सोलर पैनल उपभोक्ताओं को पड़ रही बिल में दोहरी मार
Varanasi News - वाराणसी में पीएम सूर्य घर योजना के लाभार्थियों को सोलर पैनल से उत्पादित बिजली के बिल में समायोजित न होने से समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं के बिल में सोलर उत्पादन को घटाने के बजाय जोड़ा...

वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। सोलर पैनल से उत्पादित बिजली को बिल में समायोजित नहीं करने से पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के लाभार्थियों पर दोहरी मार पड़ रही है। उपभोक्ताओं के बिल में सोलर पैनल से उत्पादित बिजली घटाने की बजाय उसे जोड़ दिया जा रहा है। लाखों खर्च कर पैनल लगवाने वाले उपभोक्ता बिल सही कराने के लिए विभाग का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अभियंता बिल सही करने में रुचि नहीं दिखा रहे। नगरीय विद्युत वितरण खंड-षष्ठम (सारनाथ) के अंतर्गत सोयेपुर निवासी धीरेंद्र कुमार ने चार किलोवॉट का कनेक्शन लिया था। उन्होंने सोलर पैनल भी लगवाया था। चार मई को उन्हें 364 यूनिट का बिल भेज दिया गया।
जबकि, इसमें 263 यूनिट बिजली सोलर पैनल से पैदा हुई थी। बिजली विभाग ने 100 यूनिट घटाने की बजाय इसे भी जोड़कर बिल भेज दिया। इसी तरह के मामले सोनभद्र, मिर्जापुर समेत कई डिविजन में सामने आए हैं। शहर के पंचम, सप्तम और चतुर्थ डिविजन में भी शिकायतें आई हैं। इस बारे में वाराणसी-जोन प्रथम के मुख्य अभियंता राकेश पांडेय ने बताया कि इस तरह की दिक्कतें सामने आई थी। इसे ठीक करा दिया गया है। नेट मीटर भी बन रहे रोड़ा इस समस्या के पीछे जीएमआर कंपनी की ओर से लगाए गए नेट मीटर सबसे बड़ा रोड़ा बनकर सामने आए है। कंपनी ने अबतक जितने उपभोक्ताओं के घर नेट मीटर लगाए हैं, उसमें लगभग 50 प्रतिशत नेट मीटरिंग के आधार पर उपभोक्ताओं को बिल नहीं मिल रहे हैं।
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