जलवायु संरक्षण में जल और कचरा प्रबंधन अहम : प्रो. अमित पात्रा
आईआईटी बीएचयू में जल और कचरा प्रबंधन के लिए प्रौद्योगिकी प्राथमिकता विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें जलवायु-प्रतिरोधी प्रौद्योगिकियों की पहचान पर चर्चा हुई। यह कार्यशाला भारत में जलवायु...
वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। आईआईटी बीएचयू में जल और कचरा प्रबंधन के लिए प्रौद्योगिकी प्राथमिकता विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत प्रौद्योगिकी सूचना, पूर्वानुमान और मूल्यांकन परिषद के साथ आयोजित इस कार्यशाला में भारत में जल और कचरा प्रबंधन से जुड़ी चुनौतियों के समाधान के लिए जलवायु-प्रतिरोधी प्रौद्योगिकियों की पहचान पर चर्चा हुई। आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रो. अमित पात्रा ने उद्घाटन सत्र में कहा कि यह कार्यशाला न केवल जल और कचरा प्रबंधन के लिए स्थायी समाधान खोजने में महत्वपूर्ण कदम है बल्कि यह सुनिश्चित करने में भी सहायक होगी कि भारत जलवायु परिवर्तन के समाधान और अनुकूलन की वैश्विक कोशिशों में एक प्रमुख भूमिका निभाए। कार्यशाला के नोडल डॉ. एएस धोबले ने बताया कि इसमें आईआईटी कानपुर, आईआईटी धनबाद, एमएनएनआईटी इलाहाबाद, लखनऊ विश्वविद्यालय, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, जयप्रकाश विश्वविद्यालय और यॉर्क विश्वविद्यालय (कनाडा) के विशेषज्ञ शामिल हैं। दो दिवसीय कार्यशाला में विशेषज्ञ प्रत्येक प्रौद्योगिकी का मूल्यांकन पांच महत्वपूर्ण मानदंडों सामाजिक, तकनीकी, पर्यावरणीय, आर्थिक और नीति के आधार पर करेंगे। विशेषज्ञ इन प्रौद्योगिकियों को 1 से 10 के पैमाने पर अंकित करेंगे और संकलित अंक सूची से सर्वोत्तम प्रौद्योगिकियों की पहचान की जाएगी।
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