारण बन चुका है।

हृदय गुप्ता

चौराहे के आसपास ऑटो, ई-रिक्शा दो लेन बनाकर खड़े रहते हैं। इससे जाम लगता है।

हरकिशन सिंह

पांडेयपुर-नई बस्ती मार्ग पर सीवर ओवरफ्लो होता है। अतिक्रमण भी बड़ी समस्या है।

संदीप गुप्ता

फ्लाईओवर के नीचे पार्किंग बननी चाहिए। वहां ग्राहकों के वाहन आसानी से खड़े हो जाएंगे।

उत्कर्ष पाण्डेय

पांडेयपुर का पोखरा लाइफ लाइन है। अतिक्रमण से बचाकर उसका जीर्णोद्धार कराया जाए।

मोहनलाल केशरी

चौहान कटरा के आसपास झाड़ू लगाने के बाद कूड़ा 10-15 दिन तक डंप रहता है।

राजन गुप्ता

खतरनाक डिवाइडर के पास बिजली का खंभा है, जिसे शिफ्ट करने की जरूरत है।

शैलेश गुप्ता बमबम

कॉलेज, कोचिंग संस्थानों में काफी लड़कियां पढ़ती हैं। उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस कदम उठाए।

मनीष मौर्य

कुछ दिन पहले थाने पर मीटिंग के बाद दो तीन दिन असर रहा, फिर वही समस्याएं बनी हुई हैं।

जितेंद्र जायसवाल

फ्लाईओवर के नीचे से अवैध गुमटियां, ठेले हटाकर इसका बेहतर उपयोग किया जाए।

प्रदीप गुप्ता

हुकुलगंज में जेल की दीवार पीछे होनी चाहिए। इससे यातायात सुगम बनाने में मदद मिलेगी।

संतोष दुबे

जाम और अतिक्रमण के कारण स्थानीय व्यापार पर प्रतिकूल असर है।

लोकेश लखमानी

बोले जिम्मेदार

पांडेयपुर पोखरी का मुद्दा कार्यकारिणी समिति की बैठक में उठाया गया था। इसका रकबा संख्या 361 है, जांच की मांग की गई है। नालों से निकली सिल्ट का समय पर उठान कराया जाएगा।

मदनमोहन दुबे, पार्षद

पांडेयपुर फ्लाईओवर के नीचे दोपहिया वाहनों की पार्किंग बनाई जाएगी। दोबारा अतिक्रमण न हो, इसकी जिम्मेदारी पुलिस की होती है। फिर भी अभियान चलाया जाएगा। हनुमान मंदिर के सामने पोखरी की राजस्व विभाग से जांच कराई जाएगी। समय पर कूड़ा उठान सुनिश्चित कराया जाएगा।

अक्षत वर्मा, नगर आयुक्त

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