देश के सबसे बड़े बीएचयू ट्रामा सेंटर में उद्घाटन के तीन साल बाद भी पैथोलॉजी जांच की सुविधा ही नहीं
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सेवा योजना के तहत अनुदानित 200 करोड़ के ट्रामा सेंटर बीएचयू में पैथोलॉजी जांच की सुविधा नहीं है। जबकि इसे देश के बड़े ट्रामा सेंटर का गौरव प्राप्त है। ट्रामा के भर्ती वार्ड,...
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सेवा योजना के तहत अनुदानित 200 करोड़ के ट्रामा सेंटर बीएचयू में पैथोलॉजी जांच की सुविधा नहीं है। जबकि इसे देश के बड़े ट्रामा सेंटर का गौरव प्राप्त है। ट्रामा के भर्ती वार्ड, इमरजेंसी के अलावा आर्थोपेडिक, न्यूरोसर्जरी तथा प्लास्टिक सर्जरी विभाग की सभी क्लीनिकल जांच सर सुन्दरलाल अस्पताल के सीसीआई लैब के भरोसे चल रही है।
ट्रामा सेंटर बीएचयू में भर्ती मरीजों तथा ओपीडी की पैथोलॉजी जांच देने के लिए सर सुन्दरलाल अस्पताल के पैथोलॉजी जांच सेंटर की दौड़ लगानी पड़ती है। ट्रामा सेंटर के लाल क्षेत्र की भी जांच रिपोर्ट सीसीआई लैब से लानी पड़ती है। जांच की रिपोर्ट एकत्र करने में काफी समय बर्बाद होता है। वह भी उस समय जब मरीज की जान जोखिम में रहती है। ट्रामा सेंटर भवन में एक्स-रे, सिटी स्कैन तथा एमआरआई जैसी जांच की सुविधा तो है। लेकिन पैथोलॉजी जांच के लिए लोगों को प्राइवेट जांच घरों की शरण लेनी पड़ती है। सूत्रों की माने तो देर रात ट्रामा सेंटर के सभी भर्ती वार्ड की पैथोलॉजी जांच प्राइवेट जांच घरों में करानी पड़ती है।
ट्रामा सेंटर के रजिस्ट्रार डॉ. अजय कुमार के अनुसार ट्रामा सेंटर भवन में शीघ्र ही पैथोलॉजी केंद्र खुल जाएगा। इसका भवन बनकर तैयार है। बीएचयू प्रशासन से मैनपावर की मांग की गई है। जरूरी उपकरण खरीने की तैयारी है। अस्पताल करीब दो करोड़ की लागत से पैथोलॉजी केंद्र स्थापित करेगा।
ट्रामा सेंटर में हैं 334 बेड
ट्रामा सेंटर बीएचयू देश में सबसे बड़ा है। क्योंकि यहां 334 बेड की व्यवस्था है। हालांकि बजट के अभाव में यह सेंटर पूरी तरह काम नहीं कर पा रहा। इसलिए फिलहाल 134 बेड ही उपलब्ध हैं। ट्रामा सेंटर में 50 बेड वाले आईसीयू के अलावा दर्जनभर मॉड्यूलर ओटी हैं। जिसमें आर्थोपेडिक, न्यूरोजर्सरी, प्लास्टिक सर्जरी के अलावा इमरजेंसी ओटी भी चलाया जाता है।
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