राजर्षि स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में नए सत्र के प्रवेश पर रोक
वाराणसी के यूपी कॉलेज के राजर्षि स्कूल ऑफ मैनेजमेंट ऐंड टेक्नोलॉजी में बीबीए और बीसीए पाठ्यक्रमों में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की संबद्धता समिति द्वारा शिकायतों की जांच...
वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। यूपी कॉलेज के राजर्षि स्कूल ऑफ मैनेजमेंट ऐंड टेक्नोलॉजी (आरएसएमटी) में सत्र 2024-25 में बीबीए और बीसीए पाठ्यक्रमों में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। कॉलेज पर संबद्धता शर्तों का अनुपालन न करने के आरोपों की जांच के बाद महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की संबद्धता समिति ने इसकी संस्तुति की। इसके बाद कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने प्रवेश रोकने के आदेश जारी कर दिए। राजभवन की तरफ से इसकी सूचना भी जारी की गई है। राजर्षि स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी को वर्ष-2009 में काशी विद्यापीठ से संबद्धता प्राप्त हुई थी। यहां प्रबंधन, कंप्यूटर साइंस से संबंधित बीबीए, बीसीए आदि पाठ्यक्रम संचालित किए जाते थे। यूपी कॉलेज के प्राचीन छात्र एसोसिएशन के उपाध्यक्ष आनंद विजय सिंह की तरफ से कॉलेज की तरफ से संबद्धता शर्तों का अनुपालन न करने संबंधी शिकायतें की गई थीं। संबद्धता के बावजूद कॉलेज अपना कैंपस नहीं बना सका था और यूपी कॉलेज के कैंपस में ही शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा था। इसके अलावा कॉलेज की प्रबंधन समिति भी काशी विद्यापीठ से अनुमोदित नहीं थी।
कई शिकायतों पर विद्यापीठ की संबद्धता समिति को मामले की जांच सौंपी गई। संबद्धता समिति ने जांच के बाद सभी शिकायतों को सही पाया और आरएसएमटी में प्रवेश प्रक्रिया रोकने के संबंध में संस्तुति दी थी। कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी की अध्यक्षता में कार्य परिषद की बैठक में इन संस्तुतियों पर स्वीकृति देते हुए बीबीए और बीसीए पाठ्यक्रमों में मौजूदा सत्र में प्रवेश पर रोक लगा दी गई। शिकायतकर्ता आनंद विजय सिंह को भी इस संबंध में राज्यपाल के विशेष कार्याधिकारी डॉ. पंकज एल. जानी की तरफ से सूचना दी गई है।
कोट
कुलपति के नोटिस के पहले बीसीए और बीसीए में प्रवेश हो चुके थे। एक्सटेंशन की मोहलत मांगी जा रही है। प्रबंध समिति के सचिव की ओर से भूमिक्रय करने के लिए समय मांगा गया है। कॉलेज स्तर पर समिति का गठन कर जमीन क्रय की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
अमन गुप्ता, प्रभारी निदेशक-राजर्षि स्कूल ऑफ मैनेजमेंट ऐंड टेक्नोलॉजी
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