वैश्किक चुनौतियों से निपटने के लिए स्थिरता जरूरी
वाराणसी में आईआईटी बीएचयू के बायोकेमिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी की शुरुआत हुई। इसमें स्थिरता और पर्यावरण इंजीनियरिंग से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई। मुख्य अतिथि...
वाराणसी, संवाददाता। आईआईटी बीएचयू के बायोकेमिकल इंजीनियरिंग विभाग की ओर से शनिवार को दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी शुरू हुई। इसमें स्थिरता और पर्यावरण इंजीनियरिंग से संबंधित विषयों पर चर्चा हुई। मुख्य अतिथि अकादमिक मामलों के डीन प्रो. एसबी द्विवेदी ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए स्थिरता होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण आज विश्व के सामने सबसे बड़ा मुद्दा है। पर्यावरण संबंधित चुनौतियों के स्थायी निदान के लिए एनवारमेंटल इंजीनियरिंग में नवाचार की जरूरत है। डीन (शोध एवं विकास) विकास दुबे ने कहा कि इस दिशा में आईआईटी बीएचयू में प्रयास कर रहा है। कार्यक्रम संयोजक डॉ. एएस ढोबले ने बताया कि संगोष्ठी में बिट्स पिलानी के डॉ. सोमक चटर्जी के सहयोग से पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्यशाला भी होगी। दो दिनी संगोष्ठी में प्रो. सतिंदर कौर बराड़ (यॉर्क विश्वविद्यालय), प्रो. सिरशेंदु डे (आईआईटी खड़गपुर), प्रो. आनंद बी. राव (आईआईटी बॉम्बे), डॉ. श्रीनिवासन रामास्वामी (आईआईएससी बैंगलोर), डॉ. गिरिजा भरत (मु गामा कंसल्टिंग) सहभाग करेंगे। डॉ. अहमद एल्डास्टी (यॉर्क विश्वविद्यालय) पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं के स्थायी समाधान पर विचार विमर्श करेंगे।
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