सारनाथ में छात्र की अपहरण के बाद हत्या

सारनाथ क्षेत्र के पैगम्बरपुर (पंचक्रोशी) निवासी कक्षा चार के छात्र की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। उसका शव सोमवार को घर से चार सौ मीटर दूर झाड़ी में...

Newswrap हिन्दुस्तान, वाराणसीTue, 2 Feb 2021 03:08 AM
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वाराणसी। निज संवाददाता

सारनाथ क्षेत्र के पैगम्बरपुर (पंचक्रोशी) निवासी कक्षा चार के छात्र की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। उसका शव सोमवार को घर से चार सौ मीटर दूर झाड़ी में मिला। वह बीते शुक्रवार से लापता था। शनिवार को परिजनों को फिरौती के लिए पत्र भी मिला था। सूचना पर एसएसपी अमित पाठक और सीओ कैंट अभिमन्यु मांगलिक भी मौके पर पहुंचे। सारनाथ थाने की पुलिस के साथ डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर जांच की। पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि छात्र की हत्या गला घोंटकर की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर स्पष्ट रूप से कुछ कहा जा सकता है।

मंगालिक कार्यों में सजावट का काम करने वाले गांव निवासी मंजे कुमार का नौ वर्षीय पुत्र विशाल कुमार प्राथमिक विद्यालय में कक्षा चार का छात्र था। शुक्रवार दोपहर में दो बजे वह घर से हाथी देखने निकला था। वह अंतिम बार वैष्णव नगर कालोनी (सोनातालाब) के पास लगे सीसीटीवी फुटेज में देखा गया। इसके बाद उसका कोई सुराग नहीं मिला। घटना के अगले दिन उसके घर के बाहर फिरौती के लिए एक पत्र मिला। उसमें लिखा था कि उस पर लिखा था कि 50 हजार रुपया चौबेपुर में लेकर आओ वरना विशाल को मार दिया जाएगा। इसके बाद पिता मंजे कुमार परिवार व रिश्तेदार के साथ चौबेपुर गए। तीन से चार घंटा बीत जाने के बाद भी कोई नहीं आया। एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि

शुरूआती जांच में मामला हत्या का ही लग रहा है। इसके पीछे का कारण हम पता कर रहे हैं। जहां तक फिरौती के लिए पत्र की बात है तो उसमें कोई कांटेक्ट नंबर नहीं है। हमारी टीम हर एंगल से पड़ताल में जुटी है।

खेल रहे बच्चों ने देखा शव

लुकाछिपी खेल रहे बच्चों में से चंदन ने लापता विशाल का शव एक निजी स्कूल के पीछे लालजी के हाते की झाड़ियों में देखा। उसने अपनी मां अनिता को इसकी सूचना दी। उन्होंने आस पड़ोस के लोगों को यह बात बताई। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर थाना प्रभारी सारनाथ इंद्रभूषण यादव, फोरेंसिक व डॉगस्क्वॉयड की टीम जांच के लिए पहुंची।

चार दिन से बरगलाती रही पुलिस

विशाल के देर शाम तक घर वापस नहीं आने पर परिजनों ने इसकी सूचना सारनाथ थाने में दी। इस प्रकरण में पुलिस ने धारा 363 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। परिजनों का आरोप है कि चार दिन तक पुलिस बरगलाती रही।

पुलिस ने पत्र को गंभीरता से नहीं लिया

अपहरणकर्ताओं ने शनिवार को फिरौती के लिए पत्र लिखकर छात्र विशाल के घर के बाहर फेंक दिया था। परिजनों का कहना है पुलिस के पास जब पत्र लेकर गए तो कहा कि किसी ने मजाक किया होगा। उस पत्र को लेकर पॉकेट में रख लिए। इस बात को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया।

घर का इकलौता चिराग था विशाल

विशाल मंजे कुमार और सुनीता देवी की इकलौती संतान था। लॉकडाउन होने की वजह से मंजे कुमार की आमदनी प्रभावित हो गई थी। परिवार का भरण पोषण करने के लिए मजबूरी में सुनीता को घर घर जाकर बर्तन मांजने के लिए विवश होना पड़ा।

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