संविवि: अतिथि अध्यापकों का मानदेय अब 25 हजार
Varanasi News - वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अतिथि अध्यापकों को 25 हजार रुपये मानदेय दिया जाएगा। विश्वविद्यालय ने एक नया डिप्लोमा कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया है। कार्यपरिषद की बैठक में कई अन्य...
वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अतिथि अध्यापकों को अब 25 हजार रुपये मानदेय दिये जाएंगे। इसके साथ ही विश्वविद्यालय मंदिर प्रबंधन और पुराण प्रवचन (कथावाचन) का नया डिप्लोमा कोर्स भी शुरू करेगा। सोमवार को कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा की अध्यक्षता में हुई कार्यपरिषद की बैठक में इस पर सहमति बनी। इनके साथ ही कई अन्य प्रस्तावों पर भी मुहर लग गई। योगसाधना केंद्र में सुबह 11.30 बजे कार्यपरिषद की बैठक आयोजित की गई। बैठक में एजेंडा पर चर्चा के दौरान स्क्रीनिंग कमेटी द्वारा डॉ. रविशंकर पांडेय और डॉ. मधुसूदन मिश्र को वरिष्ठ वेतनमान देने की संस्तुति को सहमति दी गई। डिप्लोमा पाठ्यक्रम के साथ ही डॉ. भीमराव आंबेडकर चेयर की स्थापना पर भी कार्यपरिषद ने मुहर लगा दी है। देश में यह चेयर स्थापित करने वाला यह पहला संस्कृत विवि होगा।
कार्यपरिषद ने सेवानिवृत्त शिक्षक एवं गैर शैक्षणिक कर्मियों की सेवानिवृत्ति पर स्मृति चिह्न के साथ 11 हजार रुपये देने के प्रस्ताव पर सहमति दी। समूह ‘ख और ‘ग शेष पदों पर उत्तर प्रदेश सरकार में निर्धारित सेवानियमावली को अंगीकृत करने का भी निर्णय लिया गया। एजेंडा के अन्य प्रस्तावों पर भी कार्यपरिषद की मुहर लगी। बैठक का संचालन कुलसचिव राकेश कुमार ने किया।
बैठक में केंद्रीय संस्कृत विवि नई दिल्ली के कुलपति और कार्यपरिषद सदस्य प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी, प्रो. पंकज एल•. जानी, जस्टिस अनिरुद्ध सिंह आभासी माध्यम से जुड़े। इनके अलावा बैठक में प्रो. कमलेश झा, प्रो. हरिशंकर पाण्डेय, प्रो. रमेश प्रसाद, प्रो. विधु द्विवेदी, प्रो. दिनेश कुमार गर्ग, प्रो. विद्या कुमारी, प्रो. राजनाथ, डॉ. विजेंद्र कुमार, डॉ. सत्येन्द्र कुमार, वित्त अधिकारी संतोष कुमार शर्मा आदि थे।
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