काशी विद्यापीठ में संविदा शिक्षकों का सत्याग्रह आज से
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के संविदा शिक्षक सेवा नवीनीकरण और चार माह के बकाया वेतन के भुगतान की मांगों के साथ सोमवार से बेमियादी सत्याग्रह शुरू करने जा रहे हैं। वे प्रशासनिक भवन के सामने महात्मा...
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के संविदा शिक्षक सेवा नवीनीकरण और चार माह के बकाया वेतन के भुगतान की मांगों के साथ सोमवार से बेमियादी सत्याग्रह शुरू करने जा रहे हैं। वे प्रशासनिक भवन के सामने महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास सुबह 11 बजे से सत्याग्रह पर बैठेंगे।
यह फैसला रविवार को संविदा शिक्षकों की संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के वाग्देवी मंदिर के प्रांगण में हुई बैठक में लिया गया। उन्होंने कहा कि उनकी मांग पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इसलिए मजबूरी में सत्याग्रह शुरू करना पड़ रहा है। संविदा शिक्षकों ने मांग की है कि प्रदेश शासन के निर्देश के पालन किया जाए। शासन की नीति के अनुसार उनके संविदा के नवीनीकरण की आवश्यकता नहीं है। विश्वविद्यालय प्रशासन वाक-इन-इंटरव्यू के माध्यम से अपने लोगों को नियुक्त करना चाहता है। जबकि वे विश्वविद्यालय में लंबी समय से सेवा कर रहे हैं। उनका कहना था कि विश्वविद्यालय प्रशासन का दृष्टिकोण मानवीय नहीं है। संविदा शिक्षकों ने इस मामले में राज्यपाल, मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम को भी पत्रक भेजा है। कुलपति को भी कई बार पत्रक दे चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि काशी विद्यापीठ के साथ गंगापुर और एनटीपीसी परिसर के 78 संविदा शिक्षकों का कांट्रैक्ट बीते 30 जून को समाप्त हो गया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने उसका रिन्युअल नहीं किया है।
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