ठेकेदार की गोली मारकर हत्या
चोलापुर के शहडीह गांव में शनिवार देर रात ठेकेदार कृष्ण कुमार उर्फ जैन सिंह उर्फ जय (33) की घर से करीब सौ मीटर दूर गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना की...
चोलापुर (वाराणसी)। हिन्दुस्तान संवाद
चोलापुर के शहडीह गांव में शनिवार देर रात ठेकेदार कृष्ण कुमार उर्फ जैन सिंह उर्फ जय (33) की घर से करीब सौ मीटर दूर गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना की जानकारी रविवार सुबह पांच बजे के आसपास हुई जब पिता शैलेश कुमार बलवंत की नींद खुली। पुलिस ने मौके से एक अवैध असलहा और .32 बोर के दो खोखे बरामद किए हैं। पिता की तहरीर पर पट्टीदार चंद्रशेखर सिंह उर्फ भोले और गांव के ही कालीचरण यादव के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। एक आरोपित को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। घटना के पीछे पट्टीदार से जमीन संबंधी विवाद के अलावा पंचायत चुनाव की रंजिश को भी कारण माना जा रहा है।
सीओ पिंडरा अभिषेक पाण्डेय ने बताया कि एक आरोपित से हिरासत में पूछताछ की जा रही है। दोनों आरोपित एक-दूसरे के नजदीकी हैं। वहीं चोलापुर थानाध्यक्ष महेश सिंह के अनुसार चुनावी रंजिश को भी केंद्र में रखकर जांच की जा रही है।
तीन घंटे पहले हुई थी कहासुनी
कृष्ण कुमार जल निगम व अन्य विभागों में ठेकेदारी करता था। वह गांव में प्रधान पद का चुनाव लड़ने की भी तैयारी कर रहा था लेकिन आरक्षण के चलते वह चुनाव नहीं लड़ सका। इन दिनों चोलापुर ब्लॉक के सेक्टर नंबर-4 से जिला पंचायत सदस्य पद के एक भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहा था। इससे एक ग्रुप कृष्ण कुमार से नाराज चल रहा था। परिजनों ने बताया कि शनिवार रात घटना के करीब तीन घंटे पहले प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी व उसके समर्थकों से कृष्ण कुमार की कहासुनी हुई थी। प्रतिद्वंद्वी पक्ष घर के पास ही चुनाव प्रचार करने पहुंचा था। उसमें कृष्ण कुमार को देख लेने की धमकी दी गई थी।
परिजनों के मुताबिक कृष्ण कुमार शनिवार रात करीब एक बजे अपने चार पहिया वाहन से आया। घर में अपनी मां से कहा कि उसका लोवर, टी-शर्ट और दूध निकालकर कमरे में रख दें। उसी समय एक फोन आने पर बाहर चला गया। फिर नहीं लौटा। सुबह उसकी लाश घर से करीब 100 मीटर दूर मिली। सूचना मिलते ही चोलापुर पुलिस के अलावा पिंडरा के सीओ पहुंचे। चोलापुर थाने में दी गई तहरीर के मुताबिक पट्टीदार चंद्रशेखर से घर के पास ही एक बीघा जमीन का विवाद चल रहा है। जमीन पर कब्जे को लेकर दोनों परिवार में तनातनी थी। कई बार दोनों पक्ष ने एक-दूसरे को देख लेने की धमकी भी दी थी।
दूसरे आरोपित से भी चुनावी अदावत
इस हत्याकांड में नामजद कालीचरण यादव से भी जैन सिंह की कहासुनी हुई थी। दोनों पहले आपस में मित्र थे। शुरू में जब सामान्य सीट थी तब ग्राम प्रधान पद पर जैन के साथ कालीचरण ने भी चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। इसे लेकर दोनों में कहासुनी हुई थी। जैन का कहना था कि अगर सामान्य सीट हुई तो वह चुनाव लड़ेगा, पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हुई तो कालीचरण चुनाव लड़ेगा। शुरुआती आरक्षण में सामान्य सीट होने पर दोनों के बीच दूरी बढ़ी। दूसरी बार के आरक्षण में पिछड़ी महिला सीट होने के बाद जैन मैदान से हट गया। हालांकि मनमुटाव दूर नहीं हुआ था। इस समय चुनाव में कालीचरण की पत्नी बसंती देवी मैदान में हैं।
भाभी से शादी, प्रेम विवाह भी किया
कृष्ण कुमार सिंह उर्फ जैन दो भाइयों में छोटा था। बड़े भाई की कुछ साल पहले गंगा में डूबने से मौत हो गई थी। उनके निधन के बाद परिवार की सहमति से कृष्ण की उसकी भाभी से शादी करा दी गई। इससे दो बेटे हैं। भाभी से शादी के बाद दोनों के बीच रिश्ते ठीक नहीं थे। इस बीच कृष्ण कुमार ने प्रेम विवाह किया और सारनाथ में मकान बनवाकर रहने लगा। दोनों से एक बेटी व एक बेटा है। उसकी दूसरी पत्नी की भी बीमारी से मौत हो गई। फिर सभी बच्चों को लेकर वह गांव के मकान पर रहने लगा था।
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