रामनगर के किसान की हत्या कर शव चुनार में फेंका
Varanasi News - चुनार कोतवाली क्षेत्र में युवक विकास मौर्या की हत्या कर शव फेंका गया। पिता ने शव की पहचान की और पुलिस को तहरीर दी। पड़ोसी प्रदीप चौहान को हिरासत में लिया गया है। विकास का शव खून से लथपथ अर्द्धनग्न...
वाराणसी/ मिर्जापुर, हिटी। चुनार कोतवाली क्षेत्र के परमहंस आश्रम परिसर में युवक की हत्या कर फेंके शव की शुक्रवार को पहचान हो गई। युवक विकास मौर्या वाराणसी के सुल्तानपुर (रामनगर) गांव का रहने वाला था। पिता ने शिनाख्त के बाद पुलिस को तहरीर दी। इसके आधार पर पुलिस ने पड़ोसी प्रदीप चौहान पर मुकदमा दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है। आशनाई में युवक की हत्या कर शव फेंके जाने की बात सामने आ रही है।
सक्तेशगढ़ चौकी परमहंस आश्रम परिसर में गुरुवार की दोपहर लगभग ढाई बजे अरहर के खेत में खून से लथपथ 30 वर्षीय युवक का अर्द्धनग्न शव मिला था। उसकी सिर कूंचकर और गला कसकर हत्या की गई थी। पुलिस ने घटनास्थल से लगभग एक किमी दूर रामपुर गांव के पास सड़क किनारे मृतक का कपड़ा बरामद किया था। सोशल मीडिया से शव मिलने की जानकारी पर सुल्तानपुर गांव के बाबूलाल चुनार कोतवाली पहुंचे। उन्होंने शव की पहचान अपने लापता पुत्र विकास मौर्या के रूप में की।
मृतक विकास के छोटे भाई आकाश मौर्य ने बताया कि 5 जनवरी को विकास बाइक से राजगढ़ थाना क्षेत्र के कोन भरूहवा गांव स्थित पाही पर जाने के लिए निकला था। 6 जनवरी को फोन पर उससे बात भी हुई। उसके बाद विकास का मोबाइल बंद हो गया। घर नहीं पहुंचने पर उसकी तलाश की गई लेकिन पता नहीं चला। 9 जनवरी को राजगढ़ थाने में दो नामजद के विरुद्ध तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की, लेकिन पुलिस ने ठोस कदम नहीं उठाया। उसने आरोप लगाया कि पुलिस यदि तहरीर पर कार्रवाई करती तो यह घटना नहीं होती।
सात वर्ष से राजगढ़ में रहता था विकास
दो भाइयों में बड़ा विकास की मौत से उसकी पत्नी ज्योति और मां सुशीला रो-रोकर बेहाल हैं। विशाल को तीन साल का बेटा यश है। उसने 2010 में ढाई बीघा जमीन राजगढ़ के कोन भरुहवा गांव में ली थी। सात वर्ष से सपरिवार वहीं रहकर खेती करता था। बीच बीच में वाराणसी स्थित घर भी आता जाता रहता था। घटनास्थल से पाही की दूरी लगभग 12 किमी है।
पुलिस की मौजूदगी में देर रात अंतिम संस्कार
पोस्टमार्टम के बाद परिजन विकास का शव लेकर देर रात घर पहुंचे। इस बीच पड़ोसियों में काफी आक्रोश दिखा। हंगामा की स्थिति पैदा हो गई थी। लेकिन पुलिस और प्रधान मनोज मौर्या ने उन्हें समझाया। पुलिस की निगरानी में अंतिम संस्कार किया गया। प्रधान ने बताया कि विकास की राजगढ़ बाजार में जूता चप्पल की दुकान थी जिसी हाल में ही 30 लाख में बेचा था। इसके अलावा वहीं चार-पांच बिगहा जमीन भी ले रखी है। पांच जनवरी को प्रदीप चौहान विकास को घर से बुलाकर अपनी बाइक से लेकर गया था। उसके बाद विकास नहीं लौटा। इधर, प्रदीप ने गांव में आकर लोगों को बताया कि विकास को कुछ कार सवार जबरन उठा ले गए।
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