सीएनजी शवदाह गृह का दूसरा चैंबर अब तक चालू नहीं
हरिश्चंद्र घाट पर सीएनजी शवदाह गृह का दूसरा चैंबर अब तक चालू नहीं हुआ है। जिससे परिजनों को ज्यादा खर्च करके लकड़ी से अपनों का संस्कार कराना पड़ा।...
वाराणसी। कार्यालय संवाददाता
हरिश्चंद्र घाट पर सीएनजी शवदाह गृह का दूसरा चैंबर अब तक चालू नहीं हुआ है। जिससे परिजनों को ज्यादा खर्च करके लकड़ी से अपनों का संस्कार कराना पड़ा। वहीं एक ही गैस चैंबर चलने से अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को दो से तीन घंटे का इंतजार करना पड़ा।
हरिश्चंद्र घाट पर दो-तीन दिनों से शवों की संख्या कम होने से परिजनों को थोड़ी राहत तो मिली है। लेकिन कोरोना संक्रमण से मृतकों की संख्या में कमी न होने से वहां लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। एंबुलेंस में जैसे ही सफेद रंग के प्लास्टिक कवर में शव पहुंच रहे हैं। लोगों को दहशत हो रही है। आसपास रहने वाले परिवारों में भी लोग कई दिनों कैद हैं। घर के लिए जरूरी सामान खरीदना भी मुश्किल साबित हो रहा है।
सोमवार को 70 से अधिक शवों का यहां संस्कार हुआ जिसमें 15 शवों का संस्कार सीएनजी से किया गया। कोरोना मरीजों की संख्या 20 के आसपास रही। बनारस समेत अन्य जिलों से भी लोग संस्कार कराने पहुंचे थे। सामनेघाट स्थित अस्थाई घाट पर भी 20 से ज्यादा शवों का संस्कार कराया गया। मणिकर्णिका घाट पर 150 से ज्यादा शवों का संस्कार हुआ। सीएनजी शवदाह गृह के नोडल अधिकारी अजय राम ने बताया कि भट्टी नंबर दो की मरम्मत हो गई है। मंगलवार दोपहर से इसे चालू कर दिया जाएगा।
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