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बोले काशी : गौतम नगर (सुसुवाहीं): स्मार्ट बनने को उत्सुक कॉलोनी को चाहिए सीवर लाइन, सफाई

Varanasi News - वाराणसी के गौतम नगर कॉलोनी के निवासियों ने अपनी सुविधाओं के लिए खुद ही प्रयास शुरू कर दिए हैं। कॉलोनी में स्ट्रीट लाइटें, सुरक्षा और सफाई के इंतजाम किए गए हैं। हालांकि, सीवर और सड़क की समस्याएं अभी भी...

Newswrap हिन्दुस्तान, वाराणसीSat, 11 Jan 2025 08:48 PM
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वाराणसी। नगर निगम सीमा में एक ऐसी कॉलोनी है जो स्वयं की व्यवस्था पर चल रही है। यहां कॉलोनी के लोगों ने खुद के खर्च से स्ट्रीट लाइटें लगवाई हैं। सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। कूड़ों को ढेर में तब्दील होता देख निजी सफाईकर्मियों की व्यवस्था की हैं। सुसुवाहीं वार्ड की यह गौतम नगर कॉलोनी चितईपुर से चुनार जाने वाले रास्ते पर बनी है। तीन साल से नागरिक नगर निगम की नजर-ए-इनायत का इंतजार कर रहे हैं, इस सवाल के साथ-‘हाकिम क्या सीवर लाइन भी हमें ही बिछवानी पड़ेगी? नगर निगम के नवशहरी इलाकों में ऐसी कॉलोनियों की संख्या गिनी-चुनी है जहां के नागरिक बेसिक सुविधाओं की बाबत न सिर्फ जागरूक बल्कि प्रयासरत भी रहते हैं। वे अपनी कॉलोनी को स्मार्ट देखना चाहते हैं। गौतम नगर कॉलोनी के नागरिकों में भी वही भाव दिखता है। यहां बिजली के पोल पर माइक लगे हुए हैं। उनसे प्रतिदिन सुबह शाम भजन और हनुमान चालीसा प्रसारित होता है। कॉलोनी के लोगों को कोई सूचना भी उन माइकों से ही दी जाती है। ‘हिन्दुस्तान को इतना सब बताने के बाद विभाष पाठक, आलोक प्रियदर्शी, सीपी सिंह ने नगर निगम प्रशासन से सवाल किया कि स्ट्रीट लाइटें, सुरक्षा की व्यवस्था तो स्वयं करा ली है। अब सीवर और सड़क का क्या करें?

कॉलोनी से एक बड़ा नाला गुजरा है। उसकी सफाई वर्षों से नहीं हुई है। इससे सीवर ओवरफ्लो हो रहा है।आलोक प्रियदर्शी, सीपी सिंह, अमित पटेल ने बताया कि कॉलोनी के नाले में सुसुवाहीं, कंदवा और करौंदी, तीन वार्डों की लगभग 60 कॉलोनियों का पानी आता है। इसके बाद भी सफाई नहीं हो रही है। इसके लिए पिछले साल नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में प्रस्ताव भी पास हुआ था। सीवर ओवरफ्लो की समस्या से लोग परेशान हैं। बारिश के दिनों कई घरों में पानी भर जाता है। इसके अलावा कॉलोनी में आई पेयजल की पाइपलाइन भी क्षतिग्रस्त है। शुद्ध पानी के लिए लोग सब मर्सिबल पर निर्भर रहते हैं।

कूड़े का कंटेनर दो किमी दूर

कॉलोनी में कभी-कभी झाड़ू लगती है। अमित पटेल, लालजी पटेल, नरेश गुप्ता ने बताया कि सुसुवाहीं वार्ड में चार- पांच कॉलोनियों को मिलाकर एक कंटेनर है। गौतमनगर कॉलोनी से उस कंटेनर की दूरी दो किलोमीटर है। कंटेनर के चारों तरफ कूड़े का अंबार दिखता है। उस तक पहुंचना चुनौती है। सीपी सिंह, अमित पटेल, विश्वास गिरि ने बताया कि कॉलोनी में कूड़ा उठान भी नहीं होता है।

कॉलोनी में खड़े होते हैं लॉन के वाहन

कॉलोनी के आसपास और कॉलोनी में कई मैरेज लॉन बन गए है लेकिन किसी के पास पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। नरेश गुप्ता, रामाश्रेय पटेल, कन्हैया सिंह ने बताया कि लॉन खोलने की अनुमति देने से पहले प्रशासन को पार्किंग व्यवस्था की जांच करनी चाहिए। जब पार्किंग की व्यवस्था हो तभी लॉन खोलने की अनुमति मिले। डॉ. मणिराज सिंह, पंकज कुमार, सुभाष कुमार ने बताया कि लॉन में आने वाले लोग कॉलोनी में वाहन पार्क कर देते हैं। ऐसे में कॉलोनी में जाम लगता है। आवागमन में परेशानी होती है।

रोड चौड़ा हो तो जाम से मिले मुक्ति

गौतमनगर विकास समिति के अध्यक्ष विभाष पाठक ने बताया कि सुसुवाहीं से चितईपुर से चुनार तक जाने वाली रोड चौड़ी हो जाए तो जाम की समस्या खत्म हो जाएगी। यहां जाम होने से कॉलोनी के लोगों को भी समस्या होती है। गोपाल, अमित सिंह, विकास पाठक ने बताया कि जब प्रांजल यादव डीएम थे, तब चौड़ीकरण के लिए मापी हुई थी। कई जगह अब भी निशान लगे हैं। प्रांजल यादव के जाने के बाद योजना भी ठप हो गई।

चुनार रोड पर स्पीड ब्रेकर की दरकार

कॉलोनी से बाहर निकलने वाला रास्ता सुसुवाहीं, चितईपुर होते हुए चुनार तक जाता है। इस रोड पर कई जगह स्पीड ब्रेकर नहीं हैं। कॉलोनी से निकलकर रोड आने वाले रास्ते पर बने कट के कारण आए दिन दुर्घटना होती है। पंकज कुमार, शंभुनाथ, बबलू पटेल ने बताया कि कट के पहले स्पीड ब्रेकर न होने से दुर्घटनाएं होती हैं। इस रोड से रोज हजारों वाहन भी गुजरते हैं। इसलिए भी ब्रेकर बनना जरूरी है।

भगवती नगर में पोखरे का हो सुंदरीकरण

सुसुवाहीं वार्ड के भगवती नगर में एक बड़ा पोखरा है। बबलू पटेल, अशोक कुमार, संतोष सिंह ने बताया कि चारो तरफ फैली गंदगी और जलकुंभी से उसका अस्तित्व खत्म हो रहा है। यह पोखरा कई दृष्टि से महत्वपूर्ण है। सुंदरीकरण हो जाए तो लोग यहां बैठ सकते हैं। मॉर्निंग और इवनिंग वॉक भी कर सकेंगे। कुछ लोगों ने पोखरे पर अवैध अतिक्रमण की ओर ध्यान दिलाया। कहा, इसपर रोक लगनी चाहिए। साथ ही पोखरे का सुंदरीकरण भी आवश्यक है। इससे यहां पर छठ आदि अवसरों पर पूजन में भी सहूलियत होगी।

नहीं मिले आवास, बढ़ी परेशानी

कॉलोनी में कई लोगों ने विकसित भारत यात्रा के दौरान आवास के लिए फॉर्म भरे थे लेकिन उन्हें अब आवास नहीं मिले हैं। दुर्गावती, इंदू देवी ने बताया कि आवास न मिलने से ठंड में परेशानी बढ़ जाती है। मौजूदा घर में हवा आती है। इतना सामर्थ्य नहीं है कि खुद से घर बनवा सकें। मीरा देवी, उषा देवी, चिंता देवी ने बताया कि उम्मीद थी कि ठंड तक राहत मिलेगी लेकिन अब भी इंतजार ही है।

छुट्टा पशुओं का डर

कॉलोनी के लोग छुट्टा पशुओं से परेशान हैं। वे कभी किसी को गिराकर घायल कर देते हैं। गंदगी फैलाते हैं। कमलेश राय, आलोक सिंह ने बताया कि कई बार मवेशी झुंड लोगों को घायल कर चुके हैं। बच्चे डर से घर से बाहर नहीं निकल पाते हैं। संतोष सिंह, गोपाल ने बताया कि छुट्टा पशुओं के पकड़ने का अभियान चलाया तो जा रहा है लेकिन इसका असर नहीं है। कई बार वे बीच सड़क पर आ जाते हैं। इससे हादसे का खतरा रहता है।

कॉलोनी के ट्रांसफॉर्मर में क्षमता नहीं

कॉलोनी में एक ही ट्रांसफॉर्मर है। उसकी क्षमता लोड के हिसाब से पर्याप्त नहीं है। आए दिन फॉल्ट की समस्या आती है। कई दिनों तक बिजली गुल हो जाती है। गोपाल, अमित सिंह, एसके पटेल ने कहा कि यहां अधिक क्षमता का ट्रांसफॉर्मर लगना जरूरी है। उससे कॉलोनी के लोगों को राहत होगी।

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शिकायतें :

1-कॉलोनी की सबसे बड़ी समस्या सीवर है। कॉलोनी से जाने वाली नाला खुला है। उसकी सफाई न होने से बारिश के दिनों में परेशानी बढ़ जाती है।

2-नगर निगम में शामिल होने के बाद भी सफाई नहीं हो रही है। कंटेनर न होने से लोग खुले में कूड़ा फेंकने को मजबूर है।

3-कॉलोनी के आसपास के लॉन में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। वहां आने वाले वाहन कॉलोनी में खड़े होते हैं। इससे परेशानी होती है।

4- कॉलोनी में बच्चों के खेलने और लोगों के टहलने के लिए कोई पार्क नहीं है। जिंदगी घरों में सिमट गई है।

5-कॉलोनी में तारों का जाल है। कई जगह पोल नहीं हैं। लोगों के घरों से पास से तार गुजर रहा है। छत पर जाना मुश्किल होता है।

सुझाव

1- कॉलोनी में सीवर लाइन की व्यवस्था होने तक बड़े नाले की सफाई कराई जाए ताकि सीवर ओवरफ्लो की समस्या दूर हो सके।

2- सफाई और कूड़ा उठान प्राथमिकता के आधार पर शुरू हो। कंटेनर भी रखवाया जाए ताकि लोग खुले प्लॉटों या स्थानों पर कूड़ा ना फेंके।

3- लॉन बनाने से पहले प्रशासन को पार्किंग व्यवस्था की जानकारी लेनी चाहिए। बिना पार्किंग लॉन संचालन की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए।

4-कॉलोनी में ग्रामसभा की एक खाली जमीन है। वहां पार्क बनना चाहिए। लोग टहल सकेंगे और बच्चे खेल पाएंगे।

5-तारों के जाल से कॉलोनी को मुक्ति मिले। बिजली के पोल की व्यवस्था हो। ढीले तार कसे जाएं। छतों से तार हटवाए जाएं।

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मन की बात

कॉलोनी में पार्क होना जरूरी है। यह टहलने और खेलने के लिए जरूरी है। ग्रामसभा की एक जमीन खाली भी है।

- विभाष पाठक

बड़े नाले की सफाई वर्षों से नहीं हुई है। सीवर ओवरफ्लो होता है। इस नाले से कई कॉलोनियों का पानी जाता है।

- अशोक प्रियदर्शी

नगर निगम की ओर से कभी-कभी झाड़ू लगवाया जाता है। चार-पांच कॉलोनियों के लिए एक कंटेनर है।

- सीपी सिंह

कॉलोनी के कई लेन में बिजली के पोल नहीं हैं। कई जगह ढीले तारों से हादसे का डर बना रहता है।

- अमित पटेल

छुट्टा पशुओं से हम परेशान हैं। मवेशी कभी किसी को घायल करते हैं तो कभी गंदगी फैलाते हैं।

- लालजी पटेल

कॉलोनी के पास ही चितईपुर-चुनार रोड चौड़ी हो जाए तो जाम की समस्या खत्म हो जाएगी।

- विश्वास गिरि

सीवर समस्या से सभी परेशान हैं। कॉलोनी की नाली खुली है। दुर्गंध से घर में रहना मुश्किल है।

- संतोष सिंह

भगवती नगर के बड़े पोखरे का अस्तित्व खतरे में है। उसके चारो तरफ गंदगी फैली हुई है।

- विकास पाठक

सुसुवाहीं-चुनार रोड पर कॉलोनी के मोड़ पर बने कट से अक्सर दुर्घटना होती है। वहां ब्रेकर जरूरी है।

- नरेश गुप्ता

कई जगह पोल नहीं हैं। घरों से पास से बिजली के तार गुजरे हैं। इससे छत पर जाना मुश्किल होता है।

- मिंता लाल

कॉलोनी में सफाई नहीं हो रही है। कंटेनर न होने से लोग खुले में कूड़ा फेंकते हैं। मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है।

- रामाश्रेय पटेल

कॉलोनी के लॉन में पार्किंग नहीं है। उसके वाहनों की पार्किंग होने से कॉलोनी में जाम लगता है।

- कन्हैया सिंह

धर्मवीर मंदिर के पास लाइट न होने से शाम में अंधेरा छा जाता है। आवागमन में परेशानी होती है।

-डॉ. मणिराज सिंह

हैदराबाद गेट के रास्ते पर पानी लगा रहता है। बरसात में समस्या बढ़ जाती है। समाधान नहीं हो रहा है।

- पंकज कुमार

जल निकासी की व्यवस्था नहीं है। खुला नाला जाम है। सीवर लाइन नहीं है। घरों में पानी आता है।

- सुभाष कुमार

बोले पार्षद

समस्याएं दूर कराने का हो रहा प्रयास

सुसुवाहीं वार्ड के पार्षद सुरेश पटेल गुड्डू ने बताया कि कॉलोनी की समस्याएं दूर कराने का प्रयास किया जा रहा है। नाले की सफाई के लिए पिछले साल प्रस्ताव रखा गया था। प्रस्ताव पास भी हो गया है। बजट मिलते ही सफाई कराने के साथ ही उसे ढकवाया जाएगा। सफाई व्यवस्था भी दुरुस्त कराने का प्रयास किया जाएगा।

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