Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़वाराणसीIf the wheat gets wet in the rain then there is an effort to save it from the tarpaulin

बारिश में गेहूं भीगा तो कहीं तिरपाल से बचाने का प्रयास

गेहूं क्रय केंद्रों की व्यवस्था की पोल मंगलवार की सुबह हुई बारिश ने खोल दी। कई केंद्रों पर सैकड़ों कुंतल गेहूं भीग गया तो कुछ पर भंडारण ज्यादा होने...

Newswrap हिन्दुस्तान, वाराणसीTue, 18 May 2021 09:40 PM
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वाराणसी। संवाददाता

गेहूं क्रय केंद्रों की व्यवस्था की पोल मंगलवार की सुबह हुई बारिश ने खोल दी। कई केंद्रों पर सैकड़ों कुंतल गेहूं भीग गया तो कुछ पर भंडारण ज्यादा होने से किसी तरह तिरपाल से ढक कर बचाने की कोशिश की गई। बारिश से खरीदारी भी प्रभावित हुई। इक्का-दुक्का किसान की बिक्री के लिए केंद्रों पर पहुंचे।

क्रय केंद्रों पर पिछले एक सप्ताह में तेजी से खरीद होने के कारण भंडारण की समस्या है। इससे कई केंद्रों पर खरीद रोक दी गई है। कई केंद्रों पर बाहर खुले में ही गेहूं रखा है। सोमवार रात और मंगलवार सुबह हुई बारिश से वे भीग गए। सेवापुरी ब्लाक के तक्खु की बावली के क्रय केंद्र पर गेंहू की बोरियों को बारिश से बचाने के लिए तिरपाल से ढाका तो गया लेकिन कई जगह फटा होने से पानी नहीं रोक सका। दीवाल और जमीन से बहकर पहुंचे पानी ने भी गेहूं की बोरियां भिगो दी। करीब 30 कुंतल गेहूं भीग गया। पिंडरा के फूलपुर स्थित क्रय केंद्र पर भी सैकड़ों कुंतल गेहूं भीग गया। उधर जिला विपणन अधिकारी अरुण कुमार त्रिपाठी का कहना है कि किसी भी केंद्र पर गेहूं भीगने की सूचना नहीं है। कुछ केंद्रों पर खरीद भी हुई है। वही मरुई छताव केंद्र के एडीओ सहकारिता आशीष सिंह का कहना है कि बारिश से गेहूं भीगने की जानकारी मिली है। इसकी रिपोर्ट मांगी गई है।

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